जमशेदपुर: कोरोना के बाद लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक ज्यादा हुए हैं. हर व्यक्ति अब अपने घरों मे पेड़-पौधे लगाने की सोचते हैं. लेकिन समस्या यह है कि पेड़-पौधे कहां से मिलेंगे. ऐसे में जमशेदपुर के सोनारी के रहने वाले सुनील आनंद निशुल्क पेड़-पौधों को बांटते हैं. वो हर रविवार को यह इसके लिए कैंप भी लगाते है और इस कैंप के माध्यम से वह लोगों को जागरूक करने का भी प्रयास करते हैं.
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1 लाख से ज्यादा बांट चुके हैं पेड़
सुनील ने अभी तक 1 लाख से ज्यादा पेड़ बांट चुके हैं. यही नहीं वे हर माह एक बार रक्तदान शिविर में भी रक्तदान करने वाले लोगों को औषधि पौधा देकर सम्मानित करते है. पौधा के प्रति लोगों को जागरूक भी करते हैं. यही नहीं इस कारण लोग उन्हे पेड़-पौधा वाले दादा के नाम से जानते है. सुनील आनंद मार्ग से जुड़े हुए भी हैं.
पौधा के प्रति लोगों को करते हैं जागरूक
इस सबंध में सुनील बताते है कि आज से कई साल पहले वन विभाग के नर्सरी गए थे. वहां उन्होंने देखा था कि कई छोटे-छोटे पौधे सूख गए हैं. उसके बाद वहां उन्हें जानकारी हुई कि यह पौधा को वो भी अपने घर में लगा सकते है. इसके बाद उन्होंने सोचा क्यों ना यहां से पौधा ले जाकर बांटा जाए. जिससे पर्यावरण को भी लाभ होगा. जिसके बाद यह कारवां जो शुरू हुआ वो आज तक चला आ रहा है. उन्होंने बताया कि हर रविवार को वह शहर को कुछ जगहों पर जाकर निशुल्क पौधा बांटते हैं. बकायदा इसके लिए वे सोशल मिडिया के माध्यम से लोगों को पौधो की जानकारी देते हैं ताकि जो पौधा ले जाने वाले लोग विशेषता को जान सके. उन्होंने बताया कि अबतक एक लाख से ज्यादा पौधा विभिन्न प्रजातियों के बांट चुके हैं.
अलग-अलग इलाकों से आते हैं पेड़ लेने
लोगों को जरूरत पड़ने पर इनके घर पर आकर पेड़ ले जाते हैं. शहर के अलग-अलग इलाके से लोग इनसे पेड़ लेने आते हैं और यहा पेड़ लेने वाले लोग सुनील की जमकर तारीफ करते हैं. लोगों का कहना कि आज के समय वह भी निशुल्क पेड़-पौधा को बांटना सही में एक जिम्मेदारी वाली बात है और यह उनका पर्यावरण के प्रति जागरूकता दिखलाता है.