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खंडहर में बदल चुका है जमशेदपुर का पुलिस अस्पताल, 1960 में हुआ था निर्माण

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Published : Aug 16, 2019, 4:55 PM IST

जमशेदपुर में पुलिस अस्पताल का निर्माण पुलिस कर्मियों के शारीरिक स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते रखते हुए कराया गया था, लेकिन अस्पताल की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि वहां इलाज कराना मुश्किल है.

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जमशेदपुर: सरकार के द्वारा लौहनगरी के पुलिसकर्मियों के लिए एक अस्पताल की व्यवस्था कराई गई है, लेकिन अस्पताल में ना तो डॉक्टर देखने को मिलते हैं, ना ही दवाईयां उपलब्ध हैं. ऐसे में पुलिसकर्मी इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल का रूख करने को मजबूर हैं.

देखें पूरी खबर

1960 में हुआ था निर्माण

जानकारी के अनुसार पुलिस अस्पताल का निर्माण 1960 में हुआ था. बनने के कुछ समय तक तो अस्पताल में काम अच्छे से चला लेकिन समय बीतते इसकी व्यवस्था ठप हो गई, जिसकी वजह से पुलिसकर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.

पुलिसकर्मियों का कहना है कि बीमारी होने पर सरकार के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं दी जाती है. बेहतर सेवा के लिए बेहतर सुविधा के प्रति सरकार को ध्यान देना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. उन्होंने बताया कि समय पर उचित इलाज नहीं मिलने के कारण कई बार पुलिसकर्मियों की जान तक जा चुकी है.

वहीं डॉक्टर स्वर्ण सिंह ने बताया कि 2004 से ही जिला पुलिस अस्पताल बीमार पड़ा है. एसएसपी को कई बार इसकी जानकारी दी गई है, लेकिन ऐसी ही उदासीनता रहती है.

खंडहर में तब्दील हो चुका है अस्पताल

अस्पताल में कुछ टुटे हुए स्ट्रेचर और कुछ दवाईयां, इसके अलावा कुछ भी नहीं है. अस्पताल की दीवारें भी टूट चुकी है. पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो चुके इस अस्पताल में पुलिसकर्मियों के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है. जिसकी वजह से उनको निजी अस्पताल जाना पड़ता है.

जमशेदपुर में ट्रैफिक जवान, जिला पुलिस बल, अधिकारियों को मिलाकर कुल 4 हजार से अधिक जवान है, पर इनके लिए एक ही डॉक्टर तैनात किए गए हैं. ऐसे में इनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी किसकी है.

जमशेदपुर: सरकार के द्वारा लौहनगरी के पुलिसकर्मियों के लिए एक अस्पताल की व्यवस्था कराई गई है, लेकिन अस्पताल में ना तो डॉक्टर देखने को मिलते हैं, ना ही दवाईयां उपलब्ध हैं. ऐसे में पुलिसकर्मी इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल का रूख करने को मजबूर हैं.

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1960 में हुआ था निर्माण

जानकारी के अनुसार पुलिस अस्पताल का निर्माण 1960 में हुआ था. बनने के कुछ समय तक तो अस्पताल में काम अच्छे से चला लेकिन समय बीतते इसकी व्यवस्था ठप हो गई, जिसकी वजह से पुलिसकर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.

पुलिसकर्मियों का कहना है कि बीमारी होने पर सरकार के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं दी जाती है. बेहतर सेवा के लिए बेहतर सुविधा के प्रति सरकार को ध्यान देना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. उन्होंने बताया कि समय पर उचित इलाज नहीं मिलने के कारण कई बार पुलिसकर्मियों की जान तक जा चुकी है.

वहीं डॉक्टर स्वर्ण सिंह ने बताया कि 2004 से ही जिला पुलिस अस्पताल बीमार पड़ा है. एसएसपी को कई बार इसकी जानकारी दी गई है, लेकिन ऐसी ही उदासीनता रहती है.

खंडहर में तब्दील हो चुका है अस्पताल

अस्पताल में कुछ टुटे हुए स्ट्रेचर और कुछ दवाईयां, इसके अलावा कुछ भी नहीं है. अस्पताल की दीवारें भी टूट चुकी है. पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो चुके इस अस्पताल में पुलिसकर्मियों के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है. जिसकी वजह से उनको निजी अस्पताल जाना पड़ता है.

जमशेदपुर में ट्रैफिक जवान, जिला पुलिस बल, अधिकारियों को मिलाकर कुल 4 हजार से अधिक जवान है, पर इनके लिए एक ही डॉक्टर तैनात किए गए हैं. ऐसे में इनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी किसकी है.

Intro:एंकर-- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35a हटाए जाने की खबर मिलते ही जमशेदपुर में महानगर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया।


Body:वीओ1-- शहर के साकची स्थित भाजपा जिला महानगर कार्यालय में बड़ी तादाद में भाजपा कार्यकर्ताओं का जुटान खबर मिलते ही होने लगा था. बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और पार्टी के नेता हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लिए पीएम मोदी जिंदाबाद और जहां मुखर्जी बलिदान हुए अब वह कश्मीर हमारा है. का नारा लगाते हुए मुख्य व्यवसायिक क्षेत्र साकची गोलचक्कर पहुंचे. भाजपाइयों ने यहां डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. कश्मीर और कश्मीरियत के तेजी से विकास करने की दिशा में केंद्र सरकार के निर्णय को मिल का पत्थर बता कर सरहाना की. भाजपाइयों ने यहां खुशी का इजहार करते हुए आम लोगों के बीच मिठाइयां बांटी और जमकर आतिशबाजी की .इस दौरान विधि व्यवस्था को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन की चौकशी भी दिखी. जम्मू कश्मीर को लेकर पार्टी की प्रतीक्षित मांग पूरी होने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने यहां जमकर खुशियां मनाई.और कहा आज का दिन इतिहास में याद रखा जाएगा. जो कार्य आजादी के बाद से 60 साल तक कांग्रेस ने सत्ता में रहते नहीं किया उसे पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भाजपा सरकार ने कर दिखाया अब जम्मू कश्मीर का तेजी से विकास होने से कोई नहीं रोक सकता।
बाइट--विनोद सिंह(पूर्व जिलाध्यक्ष बीजेपी)


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