जमशेदपुरः शहर के कदमा थाना क्षेत्र में एक 10 वर्षीय बच्चे पर उसके बुआ ने ही जुल्म ढाये. शिकायत मिलने पर चाइल्ड लाइन बाल कल्याण समिति की टीम ने बच्चे को रेस्क्यू किया. बच्चे की शरीर पर गहरे जख्म है.
कदमा थाना क्षेत्र के कुंडली रोड स्थित एक क्वार्टर से बाल कल्याण समिति चाइल्ड लाइन की टीम ने स्थानीय थाना की मदद से 10 वर्ष बच्चे को उसकी बुआ के चंगुल से रेस्क्यू कर बाहर निकाला. बच्चे के बाहर निकलने के बाद चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है बच्चे के पूरे शरीर पर जख्म के निशान हैं. जिसे देखते ही टीम ने बच्चे को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया है.
दरअसल मुजफ्फरपुर में रहने वाले एक दंपति अपने 10 वर्षीय पुत्र को जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र के कुंडली रोड में रहने वाले अपने रिश्तेदार के घर पढ़ाई के लिए भेजा. पिछले कई महीने से 10 वर्षीय बच्चा अपनी बुआ के पास ही रहता था. इस बीच 1098 नंबर पर लगातार सूचना आ रही थी कि कुंडली रोड के क्वार्टर से बच्चे की चीखने-चिल्लाने की आवाज आती है. महिला द्वारा बच्चे की बेरहमी से पिटाई की जाती है.
लगातार सूचना मिलने के बाद चाइल्ड लाइन की टीम और बाल कल्याण समिति की टीम ने कदमा थाना को सूचना दी. फिर पुलिस की मदद से रेस्क्यू कर बच्चे को क्वार्टर से बाहर निकाला. बच्चा काफी डरा-सहमा था. उसके पूरे शरीर पर जख्म के निशान थे जिसे देखते ही इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया गया.
पुलिस ने जब बुआ से जब पूछा कि अपने भतीजे के साथ ऐसा क्यों किया. तो महिला ने अपने अंदाज में जवाब देते हुए कहा मुझे जो सजा देना है दे दो. मैंने उसे मारा है, मैं चंडाल का रूप ले चुकी थी. क्या करें मेरी बात ही नहीं सुनता था, इसलिए उसकी पिटाई की है.
वहीं बाल कल्याण समिति की चेयर पर्सन पुष्पा रानी तिर्की ने बताया कि चाइल्डलाइन के 1098 नंबर पर बच्चे की पिटाई की सूचना मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई है. बच्चे के पिता मुजफ्फरपुर में रहते हैं, जो ऑटो चालक है. उन्हें सूचना दे दी गई है. उनके जमशेदपुर आने के बाद उनके लिखित आवेदन के बाद ही अगली कार्रवाई होगी. वहीं उन्होंने बताया कि बच्चा बुरी तरह से सहमा-डरा हुआ है. डॉक्टर ने भी बताया कि पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं. जिसे इलाज के बाद बाल कल्याण समिति अपनी निगरानी में रखेगी.