जमशेदपुर: कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में मानवता एक बार फिर से शर्मसार हुई है. शनिवार को भुइयांडीह निवासी लक्ष्मण प्रसाद साहू को इलाज के लिए अस्पताल लाए उनके परिजन प्रारंभिक उपचार के लिए फरियाद लगाते रहे, लेकिन कर्मचारी और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण लक्ष्मण प्रसाद साहू ने ऑटो में ही बैठे-बैठे दम तोड़ दिया. लेकिन न तो कोई कर्मचारी आए और न ही डॉक्टर.
होमगार्ड परिजनों से उलझे
हद तो तब हो गई जब इलाज के लिए फरियाद लगा रहे स्थानीय लोग और परिजन स्ट्रेचर के लिए हंगामा करने लगे. अस्पताल में तैनात होमगार्ड उनके साथ उलझना जरुरी समझे मगर इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाना जरूरी नहीं समझा.
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कार्रवाई की जाएगी
एमजीएम अस्पताल के कर्मचारियों ने अपनी इस लापरवाही से एक बार फिर से मानवता को शर्मशार कर दिया है. इधर अस्पताल के अधीक्षक ने रटा रटाया जवाब भी दे डाला, उन्होंने कहा कि जांच कराई जाएगी, जो दोषी होगा उसपर कार्रवाई की जाएगी.