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जमशेदपुर में लोगों को खूब भा रहा है गया का तिलकुट, शुगर फ्री तिलतुट की बढ़ी डिमांड - गया का फेमस तिलकुच

जमशेदपुर में मंकर संक्रांति को लेकर तिलकुट का बाजार सजकर तैयार हो चुका है. जहां बिहार के गया के तिलकुट का स्वाद लाने के लिए वहां के कारीगरों को लाया गया है, वहीं डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर फ्री तिलकुट की भी डिमांड काफी बढ़ गई है.

Sugar Free Tilkut in Jamshedpur
गया का तिलकुट
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Published : Jan 13, 2020, 12:49 PM IST

जमशेदपुरः बिहार में तिल संक्रांति के नाम से जाने जाने वाला प्रमुख त्यौहार मकर संक्रांति आने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. ऐसे में मकर पर्व मनाने को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. शहर के बाजार में भी खरीदारों की गहमागहमी बढ़ी है. सबसे ज्यादा उत्साह लोगों में इस पर्व का प्रमुख पकवान तिलकुट की खरीदारी को लेकर है और वह भी बिहार के गया से आए कारीगरों के बनाए जा रहे तिलकुट की डिमांड भी ज्यादा है. इस बार के मकर पर्व पर डायबिटीज मरीजों के लिए सुगर फ्री तिलकुट बाजार में उपलब्ध है.

देखें पूरी खबर

इतिहास के पन्नों में बिहार के गया तिलकुट और बनारस के पेड़ा का कोई जोड़ नहीं है. ऐसे में मकर संक्रांति के गिनती के शेष दिन बचे हैं. ऐसे में कारीगरों द्वारा बनाई जा रही तिलकुट का स्वाद चखने को लेकर लौहनगरी के बाजारों में ग्राहकों की संख्या में खासा बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. यह कारीगर महीने भर मकर संक्रांति से पूर्व यहां के दुकानदारों से संवाद स्थापित कर कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर काम करते हैं. जिसके एवज में इन्हें अच्छी खासी मेहनताना मिल जाती है. ऐसे में डायबिटीज मरीजों के लिए कम चीनी वाला तिलकुट भी बाजार में उपलब्ध है.

ये भी पढ़ें- रामगढ़ः रसोई गैस से भरा टैंकर घाटी में पलटा, गैस रिसाव से इलाके में दहशत

तिल, गुड़ और चीनी से बनी तिलकुट तिल से बने लड्डू बादाम, पट्टी, मोड़ ही लड्डू अन्य खाद्य सामग्रियों की खरीदारी करने को लोग बड़ी तादाद में दुकान में पहुंच रहे हैं. मकर संक्रांति पर्व के मान्यता के मुताबिक तिल का आहार अहम हो जाता है. ऐसे में तिलकुट की बिक्री और खरीदारी को लेकर जमशेदपुर के बाजारों में गया के कारीगरों द्वारा बनाई गई तिलकुट की मांग लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है. सुगर फ्री तिलकुट खाने वाले लोग इसकी खरीदारी ज्यादा से ज्यादा कर रहे हैं.

जमशेदपुरः बिहार में तिल संक्रांति के नाम से जाने जाने वाला प्रमुख त्यौहार मकर संक्रांति आने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. ऐसे में मकर पर्व मनाने को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. शहर के बाजार में भी खरीदारों की गहमागहमी बढ़ी है. सबसे ज्यादा उत्साह लोगों में इस पर्व का प्रमुख पकवान तिलकुट की खरीदारी को लेकर है और वह भी बिहार के गया से आए कारीगरों के बनाए जा रहे तिलकुट की डिमांड भी ज्यादा है. इस बार के मकर पर्व पर डायबिटीज मरीजों के लिए सुगर फ्री तिलकुट बाजार में उपलब्ध है.

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इतिहास के पन्नों में बिहार के गया तिलकुट और बनारस के पेड़ा का कोई जोड़ नहीं है. ऐसे में मकर संक्रांति के गिनती के शेष दिन बचे हैं. ऐसे में कारीगरों द्वारा बनाई जा रही तिलकुट का स्वाद चखने को लेकर लौहनगरी के बाजारों में ग्राहकों की संख्या में खासा बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. यह कारीगर महीने भर मकर संक्रांति से पूर्व यहां के दुकानदारों से संवाद स्थापित कर कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर काम करते हैं. जिसके एवज में इन्हें अच्छी खासी मेहनताना मिल जाती है. ऐसे में डायबिटीज मरीजों के लिए कम चीनी वाला तिलकुट भी बाजार में उपलब्ध है.

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तिल, गुड़ और चीनी से बनी तिलकुट तिल से बने लड्डू बादाम, पट्टी, मोड़ ही लड्डू अन्य खाद्य सामग्रियों की खरीदारी करने को लोग बड़ी तादाद में दुकान में पहुंच रहे हैं. मकर संक्रांति पर्व के मान्यता के मुताबिक तिल का आहार अहम हो जाता है. ऐसे में तिलकुट की बिक्री और खरीदारी को लेकर जमशेदपुर के बाजारों में गया के कारीगरों द्वारा बनाई गई तिलकुट की मांग लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है. सुगर फ्री तिलकुट खाने वाले लोग इसकी खरीदारी ज्यादा से ज्यादा कर रहे हैं.

Intro:एंकर-- बिहार में तिल संक्रांति के नाम से जाने जाने वाला प्रमुख त्यौहार मकर संक्रांति आने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. ऐसे में लोगों द्वारा मकर पर्व मनाने को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. शहर के बाजार में भी खरीदारों की गहमागहमी बढ़ी है.सबसे ज्यादा उत्साह लोगों में इस पर्व का प्रमुख पकवान तिलकुट की खरीदारी को लेकर है.और वह भी बिहार के गया से आए कारीगरों द्वारा बनाए जा रहे तिलकुट की डिमांड भी ज्यादा है. इस बार के मकर पर्व पर डायबिटीज मरीजों के लिए सुगर फ्री तिलकुट बाज़ार में उपलब्ध है।


Body:वीओ1-- इतिहास के पन्नों में बिहार के गया तिलकुट और बनारस के पेड़ा का कोई जोड़ नहीं है.ऐसे में मकर संक्रांति के गिनती के शेष दिन बचे हैं. तो भला गया के कारीगरों द्वारा बनाई जा रही तिलकुट का स्वाद चखने को लेकर लौहनगरी के बाजारों में ग्राहकों की संख्या में खासी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.यह कारीगर महीने भर मकर संक्रांति से पूर्व यहां के दुकानदारों से संवाद स्थापित कर कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर काम करते हैं. जिसके एवज में इन्हें अच्छी खासी मेहनताना मिल जाती है.ऐसे में डायबिटीज मरीजों के लिए कम चीनी वाला तिलकुट भी बाज़ार में उपलब्ध है.
बाइट--रमा शंकर( गया से आए कारीगर)
वीओ2-- तिल ,गुड़ और चीनी से बनी तिलकुट तिल से बने लड्डू बादाम, पट्टी ,मोड़ ही लड्डू अन्य खाद्य सामग्रियों की खरीदारी करने को लोग बड़ी तादाद में दुकान में पहुंच रहे हैं. मकर संक्रांति पर्व के मान्यता के मुताबिक तिल का आहार अहम हो जाता है. ऐसे में तिलकुट की बिक्री और खरीदारी को लेकर जमशेदपुर के बाजारों में गया के कारीगरों के द्वारा बनाई गई तिलकुट की मांग लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है।सुगर फ्री तिलकुट खाने वाले लोग इसकी खरीदारी ज्यादा से ज्यादा कर रहे हैं।
बाइट--शंकर प्रसाद(तिलकुट व्यसायि)
बाइट--दीपा पांडेय(ग्राहक)


Conclusion:हिन्दू धर्म के मनायता के मुताबिक पर्व और त्योहार में पकवान का खासा महत्व है.ऐसे में लौहनगरी के लोग भी इससे अछूते नहीं है।पकवान के शौखिन लोगों के लिए भी कम चीनी से बनी तिलकुट बाज़ार में आ गई है।
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