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जमशेदपुर: जेल में मना रक्षाबंधन का त्योहार, बहनों ने कैदी भाईयों को बांधी राखी

जमशेदपुर स्थित घाघीडीह सेंट्रल जेल में भी रक्षाबंधन का त्योहार मनाया गया. बहनों ने जेल में आकर कैदी भाईयों को बांधी राखी. इस दौरान जेल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.

राखी बांधती बहन
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Published : Aug 15, 2019, 5:40 PM IST

जमशेदपुर: भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व रक्षाबंधन धूमधाम से मनाया गया. इसी कड़ी में घाघीडीह सेंट्रल जेल में भी रक्षाबंधन मनाया गया. बहनों ने जेल में आकर बंद कैदियों को राखी बांधी. इस दौरान जेल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.

देखें पूरी खबर

जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में बहनों ने रक्षाबंधन के अवसर पर सजा काट रहे कैदियों को राखी बांधी है. इस दौरान जेल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे. रक्षाबंधन के मौके पर जेल के सुरक्षाकर्मियों द्वारा दस-दस की संख्या में उन्हें राखी बांधने के लिये अंदर भेजा गया. इस दौरान पूरी तलाशी भी ली गई. सिर्फ मिठाई राखी और राखी से जुड़े सामान अंदर ले जाने के आदेश थे.

ये भी पढ़ें- झारखंड में सबसे पहले पहाड़ी मंदिर पर फहराया जाता है तिरंगा, जानिए फांसी टुंगरी का रोचक इतिहास

जेल के अंदर लोहे के गेट से बाहर हाथ निकाल कर कैदियों ने अपनी बहनों से राखी बंधवाई. यह एक ऐसा पल था जिसमें खुशी और गम दोनों माहौल देखने को मिला. भाई को तिलक लगाकर आरती उतार कर बहनें राखी बांध उन्हें मिठाई खिलाकर उनका आशीर्वाद भी ले रही थी. इस दौरान भाई और बहन दोनों के आंखों में आंसू भी नजर आये. घाघीडीह सेंट्रल जेल में राखी बांधने आई कैदियों की बहनों ने कहा कि रक्षाबंधन के दिन किसी भी बहन को जेल आकर राखी बांधना न पड़े. वो भगवान से प्रार्थना करती हैं कि उनका भाई जल्द बाहर निकले.

जमशेदपुर: भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व रक्षाबंधन धूमधाम से मनाया गया. इसी कड़ी में घाघीडीह सेंट्रल जेल में भी रक्षाबंधन मनाया गया. बहनों ने जेल में आकर बंद कैदियों को राखी बांधी. इस दौरान जेल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.

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जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में बहनों ने रक्षाबंधन के अवसर पर सजा काट रहे कैदियों को राखी बांधी है. इस दौरान जेल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे. रक्षाबंधन के मौके पर जेल के सुरक्षाकर्मियों द्वारा दस-दस की संख्या में उन्हें राखी बांधने के लिये अंदर भेजा गया. इस दौरान पूरी तलाशी भी ली गई. सिर्फ मिठाई राखी और राखी से जुड़े सामान अंदर ले जाने के आदेश थे.

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जेल के अंदर लोहे के गेट से बाहर हाथ निकाल कर कैदियों ने अपनी बहनों से राखी बंधवाई. यह एक ऐसा पल था जिसमें खुशी और गम दोनों माहौल देखने को मिला. भाई को तिलक लगाकर आरती उतार कर बहनें राखी बांध उन्हें मिठाई खिलाकर उनका आशीर्वाद भी ले रही थी. इस दौरान भाई और बहन दोनों के आंखों में आंसू भी नजर आये. घाघीडीह सेंट्रल जेल में राखी बांधने आई कैदियों की बहनों ने कहा कि रक्षाबंधन के दिन किसी भी बहन को जेल आकर राखी बांधना न पड़े. वो भगवान से प्रार्थना करती हैं कि उनका भाई जल्द बाहर निकले.

Intro:जमशेदपुर ।

भाई बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व रक्षा बंधन में अपने भाई को राखी बांधने के लिए घाघीडीह सेंट्रल जेल में बहनों ने घण्टों इंतज़ार कर भाई की कलाई पर राखी बांध उन्हें मिठाई खिलाई है।मौके पर बहनों ने बताया कि आज के दिन किसी भी बहन को जेल में आकर राखी ना बांधने पड़े।


Body:जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में रक्षा बंधन में जेल में सज़ा काट रहे बंदियों की बहनों ने राखी बांधी है।इस दौरान जेल प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किये गए थे।
जेल परिसर में बहने कतारबद्ध होकर लंबी लाइन लगाकर खड़ी रही।जेल के सुरक्षाकर्मियों द्वारा दस दस की संख्या में उन्हें अंदर राखी बांधने के लिये भेजा जा रहा था इस दौरान पूरी तलासी की जा रही थी ।सिर्फ मिठाई राखी और राखी से जुड़े सामान अंदर ले जाने का आदेश था ।
जेल के अंदर लोहे के गेट से बाहर हाथ निकाल कर बंदी अपनी बहनों से राखी बंधवा रहे थे ।
यह एक ऐसा पल था जिसमे खुशी और गम का माहौल भी देखने को मिला ।
भाई को तिलक लगाकर आरती उतार कर बहनें राखी बांध उन्हें मिठाई खिलाकर उनका आशीर्वाद भी ले रही थी ।इस दौरान भाई और बहन दोनों के आंखों में आंसू भी नज़र आये।
घाघीडीह सेंट्रल जेल में राखी बांधने आई बंदियों की बहनों ने कहा कि आज के दिन किसी भी बहन को जेल में आकर अपने भाई को राखी बांधना ना पड़े ।वो भगवान से प्राथना करती है कि उनका भाई जल्द बाहर निकले और फिर दुबारा अंदर ना जाये।
बाईट राखी बांधने आई बंदी की बहन


Conclusion:बहरहाल भले भी किसी अपराध में भाई सज़ा काट रहा हो लेकिन बहनों का प्यार उनसे कभी जुदा नही होता है।
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