जमशेदपुर: हर साल गर्मियों में लौहनगरी के लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता था. लेकिन इस बार जून के महीने से बागबेरा के लोगों को स्वच्छ पानी मिलने लगेगा. ग्रामीण जलापूर्ति योजना अपने अंतिम चरण में हैं जिसका निरीक्षण करने विश्व बैंक की टीम योजना स्थल पहुंची. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को भी जाना.
वृहद ग्रामीण बागबेड़ा जलापूर्ति योजना से करीब क्षेत्र के पौने दो लाख लोग लाभान्वित होंगे. इसका निरीक्षण करने पहुंची विश्व बैंक की 5 सदस्यटीम टीम ने जमशेदपुर उपायुक्त अमित कुमार से भी मुलाकात की. टीम ने ग्रामीण जलापूर्ति योजना के कार्यों को संतोषजनक बताया.
इस सबंध मे वर्ल्ड बैंक के वाटर ग्लोबल प्रैक्टिस के मैनेजर माइकल ने बताया कि उनकी टीम गिद्दी झोपरी गांव जाकर फिल्टर प्लांट का भी निरीक्षण करेगी. उन्होंने कहा कि वहां के ग्राम प्रधान से वह मुलाकात करेंगे क्योंकि उस गांव के लोग इस योजना का विरोध कर रहे हैं. माइकल ने बताया कि ग्रामीणों को योजना के बारे में जानकारी भी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इसके अलावे टीम छोटा गोविंदपुर योजना के बरामदा स्थित रोमांटिक मैदान मे पानी टंकी को देखेगी और वहां के लोगो से बातचीत करेगी.
वहीं, इस योजना के संबंध में उपायुक्त अमित कुमार ने बताया कि योजना पूरी तरह तैयार है छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना का ट्रायल शुरू हो चुका है और जल्दी पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि बागबेड़ा जलापूर्ति योजना से जून से लोगों को पानी मिलने लगेगा.
डीसी ने बताया कि विश्व बैंक की टीम के मैनेजर ने ये भी कहा है कि अगर जिला प्रशासन ठोस और द्रव कचरे के निपटारे के लिए प्लांट निर्माण करवाता है तो विश्व बैंक की टीम मदद करने के लिए तैयार है.