जमशेदपुर: एक बार फिर बहारागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा नेता कुणाल षाडंगी की पहल पर तमिलनाडु के तिरूपूर में एक कंपनी में काम करने वाली बीस बेटियां वापस अपने घर लौटेंगी. इसको लेकर तिरूपूर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है.
झारखंड के पश्चिम सिंहभूम के चक्रधरपुर और चाईबासा की बीस से ज्यादा बेटियां तमिलनाडू के तिरूपूर के बेस्ट कार्प प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कार्य करती हैं. सभी अपना घर लौटना चाह रही है, लेकिन प्रबंधन उन्हें लौटने की अनुमति नहीं दे रहा है. सभी युवतियों को सोमवार को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अपने घर लौटना था, लेकिन स्टेशन से कपंनी प्रबंधन के लोगों ने जाने नहीं दिया.
युवतियों ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी. परिजनों ने इस मामले से पश्चिमी सिंहभूम जिले के उपायुक्त को भी अवगत कराया, लेकिन वहां से कुछ जबाव नहीं मिलने पर परिजनों ने बहारागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी को इस बात से अवगत कराया.
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कुणाल षाडंगी ने उन युवतियों को मदद पहुंचाने के उद्देश्य से मंगलवार की देर रात तमिलनाडु सरकार को ट्वीट कर मदद की आग्रह की. इस टवीट पर तमिलनाडु सरकार के स्वास्थ्य सचिव डॉ. बीला राजेश ने तिरूपूर जिले के उपायुक्त विजय कार्तिकेयन के इस पर पहल करने को कहा और जिले के उपायुक्त ने बहारागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा नेता कुणाल षाडंगी को ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी कि वह उन लड़कियों को जल्द वापस घर भेजेगे.