जमशेदपुर: पूर्वी जमशेदपुर से निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय के समर्थन में प्रचार प्रसार करने वाले कई बीजेपी नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है. कार्यकर्ता निष्कासन की इस प्रक्रिया को असंवैधानिक बताते हैं. लेकिन सच यह है कि आने वाले दिनों में कई और दूसरे नेताओं पर भी गाज गिराए जा सकते हैं.
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा में सीएम रघुवर दास और निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय की आन की लड़ाई से बीजेपी में अंतर्कलह मच गया है. बीजेपी प्रत्याशी रघुवर दास के बजाय निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय की मदद करने के आरोप में कई लोगों को पार्टी से निकाल दिया गया है.
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जमशेदपुर की बात करे तो पूर्वी विधानसभा से अमरप्रीत सिंह काले, रतन महतो, सुबोध श्रीवास्तव समेत अन्य लोगों को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है. साथ ही आने वाले दिनों में अन्य लोगों पर भी गाज गिराने की तैयारी चल रही है. संगठन की ओर से निगरानी रखी जाती है और पार्टी के खिलाफ होने पर कार्रवाई की जाती है.
वहीं बीजेपी के थिंक टैंक कार्यकर्ताओं में काम करने वालों ने कहा कि नियमों के मुताबिक पहले कारण बताओ नोटिस दिया जाता है. ताकि आरोपों के घेरे में आने वाले अपना जवाब दे सकें जवाब से संतुष्ट न होने पर आगे की कार्रवाई की जाती है. लेकिन यहां बीजेपी से बिना बताए हटा दिया गया है.
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बीजेपी पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले ने दिल्ली में ही डेरा डाल दिया है और अपनी शिकायत बीजेपी के बड़े नेताओं के सामने रख रहे हैं. कुछ ऐसे भी कार्यकर्ता हैं जो निष्कासन के खिलाफ दिल्ली में आवाज उठाएंगे. बहरहाल इससे यही पता चलता है कि सत्ता तानाशाह बन चुकी है.