हजारीबाग: 'शहीदों के मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पर मरने वालों का बाकी यही निशां होगा'. कुछ इन्हीं शब्दों को हजारीबाग के लोगों ने चरितार्थ किया है. हजारीबाग में पिछले 3 सालों से विशेष कार्यक्रम का आयोजन शहीद स्मारक स्थल पर किया जाता रहा है. जहां समाज का हर एक तबका दीपावली के पूर्व एक दीप शहीदों के नाम पर जलाता है.
2001 दीपक से श्रद्धांजलि
इस कार्यक्रम में समाज के हर एक तबके को जोड़ने की कोशिश की जाती है. यह बताया जाता है कि कैसे जवानों के कारण आज हम सुरक्षित हैं. हजारीबाग के लोगों ने इस साल 2001 दीपक जवानों की याद में जलाया और उनके बलिदान को याद किया. लोगों का कहना है कि जो जवान देश की सुरक्षा के लिए शहीद होते हैं इससे बड़ा बलिदान समाज के लिए कुछ नहीं होता. हमें उन शहीदों को नमन करना चाहिए और उन्हें श्रद्धांजलि देनी चाहिए.
ये भी पढ़ें- डालटनगंज रेलवे स्टेशन से दो लुटेरे गिरफ्तार, विदेशी हथियार बरामद
दिव्यांग बच्चों के हाथों बना होता है दीपक
इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह है कि जो दीपक शहीद स्मारक में जलाया जाता है वह दिव्यांग बच्चों के हाथों की बना होता है. जिसे आयोजनकर्ता पैसे देकर खरीदते हैं ताकि उन बच्चों को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जा सके.