ETV Bharat / city

जमशेदपुर: सरना कोड को लागू करने की मांग पर 15 अक्टूबर को झारखंड में चक्का जाम - झारखंड में सरना कोड को लागू करने की मांग

जमशेदपुर में आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रमुख नेता सालखन मुर्मू कदम स्थित अपने आवासीय कार्यालय में झारखंड में सरना धर्म कोड को लागू करने को लेकर बैठक की है. बैठक में रांची से केंद्रीय सरना समिति, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के प्रतिनिधि शामिल रहे.

chakka-jam-on-15-october-demanding-implementation-of-sarna-code-in-jharkhand
सरना कोड को लागू करने की मांग पर 15 अक्टूबर को झारखंड में चक्का जाम
author img

By

Published : Oct 8, 2020, 8:47 PM IST

जमशेदपुर: झारखंड में सरना धर्म कोड को लागू करने की मांग को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान और अन्य आदिवासी संगठन आर-पार की लड़ाई की तैयारी में हैं. आदिवासी सेंगेल अभियान के नेता ने कहा है कि 15 अक्टूबर को अपनी मांग को लेकर झारखंड में चक्का जाम किया जाएगा.

देखें पूरी खबर

जमशेदपुर में आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रमुख नेता सालखन मुर्मू कदम स्थित अपने आवासीय कार्यालय में झारखंड में सरना धर्म कोड को लागू करने को लेकर बैठक की है. बैठक में रांची से केंद्रीय सरना समिति, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के प्रतिनिधि शामिल रहे.

ये भी पढ़ें-गिरिडीहः अपहर्ताओं ने अगवा चारों युवकों को गिरिडीह सीमा पर छोड़ा, पार्टी से कर लिया था अपहरण

बैठक में झारखंड के अलावा देश के जिन राज्यों में आदिवासी रहते हैं, वहां सरना धर्म कोड लागू करने के लिए किए जाने वाले आंदोलन की रणनीति तय की गई. आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रमुख नेता सालखन मुर्मू ने बताया है कि देश में संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत लगभग 15 करोड़ के लगभग आदिवासियों को सरना धर्म कोड की मान्यता के लिए अब करो या मरो की तर्ज पर आंदोलन करना मजबूरी है.

इससे 2021 की जनगणना में सरना धर्म कोड शामिल हो जाए और भारत के आदिवासियों की भाषा, संस्कृति और अस्तित्व की रक्षा संभव हो सके. उन्होंने आंदोलन की रूपरेखा को बताते हुए कहा है कि अब इस लड़ाई के लिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा. इसके तहत 15 अक्टूबर 2020 को 5 प्रदेशों झारखंड, बंगाल, बिहार, ओडिशा, असम में चक्का जाम किया जाएगा. 6 दिसंबर 2020 को इन्हीं 5 प्रदेशों में रेल-रोड चक्का जाम किया जाएगा. इसके अलावा देश के उन सभी क्षेत्रों के जहां आदिवासी रहते है वहां भी आंदोलन किया जाएगा.

जमशेदपुर: झारखंड में सरना धर्म कोड को लागू करने की मांग को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान और अन्य आदिवासी संगठन आर-पार की लड़ाई की तैयारी में हैं. आदिवासी सेंगेल अभियान के नेता ने कहा है कि 15 अक्टूबर को अपनी मांग को लेकर झारखंड में चक्का जाम किया जाएगा.

देखें पूरी खबर

जमशेदपुर में आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रमुख नेता सालखन मुर्मू कदम स्थित अपने आवासीय कार्यालय में झारखंड में सरना धर्म कोड को लागू करने को लेकर बैठक की है. बैठक में रांची से केंद्रीय सरना समिति, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के प्रतिनिधि शामिल रहे.

ये भी पढ़ें-गिरिडीहः अपहर्ताओं ने अगवा चारों युवकों को गिरिडीह सीमा पर छोड़ा, पार्टी से कर लिया था अपहरण

बैठक में झारखंड के अलावा देश के जिन राज्यों में आदिवासी रहते हैं, वहां सरना धर्म कोड लागू करने के लिए किए जाने वाले आंदोलन की रणनीति तय की गई. आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रमुख नेता सालखन मुर्मू ने बताया है कि देश में संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत लगभग 15 करोड़ के लगभग आदिवासियों को सरना धर्म कोड की मान्यता के लिए अब करो या मरो की तर्ज पर आंदोलन करना मजबूरी है.

इससे 2021 की जनगणना में सरना धर्म कोड शामिल हो जाए और भारत के आदिवासियों की भाषा, संस्कृति और अस्तित्व की रक्षा संभव हो सके. उन्होंने आंदोलन की रूपरेखा को बताते हुए कहा है कि अब इस लड़ाई के लिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा. इसके तहत 15 अक्टूबर 2020 को 5 प्रदेशों झारखंड, बंगाल, बिहार, ओडिशा, असम में चक्का जाम किया जाएगा. 6 दिसंबर 2020 को इन्हीं 5 प्रदेशों में रेल-रोड चक्का जाम किया जाएगा. इसके अलावा देश के उन सभी क्षेत्रों के जहां आदिवासी रहते है वहां भी आंदोलन किया जाएगा.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.