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Corona Warrior: प्रधानमंत्री से प्रेरित होकर B.Tech छात्र ने देसी जुगाड़ से बनाया PPE मास्क

कोरोना से लड़ाई को लेकर लगे लॉकडाउन में हर भारतीय नागरिक गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने में लगा है. वहीं जमशेदपुर के एक बीटेक छात्र ने भी पीपीई मास्क बना कर लोगों की मदद करने का बीड़ा उठाया है.

student made PPE mask
बीटेक छात्र ने बनाया PPE मास्क
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Published : Apr 17, 2020, 5:48 PM IST

जमशेदपुर: देश में कोरोना से निपटने के लिए सरकार और प्रशासन लगातार काम कर रहा है. लोगों को मास्क पहनने और सेनेटाइजर का इस्तेमाल करने के लिए कहा जा रहा है. वहीं देश के प्रधानमंत्री के स्वदेशी कपड़े का मास्क पहनने के लिए कहने पर, उनसे प्रेरित होकर जमशेदपुर के बीटेक के छात्र विवेक राज ने जुगाड़ से पीपीई मास्क बनाया है.

वीडियो में देखिए पूरी खबर

विवेक ने बताया है कि एक पीपीई मास्क बनाने में मात्र 10 रुपये की लागत आई है. देश में कोरोना से जंग में मेडिकल टीम के साथ सरकार लगातार काम कर रही है. इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है. सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है. मास्क पहनना जरूरी हो गया है. वहीं बाजार में मास्क की कमी देखी जा रही है. इधर देश के प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान बाजार में बिकने वाले मास्क के बदले घरेलू मास्क यानी गमछा को मुंह पर लपेट कर जनता को संबोधित किया.

ट्रांसपेरेंट सेलोफिन पेपर और कार्डबोर्ड से बना मास्क

जमशेदपुर के हरहरगुट्टू का रहने वाले बीटेक के छात्र विवेक राज ने लॉकडाउन में घर में बैठे जुगाड़ से पीपीई मास्क बनाया है. बाजार में बिकने वाले ट्रांसपेरेंट सेलोफिन पेपर किसी भी बॉक्स के कार्डबोर्ड के जरिये विवेक ने अपने घर में पीपीई मास्क बना डाला. चेहरे को सामने से ढकने के लिए मापदंड के अनुसार सेलोफिन पेपर को काटकर उसके तीन तरफ पतला कार्डबोर्ड काटकर स्टेपल किया जाता है, और दोनों तरफ पूरे सिर के नाम के स्ट्रीप काटकर स्टेपल किया जाता है.

ये भी पढ़ें- रांचीः खेल-खेल में बच्चों ने सिखाया सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ, PM मोदी ने की सराहना

विवेक ने बताया है कि एक पीपीई मास्क बनाने में 10 रुपये के लगभग खर्च हो रहा है. उसने इसे आर्थिक लाभ के लिए नहीं बल्कि सभी लोगों को सुरक्षित रखने के लिए बनाया है. विशेष कर उनके लिए जो लोगों के सीधे संपर्क में आते हैं. वो अगर इसका इस्तेमाल करें तो उनका पूरा चेहरा इस मास्क से ढका रहेगा.

परिवार दे रहा है मास्क बनाने में साथ

विवेक राज की इस मुहिम में उसका पूरा परिवार साथ दे रहा है. विवेक अपने इस पीपीई मास्क को जिला स्तर के पदाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत करने वाले हैं. उसका मानना है कि कोरोना वायरस अभी कुछ वर्षों तक रहेगा तब तक जिंदगी बचाने और अपने कम्युनिटी को सुरक्षित रखने के लिए यह पीपीई मास्क कारगर साबित होगा.

पढ़ें- जमशेदपुरः कोरोना संक्रमण रोकने घर-घर होगा सर्वे, कई स्थानों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर

अपने बेटे की नई उपलब्धि को देख पिता राजेश कुमार बहुत खुश हैं. उनका कहना है कि वर्तमान स्थिति में आज सबों को मिलकर देश का साथ देने की जरूरत है और सस्ते पीपीई मास्क से लोगों को वायरस से बचा सकेंगे. आपको बता दें कि जानकारी के मुताबिक मेडिकल में. पीपीई की कीमत 5 सौ के करीब है. वहीं विवेक को भरोसा है कि 10 रुपये वाली देसी पीपीई मास्क से कोरोना संकट से बचने में मदद मिलेगी.

जमशेदपुर: देश में कोरोना से निपटने के लिए सरकार और प्रशासन लगातार काम कर रहा है. लोगों को मास्क पहनने और सेनेटाइजर का इस्तेमाल करने के लिए कहा जा रहा है. वहीं देश के प्रधानमंत्री के स्वदेशी कपड़े का मास्क पहनने के लिए कहने पर, उनसे प्रेरित होकर जमशेदपुर के बीटेक के छात्र विवेक राज ने जुगाड़ से पीपीई मास्क बनाया है.

वीडियो में देखिए पूरी खबर

विवेक ने बताया है कि एक पीपीई मास्क बनाने में मात्र 10 रुपये की लागत आई है. देश में कोरोना से जंग में मेडिकल टीम के साथ सरकार लगातार काम कर रही है. इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है. सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है. मास्क पहनना जरूरी हो गया है. वहीं बाजार में मास्क की कमी देखी जा रही है. इधर देश के प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान बाजार में बिकने वाले मास्क के बदले घरेलू मास्क यानी गमछा को मुंह पर लपेट कर जनता को संबोधित किया.

ट्रांसपेरेंट सेलोफिन पेपर और कार्डबोर्ड से बना मास्क

जमशेदपुर के हरहरगुट्टू का रहने वाले बीटेक के छात्र विवेक राज ने लॉकडाउन में घर में बैठे जुगाड़ से पीपीई मास्क बनाया है. बाजार में बिकने वाले ट्रांसपेरेंट सेलोफिन पेपर किसी भी बॉक्स के कार्डबोर्ड के जरिये विवेक ने अपने घर में पीपीई मास्क बना डाला. चेहरे को सामने से ढकने के लिए मापदंड के अनुसार सेलोफिन पेपर को काटकर उसके तीन तरफ पतला कार्डबोर्ड काटकर स्टेपल किया जाता है, और दोनों तरफ पूरे सिर के नाम के स्ट्रीप काटकर स्टेपल किया जाता है.

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विवेक ने बताया है कि एक पीपीई मास्क बनाने में 10 रुपये के लगभग खर्च हो रहा है. उसने इसे आर्थिक लाभ के लिए नहीं बल्कि सभी लोगों को सुरक्षित रखने के लिए बनाया है. विशेष कर उनके लिए जो लोगों के सीधे संपर्क में आते हैं. वो अगर इसका इस्तेमाल करें तो उनका पूरा चेहरा इस मास्क से ढका रहेगा.

परिवार दे रहा है मास्क बनाने में साथ

विवेक राज की इस मुहिम में उसका पूरा परिवार साथ दे रहा है. विवेक अपने इस पीपीई मास्क को जिला स्तर के पदाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत करने वाले हैं. उसका मानना है कि कोरोना वायरस अभी कुछ वर्षों तक रहेगा तब तक जिंदगी बचाने और अपने कम्युनिटी को सुरक्षित रखने के लिए यह पीपीई मास्क कारगर साबित होगा.

पढ़ें- जमशेदपुरः कोरोना संक्रमण रोकने घर-घर होगा सर्वे, कई स्थानों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर

अपने बेटे की नई उपलब्धि को देख पिता राजेश कुमार बहुत खुश हैं. उनका कहना है कि वर्तमान स्थिति में आज सबों को मिलकर देश का साथ देने की जरूरत है और सस्ते पीपीई मास्क से लोगों को वायरस से बचा सकेंगे. आपको बता दें कि जानकारी के मुताबिक मेडिकल में. पीपीई की कीमत 5 सौ के करीब है. वहीं विवेक को भरोसा है कि 10 रुपये वाली देसी पीपीई मास्क से कोरोना संकट से बचने में मदद मिलेगी.

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