जमशेदपुर: एक तरफ गृह मंत्रालय ने झारखंड और छत्तीसगढ़ में नक्सलियों द्वारा बच्चों के इस्तेमाल का खुलासा किया है. वहीं पूर्वी सिंहभूम जिले में 5 लाख के इनामी नक्सली सचिन के गांव झुंझका में बच्चों को कुछ ऐसे तैयार किया जा रहा है. जहां ये नक्सलवाद के चक्कर में ना पड़े. जमशेदपुर पुलिस ने पहली बार किसी नक्सली के गांव में बच्चों के लिए बाल लाइब्रेरी खोली है.
नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले इलाकों में बाल पुस्तकालय खोले जा रहे हैं, जमशेदपुर से सटे पटमदा के झुंझका गांव में हार्डकोर नक्सली सचिन के गांव में स्कूली बच्चे पहली बार प्रसाशन की तरफ से क,ख, ग,घ,की सीख रहे हैं. यहां के स्कूल में पहली बार एलईडी स्क्रीन से बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. अब पढ़ने का मजा है एसएसपी अनूप बिरथरे क्लास ले रहे हैं.
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जमशेदपुर से सटे पटमदा थाना क्षेत्र के झुमका गांव में प्रशासन और ग्रामीणों के बीच दूरियां पटी है. प्रशासन की कोशिश है कि भावी पीढ़ी मार्ग से भटके नहीं नक्सलवाद की तरफ मुड़े नहीं. जिले के एसएसपी ने खुद इस पुस्तकालय की मॉनिटरिंग कर रहे हैं रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर स्टील सिटी की शाखा के सहयोग से इस बार लाइब्रेरी को खोला गया है जिसका आज विधिवत उद्घाटन एसएसपी ने किया.