जमशेदपुरः लॉकडाउन में तेलंगाना में फंसे प्रवासी मजदूर सरकार द्वारा चलाई जा रही स्पेशल ट्रेन से टाटानगर पहुंचे. जहां ज़िला उपायुक्त की निगरानी में उनका थर्मल स्क्रीनिंग कर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए प्रवासी मज़दूरों को उनके ज़िला से आये बस तक पहुंचाया गया. ज़िला उपायुक्त ने बताया है कि कोल्हान का कोई भी प्रवासी मजदूर नहीं है 9 सौ के लगभग दूसरे जिले के प्रवासी मज़दूर आये है. वहीं वापस लौटे प्रवासी मज़दूरों ने सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा है कि झारखंड में रोजगार मिलेगा तो बाहर नहीं जाएंगे.
प्रवासियों के आगमन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा पूरी तैयारी की गई थी. ट्रेन के आने के बाद विभिन्न ज़िला में रहने वाले प्रवासियों को ज़िला वार सोशल डिस्टेंसिंग के तहत उतारा गया है और प्रवासियों का नाम पता मोबाइल नंबर लिखने के बाद उनका थर्मल स्क्रीनिंग कर उन्हें खाना का पैकेट और पानी का बोतल दिया गया.
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इस पूरे प्रक्रिया की मॉनिटरिंग ज़िला उपायुक्त कर रहे थे. इस दौरान एसएसपी सिविल सर्जन के अलावा कई अधिकारी मौजूद रहे. वहीं प्रवासियों को नियंत्रित करने के लिए टाटानगर रेलवे स्टेशन परिसर में संख्या बल में जिला पुलिस आरपीएफ और जीआरपी के जवान मौजूद रहे. पूरे माहौल का आरपीएफ द्वारा ड्रोन कैमरा से मॉनिटरिंग की जा रही थी.
वहीं, स्टेशन से प्रवासियों को सिविल डिफेंस द्वारा ज़िला वार खड़े बसों तक पहुंचाया जा रहा था. प्रवासियों में महिलाएं भी शामिल थी जो अपने पति और बच्चों के वापस लौटी है. पूर्वी सिंहभूम ज़िला उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने बताया है कि तेलंगाना से 9 सौ के लगभग प्रवासी मजदूर लौटे है उनका थर्मल स्क्रीनिंग किया गया है. आने वाले सभी प्रवासी मज़दूर झारखंड के विभिन्न ज़िला के रहने वाले है. जिनमें कोल्हान का कोई भी नहीं है. प्रवासियों को विभिन्न ज़िला से आए मजिस्ट्रेट की निगरानी में बस से भेजा जा रहा है और खाना का पैकेट के पानी दिया गया है.
वहीं, दूसरे प्रदेश में रोजगार करने वाले प्रवासी मज़दूर वापस लौटने पर कहा हैं के लॉकडाउन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है लौटने के दौरान उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई है उन्होंने सरकार को धन्यवाद देते लिए रोजगार के लिए बाहर गए थे अब झारखण्ड़ में रोजगार मिलेगा तो बाहर नहीं जाएंगे.