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कोरोना काल में जुगसलाई कार्यालय बंद, सफाई नहीं होने से जनता परेशान

पूर्वी सिंहभूम जिले का जुगसलाई नगर परिषद कार्यालय कोरोना की चपेट में है. नगर परिषद कार्यालय के 14 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कार्यालय में पूरी तरह लॉकडाउन है. जिसका असर इलाके की साफ-सफाई पर पड़ा है. कार्यालय के कर्मचारी बताते है कि सफाईकर्मी कम संख्या में आ रहे हैं, जिसके कारण सफाई पर असर पड़ा है,

Jugsalai office closed due to Corona in jamshedpur
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Published : Jul 14, 2020, 8:40 PM IST

Updated : Jul 16, 2020, 5:28 PM IST

जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम जिले का जुगसलाई नगर परिषद कार्यालय कोरोना की चपेट में है. नगर परिषद कार्यालय के 14 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कार्यालय में पूरी तरह लॉकडाउन है. जिसका असर इलाके की साफ-सफाई पर पड़ा है. कार्यालय के कर्मचारी बताते है कि सफाईकर्मी कम संख्या में आ रहे है, जिसके कारण सफाई पर असर पड़ा है, जबकि जनता का कहना है कि कचड़ा उठाने वाला नहीं आ रहा है. जिसके कारण खुद कचड़ा फेंकने जाना पड़ता है.

देखें स्पेशल स्टोरी
जमशेदपुर शहर से सटा जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र में इन दिनों चौक चौराहों पर कचड़ा साफ तौर से देखने को मिल रहा है. नगर परिषद कार्यालय के 14 कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है. जिनमें सफाईकर्मी भी शामिल है. सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. नगर परिषद के विशेष पदाधिकारी कुछ मिनटों के लिए आकर चले जाते है. नगर परिषद में 4 से 5 कर्मचारी ही कार्यालय परिसर में नजर आ रहे है, सोशल डिस्टेंन्स बनाकर भय के साये में कार्यालय परिसर में ड्यूटी निभा रहे है.


लगभग 70 हजार की आबादी वाला जुगसलाई क्षेत्र में साफ सफाई का काम नगर परिषद के जरिए होता आ रहा है. सामान्य दिनों में सफाई कर्मियों की संख्या 70 से 80 के करीब रहती है. वहीं कार्यालय में कोरोना के दस्तक देने के बाद कार्यालय के साथ-साथ सफाईकर्मियों की संख्या भी सन्नाटे के साये में है. वर्तमान में 30 से 35 सफाईकर्मी के द्वारा पूरा इलाका सफाई कराया जा रहा है, जो पूरी तरह से विफल है. सिर्फ जुगसलाई की मुख्य सड़कों पर सफाई का विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र की जनता भी जानती है कि कार्यालय कोरोना की चपेट में है. उनका कहना है कुछ दिनों से बस्ती में साफ-सफाई का काम नहीं हो रहा है. खुद कचड़ा उठाकर लाना पड़ता है. गंदगी फैली हुई है ऐसे में कोरोना के साथ इस गंदगी से होने वाली बीमारियों का डर सता रहा है.

ये भी पढ़ें- आजादी के बाद से अब तक नहीं पहुंची यहां कोई सुविधा, देसी जुगाड़ से ग्रामीणों ने बनाया पुल


कार्यालय के बाहर बॉक्स लगाया गया जिसमें क्षेत्र की जनता अपनी समस्या और आवेदन डाल रहे है. कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए जितने भी गाइडलाइन जारी किये गए है. जनता पालन कर रही है, लेकिन गंदगी से उन्हें कौन बचाएगा यह एक बड़ी समस्या बन गई है. जुगसलाई नगर परिषद के जो कर्मचारी कोरोना संक्रमण से बचे है वो नियमित रूप से कार्यालय आ रहे है, लेकिन उनमें भी भय का माहौल है.

इधर, नगर परिषद के विशेष पदाधिकारी जेपी यादव ने दूरभाष पर बताया कि काम पर असर पड़ा है, कुछ काम हो रहा है. वहीं क्षेत्र में साफ सफाई के संदर्भ में पूछे जाने पर कहा है कि सफाई का काम नियमित रूप से किया जा रहा है. हलांकि क्षेत्र की तस्वीरें साफ दर्शा रही है कि साफ-सफाई कितना व्यापक पैमाने पर हो रहा है. जबकि बरसात का मौसम भी है. कोरोना के साथ अब गंदगी से बीमारी फैलने का खतरा बनता जा रहा है.

जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम जिले का जुगसलाई नगर परिषद कार्यालय कोरोना की चपेट में है. नगर परिषद कार्यालय के 14 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कार्यालय में पूरी तरह लॉकडाउन है. जिसका असर इलाके की साफ-सफाई पर पड़ा है. कार्यालय के कर्मचारी बताते है कि सफाईकर्मी कम संख्या में आ रहे है, जिसके कारण सफाई पर असर पड़ा है, जबकि जनता का कहना है कि कचड़ा उठाने वाला नहीं आ रहा है. जिसके कारण खुद कचड़ा फेंकने जाना पड़ता है.

देखें स्पेशल स्टोरी
जमशेदपुर शहर से सटा जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र में इन दिनों चौक चौराहों पर कचड़ा साफ तौर से देखने को मिल रहा है. नगर परिषद कार्यालय के 14 कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है. जिनमें सफाईकर्मी भी शामिल है. सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. नगर परिषद के विशेष पदाधिकारी कुछ मिनटों के लिए आकर चले जाते है. नगर परिषद में 4 से 5 कर्मचारी ही कार्यालय परिसर में नजर आ रहे है, सोशल डिस्टेंन्स बनाकर भय के साये में कार्यालय परिसर में ड्यूटी निभा रहे है.


लगभग 70 हजार की आबादी वाला जुगसलाई क्षेत्र में साफ सफाई का काम नगर परिषद के जरिए होता आ रहा है. सामान्य दिनों में सफाई कर्मियों की संख्या 70 से 80 के करीब रहती है. वहीं कार्यालय में कोरोना के दस्तक देने के बाद कार्यालय के साथ-साथ सफाईकर्मियों की संख्या भी सन्नाटे के साये में है. वर्तमान में 30 से 35 सफाईकर्मी के द्वारा पूरा इलाका सफाई कराया जा रहा है, जो पूरी तरह से विफल है. सिर्फ जुगसलाई की मुख्य सड़कों पर सफाई का विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र की जनता भी जानती है कि कार्यालय कोरोना की चपेट में है. उनका कहना है कुछ दिनों से बस्ती में साफ-सफाई का काम नहीं हो रहा है. खुद कचड़ा उठाकर लाना पड़ता है. गंदगी फैली हुई है ऐसे में कोरोना के साथ इस गंदगी से होने वाली बीमारियों का डर सता रहा है.

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कार्यालय के बाहर बॉक्स लगाया गया जिसमें क्षेत्र की जनता अपनी समस्या और आवेदन डाल रहे है. कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए जितने भी गाइडलाइन जारी किये गए है. जनता पालन कर रही है, लेकिन गंदगी से उन्हें कौन बचाएगा यह एक बड़ी समस्या बन गई है. जुगसलाई नगर परिषद के जो कर्मचारी कोरोना संक्रमण से बचे है वो नियमित रूप से कार्यालय आ रहे है, लेकिन उनमें भी भय का माहौल है.

इधर, नगर परिषद के विशेष पदाधिकारी जेपी यादव ने दूरभाष पर बताया कि काम पर असर पड़ा है, कुछ काम हो रहा है. वहीं क्षेत्र में साफ सफाई के संदर्भ में पूछे जाने पर कहा है कि सफाई का काम नियमित रूप से किया जा रहा है. हलांकि क्षेत्र की तस्वीरें साफ दर्शा रही है कि साफ-सफाई कितना व्यापक पैमाने पर हो रहा है. जबकि बरसात का मौसम भी है. कोरोना के साथ अब गंदगी से बीमारी फैलने का खतरा बनता जा रहा है.

Last Updated : Jul 16, 2020, 5:28 PM IST
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