जमशेदपुर: विधायक सरयू राय ने देवघर जिले के पालोजोरी प्रखंड के बीडीओ नागेंद्र तिवारी की मौत पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जांच के लिए राज्य सरकार को एसआइटी का गठन करना चाहिए. अगर राज्य सरकार इसमें अक्षम है तो यह मामला सीबीआइ को सौंप देना चाहिए. क्योंकि एक क्लास वन अधिकारी का शव इस प्रकार रेल पटरी पर पाया जाना निश्चय ही कई सवाल खड़े करता है.
जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने बताया कि वे नागेंद्र तिवारी को छात्र जीवन से ही जानते हैं, वो एक अपवाद थे. इस मामले को लेकर उन्होंने सरकारी अधिकारियों से बातचीत की और मृतक के परिजनों से मुलाकात भी की है. बातचीत के क्रम में परिजनों ने बताया कि उन्हें मुखिया दाउद की तरफ से धमकी दी जाती थी और गलत काम के लिए दबाव बनाया जा रहा था. जिससे वह काफी परेशानी में थे, इस कारण बीते 15 दिनों से यहां आकर वह रह रहे थे.
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परिजनों का साफ कहना है कि नागेंद्र तिवारी की हत्या कर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को रेल पटरी पर रख दिया गया है. इसलिए राज्य सरकार इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए या तो एसआइटी का गठन करे नहीं तो सीबीआइ को यह केस सौंप दे. जिससे कि जल्द से जल्द पूरे मामले का खुलासा हो सके. बता दें कि देवघर जिले के पालोजोरी प्रखंड के बीडीओ नागेंद्र तिवारी का शव संदिग्ध अवस्था में हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर जुगसलाई दुखू मार्केट के पास रविवार की शाम को बरामद हुआ था.