हजारीबागः लोक आस्था का महापर्व छठ धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. सूर्य देवता को प्रसन्न करने के लिए चार दिनों का अनुष्ठान इस व्रत में किया जाता हैं. इसको लेकर फलों का बाजार में लोगों की काफी भीड़ उमड़ी है. हजारीबाग में फलों का एक अनोखा बाजार है.
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हजारीबाग में अनोखा बाजार (Unique Market in Hazaribag) लगता है, जहां लाखों रुपया का फल बेचा जाता है. लेकिन इस बेचने की प्रक्रिया और तरीका बेहद अलग है. समाज के लोगों से सहयोग राशि ली जाती है और फिर फल बेचकर उन्हें बेचकर पैसा वापस किया जाता है. खासियत यह है कि लागत मूल्य पर ही फल बाजार में मुहैया कराया जाता है. इस बाजार का एकमात्र उद्देश्य बाजार के फल मूल्यों को नियंत्रित करना है. त्योहार के समय फलों की कीमत आसमान छू जाती है तो दूसरी ओर इस बार महंगाई की मार भी लोगों को झेलना पड़ रहा है.
ऐसे में यह बाजार आकर्षण का केंद्र बिंदु रहता है. इस बाजार में कोई व्यवसायी नहीं होता है बल्कि समाज के युवक संचालन करते हैं. जिसमें शिक्षक, अधिवक्ता, पत्रकार, समाजसेवी पूरे बाजार का संचालन करते हैं. बेहद श्रद्धा भावना के साथ बाजार का संचालन किया जाता है. बाजार लगाने के लिए 1 महीने सूर्य षष्ठी छठ पूजा वितरण समिति पैसा समाज के लोगों से एकत्रित करते हैं और फिर बेचकर उन्हें वापस किया जाता हैं. ऐसे में इस बाजार की चाहत यहां की जनता को भी होती है. इस बाजार में खासकर किसानों को विशेष रुप से जगह दिया जाता है जो अपना उत्पाद लाकर यहां बेचते हैं. इस बाजार में उनसे किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है. यहां तक कि रिफाइन घी भी लागत मूल्य पर ही उपलब्ध कराया जाता है.
यह बाजार पूरे जिले में सुर्खियों में रहता है. इस बार श्री सूर्य षष्ठी छठ पूजा फल वितरण समिति ने विभिन्न ब्लॉक में भी इसी तरह का बाजार लगाया है. जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब महिला पुरुष को भी सस्ते मूल्य में फल उपलब्ध हो सके.