जमशेदपुर: लौहनगरी की रहने वाली एक बेटी ने शहर के साथ झारखंड और देश का सम्मान बढ़ाया है. मानगो डिमना रोड की रहने वाली डॉ. प्रिया को ऑस्ट्रेलिया में स्टेम एंबेस्डर चुना गया है. डॉ. प्रिया अब आस्ट्रेलिया सरकार के साथ मिलकर साइंस और टेक्नोलॉजी के प्रति बच्चों, युवाओं और महिलाओं को जागरूक करेंगी जिससे वो अपना करियर बना सके. बेटी की इस उपलब्धि पर परिजनों का कहना है कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है. वो इंडिया में आकर देश के लिए काम करेगी जबकि आस्ट्रेलिया में रह रही डॉ. प्रिया ने ईटीवी भारत को बताया कि इंडिया आने के बाद वो वीमेंस इन साइंस टेक्नोलॉजी को सरकार की मदद से नई ऊंचाई तक ले जाने का काम करेंगी.
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प्रिया की पढ़ाई
जमशेदपुर के सेक्रेट हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से 2010 में 12 वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रिया बीआईटी वेल्लोर से बीटेक की पढ़ाई कर 2019 में RMIT यूनिवर्सिटी मेलबर्न में 3 साल का बायोमेडिकल साइंस एंड इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री कोर्स किया. साइंस और टेक्नोलॉजी में प्रिया की सफलता को देखते हुए उसे आस्ट्रेलिया में स्टेम एम्बेसडर बनाया गया है. डॉ. प्रिया एक ऐसा सॉफ्टवेयर बना रहीं हैं जिससे लंग्स में इंफेक्शन की पूरी जानकारी मिल सकेगी.
स्टेम एंबेस्डर प्रोग्राम के लिए 2 महिलाओं का चयन
आस्ट्रेलिया में स्टेम एंबेस्डर बनने के बाद डॉ. प्रिया ने ईटीवी भारत को बताया कि स्टेम एंबेस्डर प्रोग्राम में सिर्फ 17 लोगों का चयन हुआ है जिनमें 2 महिलाएं हैं. डॉ प्रिया भारतीय मूल की अकेली महिला है जिनका स्टेम एंबेस्डर के रूप में चयन किया गया है. वो बताती हैं कि ऑस्ट्रेलिया में बच्चों, युवाओं और विशेषकर महिलाओं में साइंस एंड टेक्नोलॉजी के प्रति जागरूक करने की दिशा में वो आस्ट्रेलिया सरकार के साथ मिलकर काम कर रही हैं, जिससे युवा और महिलाएं अपना करियर बना सकें और इससे सरकार को पॉलिसी बनाने में भी मदद मिलेगी.
इंडिया वापस आने के बाद हेल्थ केयर में करेंगी रिसर्च
डॉ प्रिया ने बताया कि इंडिया वापस आने के बाद वो हेल्थ केयर में रिसर्च कर अपने मिशन को पूरा करेंगी और सरकार की मदद से वीमेन इन साइंस इन टेक्नोलॉजी को नई ऊंचाई तक ले जाने का प्रयास करेंगी. प्रिया ने बताया कि उनकी सफलता में परिजनों का पूरा सपोर्ड मिला उनके सपने को पूरा करने में परिवार साथ रहा है. डॉ. प्रिया ने देश की लड़कियों को संदेश देते हुए कहा कि अपने को कमजोर ना समझें अपने सपने को साकार करें.
मां-पिता का गर्व बनीं डॉ. प्रिया
बेटी को नई पहचान मिलने पर डॉ. प्रिया के परिजन खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. प्रिया उनकी छोटी बेटी हैं और बड़ी बहन जमशेदपुर में पढ़ाई कर रही है. प्रिया के पिता रमेश प्रसाद ने बताया कि उनकी दोनों बेटियों पर उन्हें गर्व है. उन्होंने बताया की प्रिया की पढ़ाई पर उन्हें पूरा भरोसा था जिसे उसने पूरा किया है आज वो खुश हैं.
डॉ. प्रिया की मां हाउस वाइफ हैं, उन्हें खुशी है कि उनकी बेटी ने यह मुकाम हासिल किया है. वो बताती हैं कि जब प्रिया आस्ट्रेलिया जा रही थी तब वो परेशान थी कि इतनी दूर अकेली उनकी बेटी कैसे रहेगी लेकिन बेटी पर भरोसा था. आंचल में बांधने से बच्चे आगे नहीं बढ़ सकते बच्चों को मुकाम तक पहुंचाने के लिए उन पर भरोसा करना होगा. उन्होंने कहा उनकी बेटी अपने उद्देश्य को जरूर पूरा करेगी. बहरहाल आज विश्व के कई देशों में भारत की बेटियां अपनी पहचान बनाकर देश का मान बढ़ा रही हैं. इसी तरह छोटे शहर की बेटी डॉ. प्रिया की सफलता से भी शहर के साथ देश का मान बढ़ा है.