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जमशेदपुर में ट्रांसपोर्टर से साइबर ठगी, अपराधियों ने मिनटों में उड़ाए लाखों - Cyber fraud in Jamshedpur

जमशेदपुर शहर के ट्रांसपोर्टर को साइबर अपराधियों ने अपना शिकार बनाया है. अपराधियों ने ट्रांसपोर्टर को लाखों का चूना लगाया है. खाते से लाखों रुपए की निकासी हुई है. पुलिस फिलहाल मामले की छानबीन में जुटी हुई है.

Cyber fraud from transporter in Jamshedpur
Cyber fraud from transporter in Jamshedpur
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Published : Oct 8, 2020, 8:57 PM IST

जमशेदपुरः गोलमुरी थाना क्षेत्र के टिन प्लेट निवासी और शहर के जाने-माने ट्रांसपोर्टर राजेंद्र सिंह साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं. नेट बैंकिंग के जरिए साइबर अपराधियों ने उनके खाते से 10 लाख 62 हजार रुपये निकाल लिए हैं. इस संबंध में राजेंद्र सिंह की लिखित शिकायत के आधार पर बिष्टुपुर स्थित साइबर थाने में एक मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

ये भी पढ़ें-रांची: छह महीना बाद खुला चर्च, प्रभु यीशु से प्रार्थना के लिए अब आ सकेंगे श्रद्धालु

मूलतः घाटशिला मऊ भंडार के रहने वाले राजेंद्र सिंह का शहर में ट्रांसपोर्ट का बड़ा कारोबार है. 20 मार्च 2020 को उन्होंने सिटी फाइनेंस से 2 ट्रेलर फाइनेंस करवाया. कीमत के हिसाब से उनका ₹1.32 लाख रुफये प्रति माह के हिसाब से किस्त तय हुआ. उनका आईसीआईसीआई बैंक गोलमुरी शाखा में बैंक खाता भी है. थाना में की गई शिकायत के मुताबिक उनका 2 माह का किस्त एनईएफटी के माध्यम से जमा किया गया. उसके बाद उन्होंने अपने बैंक खाते से किस्त काटने के लिए लिखकर दिया, लेकिन बैंक ने इस संबंध में कोई ठोस जानकारी नहीं दी.

राजेंद्र सिंह ने गूगल पर सर्च कर सिटी बैंक के कस्टमर केयर का नंबर निकलवाया और फोन लगाकर उस पर बात की. कस्टमर केयर में बताया गया कि बैंक से किस्त की राशि कटवाने के लिए फोन में क्विक सपोर्ट एसएमएस, टू फोन, एनी डेस्ट ऐप डाउनलोड करना होगा. इस जानकारी के बाद राजेंद्र सिंह ने तीनों ऐप को डाउनलोड कर लिया. डाउनलोड किए जाने के थोड़ी देर बाद एक नंबर पर उन्हें फोन आया. फोन करने वाले ने बताया कि किस्त काटने के लिए प्रोसेसिंग में जाना होगा और बैंक के वेबसाइट पर जाकर नेट बैंकिंग लॉगइन करना होगा. उन्होंने ऐसा ही किया.

उसके बाद उनके खाते से 4 बार में 5 लाख, 3 लाख 2 लाख और फिर 62 हजार कुल 10.62 लाख रुपये निकाल लिए गए. इस पर उन्हें संदेह हुआ तो वे पहले गोलमुरी थाना गए और बाद में गोलमुरी थाना से उन्हें बिष्टुपुर साइबर थाना भेजा गया . जहां पुलिस ने दो नंबरों 6289853175 और 8602102484 नंबर के धारकों के खिलाफ साइबर ठगी का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

जमशेदपुरः गोलमुरी थाना क्षेत्र के टिन प्लेट निवासी और शहर के जाने-माने ट्रांसपोर्टर राजेंद्र सिंह साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं. नेट बैंकिंग के जरिए साइबर अपराधियों ने उनके खाते से 10 लाख 62 हजार रुपये निकाल लिए हैं. इस संबंध में राजेंद्र सिंह की लिखित शिकायत के आधार पर बिष्टुपुर स्थित साइबर थाने में एक मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

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मूलतः घाटशिला मऊ भंडार के रहने वाले राजेंद्र सिंह का शहर में ट्रांसपोर्ट का बड़ा कारोबार है. 20 मार्च 2020 को उन्होंने सिटी फाइनेंस से 2 ट्रेलर फाइनेंस करवाया. कीमत के हिसाब से उनका ₹1.32 लाख रुफये प्रति माह के हिसाब से किस्त तय हुआ. उनका आईसीआईसीआई बैंक गोलमुरी शाखा में बैंक खाता भी है. थाना में की गई शिकायत के मुताबिक उनका 2 माह का किस्त एनईएफटी के माध्यम से जमा किया गया. उसके बाद उन्होंने अपने बैंक खाते से किस्त काटने के लिए लिखकर दिया, लेकिन बैंक ने इस संबंध में कोई ठोस जानकारी नहीं दी.

राजेंद्र सिंह ने गूगल पर सर्च कर सिटी बैंक के कस्टमर केयर का नंबर निकलवाया और फोन लगाकर उस पर बात की. कस्टमर केयर में बताया गया कि बैंक से किस्त की राशि कटवाने के लिए फोन में क्विक सपोर्ट एसएमएस, टू फोन, एनी डेस्ट ऐप डाउनलोड करना होगा. इस जानकारी के बाद राजेंद्र सिंह ने तीनों ऐप को डाउनलोड कर लिया. डाउनलोड किए जाने के थोड़ी देर बाद एक नंबर पर उन्हें फोन आया. फोन करने वाले ने बताया कि किस्त काटने के लिए प्रोसेसिंग में जाना होगा और बैंक के वेबसाइट पर जाकर नेट बैंकिंग लॉगइन करना होगा. उन्होंने ऐसा ही किया.

उसके बाद उनके खाते से 4 बार में 5 लाख, 3 लाख 2 लाख और फिर 62 हजार कुल 10.62 लाख रुपये निकाल लिए गए. इस पर उन्हें संदेह हुआ तो वे पहले गोलमुरी थाना गए और बाद में गोलमुरी थाना से उन्हें बिष्टुपुर साइबर थाना भेजा गया . जहां पुलिस ने दो नंबरों 6289853175 और 8602102484 नंबर के धारकों के खिलाफ साइबर ठगी का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

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