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जमशेदपुर: निजी स्कूलों में बस सेवा अनिवार्य करने की मांग, अभिभावक संघ ने DC को सौंपा ज्ञापन

जमशेदपुर के रंकणी मंदिर के पास स्कूली बच्चों से भरा ऑटो पलटने को लेकर निजी स्कूलों में बस सेवा अनिवार्य करने की मांग शुरू हो चुकी है. इस मामले को लेकर जिला अभिभावक संघ ने डीसी को ज्ञापन सौपा और निजी बस चालू करने के लिए दबाव बनाया गया.

jamshedpur parent association
मांग करते हुए जमशेदपुर अभिभावक संघ
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Published : Jan 21, 2020, 5:04 PM IST

जमशेदपुर: कदमा थाना क्षेत्र स्थित रंकणी मंदिर के पास स्कूली बच्चों से भरा ऑटो पलटने के बाद एक बार फिर जिले के निजी स्कूलों में बस सेवा अनिवार्य करने की मांग शुरू हो चुकी हैं. इस मामले को लेकर जिला अभिभावक संघ ने जिले के उपायुक्त रवि शकंर शुक्ला और एसएसपी अनूप बिरथरे ने को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि शहर आईसीएससी और सीबीएसई के अस्सी से ज्यादा स्कूल हैं लेकिन शहर के तीन-चार स्कूलों ने ही बस सेवा की शुरुआत की है.

देखें पूरी खबर

स्कूलों में पढ़ने वाले डेढ़ लाख से भी अधिक बच्चों में से 95% बच्चों को घर से स्कूल आने जाने के लिए निजी वाहन टेंपो और भैन पर निर्भर रहना पड़ता है और निजी वाहन के चालक अपने वाहनों में ओवरलोडिंग करके बच्चों को स्कूल लाना जाना करते हैं. जिससे हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. हालांकि इस दौरान कई छोटी मोटी घटना भी शहर में घट चुकी है. ज्ञापन में कल की घटना की चर्चा करते हुए कहा गया है कि नियम के अनुसार ऑटो में 6 बच्चे ही बैठने हैं लेकिन ऑटो चालक ने नियम को ताक में रखकर 10 बच्चे को बैठाकर स्कूल ले जा रहा था इसलिए जिला प्रशासन कल की घटना की भी जांच करे.

ये भी देखें- रांची में चोरों का आतंक, रेलकर्मी के पूरे घर को कर दिया साफ, बेड का गद्दा तक नहीं छोड़ा

इस संबंध में अभिभावक संघ की अध्यक्ष ने बताया कि आईसीएससी और सीबीएसई बोर्ड के नियम के अनुसार उनके सभी स्कूलों में बच्चों को लाने जाने के लिए बस की व्यवस्था स्वयं स्कूल प्रबंधन को करना है लेकिन जमशेदपुर में इस मामले में 2 -3 स्कूल छोड़कर किसी ने भी गंभीरतापूर्वक नहीं लिया. जिले के उपायुक्त से आग्रह किया गया कि वे इस मामले को गंभीरता पूर्वक ले और शहर के सारे स्कूलों में निजी बस चालू करने के लिए दबाव बनाएं ताकि दोबारा इस प्रकार की घटना न हो.

जमशेदपुर: कदमा थाना क्षेत्र स्थित रंकणी मंदिर के पास स्कूली बच्चों से भरा ऑटो पलटने के बाद एक बार फिर जिले के निजी स्कूलों में बस सेवा अनिवार्य करने की मांग शुरू हो चुकी हैं. इस मामले को लेकर जिला अभिभावक संघ ने जिले के उपायुक्त रवि शकंर शुक्ला और एसएसपी अनूप बिरथरे ने को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि शहर आईसीएससी और सीबीएसई के अस्सी से ज्यादा स्कूल हैं लेकिन शहर के तीन-चार स्कूलों ने ही बस सेवा की शुरुआत की है.

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स्कूलों में पढ़ने वाले डेढ़ लाख से भी अधिक बच्चों में से 95% बच्चों को घर से स्कूल आने जाने के लिए निजी वाहन टेंपो और भैन पर निर्भर रहना पड़ता है और निजी वाहन के चालक अपने वाहनों में ओवरलोडिंग करके बच्चों को स्कूल लाना जाना करते हैं. जिससे हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. हालांकि इस दौरान कई छोटी मोटी घटना भी शहर में घट चुकी है. ज्ञापन में कल की घटना की चर्चा करते हुए कहा गया है कि नियम के अनुसार ऑटो में 6 बच्चे ही बैठने हैं लेकिन ऑटो चालक ने नियम को ताक में रखकर 10 बच्चे को बैठाकर स्कूल ले जा रहा था इसलिए जिला प्रशासन कल की घटना की भी जांच करे.

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इस संबंध में अभिभावक संघ की अध्यक्ष ने बताया कि आईसीएससी और सीबीएसई बोर्ड के नियम के अनुसार उनके सभी स्कूलों में बच्चों को लाने जाने के लिए बस की व्यवस्था स्वयं स्कूल प्रबंधन को करना है लेकिन जमशेदपुर में इस मामले में 2 -3 स्कूल छोड़कर किसी ने भी गंभीरतापूर्वक नहीं लिया. जिले के उपायुक्त से आग्रह किया गया कि वे इस मामले को गंभीरता पूर्वक ले और शहर के सारे स्कूलों में निजी बस चालू करने के लिए दबाव बनाएं ताकि दोबारा इस प्रकार की घटना न हो.

Intro:जमशेदपुर ।
कदमा थाना क्षेत्र स्थित रंकणी मंदिर के समीप स्कूली बच्चों से भरा ओटो पलटने के बाद एक बार फिर जिले के निजी स्कूलों में बस सेवा अनिवार्य करने की मांग शुरू हो चुकी हैं ।इस मामले को लेकर जिला अभिभावक संघ ने जिले के उपायुक्त रवि शकंर शुक्ला और एस एस पी अनूप बिरथरेने को ज्ञापन सौपा हैं ।ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि शहर आईसीएससी और सी बी एस ई के अस्सी से ज्यादा स्कूल हैं ।लेकिन शहर के तीन - चार स्कूलों ने ही बस सेवा की शुरुआत की हैं ।



Body:मजबूरन इन स्कूलों में पढ़ने वाले डेढ़ लाख से भी अधिक बच्चों में से 95% बच्चों को घर से स्कूल आने जाने के लिए निजी वाहन टेंपो और भैन पर निर्भर रहना पड़ता है। और निजी वाहन के चालक अपने वाहनों में ओवरलोडिंग करके बच्चों को स्कूल लाना जाना करते हैं जिससे हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है हालांकि इस दौरान कई छोटी मोटी घटना भी शहर में घट चुकी है। ज्ञापन में कल की घटना की चर्चा करते हुए कहा गया है कि नियम के अनुसार ऑटो में 6 बच्चे ही बैठने हैं लेकिन ऑटो चालक ने नियम को ताक में रखकर 10 बच्चे को बैठाकर स्कूल ले जा रहा था इसलिए जिला प्रशासन कल की घटना की भी जांच करे।


Conclusion:इस संबंध में अभिभावक संघ की अध्यक्ष ने बताया कि आईसीएससी और सीबीएसई बोर्ड के नियम के अनुसार उनके सभी स्कूलों में बच्चों को लाने जाने के लिए बस की व्यवस्था स्वयं स्कूल प्रबंधन को करना है लेकिन जमशेदपुर में इस मामले में 2 -3 स्कूल छोड़कर किसी ने भी गंभीरतापूर्वक नहीं लिया इसलिए जिले के उपायुक्त से आग्रह है कि वे इस मामले को गंभीरता पूर्वक ले और शहर के सारे स्कूलों में निजी बस चालू करने के लिए दबाव बनाएं ताकि दोबारा इस प्रकार की घटना ना हो।
बाईट -डा उमेश ,अध्यक्ष,जमशेदपुर अभिभावक संघ
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