जमशेदपुर: लौहनगरी में साइबर अपराधियों ने पुलिस की नींद उड़ा रखी है. जहां शहर में रोजाना किसी न किसी थाने क्षेत्र में साइबर अपराध के द्वारा लोगों को ठगा जा रहा है. वहीं महज छह महीने के भीतर लगभग 85 लाख की ठगी हो चुकी है.
पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती
खाते से उड़ रहे पैसे, तमाशा देख रही पुलिस, जी हां यह सच साबित हो रहा है. आंकड़ों के मुताबिक जमशेदपुर में छह महीनों में 85 लाख रुपए लोगों के खातों से साइबर अपराधियों ने उड़ा लिए. साइबर पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती है. अपराधियों तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पा रहे हैं.
खातों से पैसे गायब करने में अपराधी माहिर
एक माह में 20 से अधिक घटनाएं हुई हैं, पर पुलिस के हाथ अब तक छह बदमाश लगे हैं. इनमें भी गैंग के सरगना तक पहुंचने का रास्ता पुलिस नहीं खोज पाई है. जमशेदपुर में साइबर क्राइम की घटना का हर दिन कोई न कोई शिकार हो रहा है. आंकड़ों की बात करें तो खातों से रकम निकालने में अपराधी माहिर हैं.
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जागरुकता की कमी
कहीं न कहीं खाताधारकों की गलती के कारण उनके खाते से पैसे अपराधी उड़ा ले जा रहे हैं. लालच में आकर भी लोग लॉटरी के नाम पर अपनी निजता की बातें बता देते हैं. कई लोगों से ओटीपी जानकर पैसे उड़ा लिए जा रहे हैं. जागरुकता की भी कमी है.
थाने का चक्कर लगाने को मजबूर
एक तरफ लोग अपने खून पसीने की कमाई बैंकों में रखते हैं. मगर अचानक उनके मोबाइल पर मैसेज आता है कि उनके रुपए निकाल लिए गए हैं. जिसके बाद लोग थाने का चक्कर लगाने को मजबूर हो जाते हैं. शहर में कई एटीएम मसीनों में गार्ड नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं एक पीड़ित फिर मिला जिसने बताया कि उसके खाते से 10 हजार रुपए निकाल लिए गए हैं.
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इंटरनेट की काली दुनिया
साइबर अपराधियों के हौसले इतने बुलंद होते जा रहे हैं कि एक झटके में आम नागरिकों का पैसा उड़ा लिया जाता है. बहरहाल डार्क वेब जैसे खतरे इंटरनेट की काली दुनिया है. जिले की पुलिस के पास इससे निपटने के लिए कोई व्यवस्था नजर नहीं आ रही.