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शिक्षकों की वापसी के लिए छात्रों का आंदोलन, कहा- टीचर नहीं आएंगे तो पढ़ाई कर देंगे बंद

हजारीबाग के आंगो थाना क्षेत्र में स्कूल के छात्र आंदोलन कर रहे हैं. छात्रों की मांग है कि इनके शिक्षक जिन्हें दूसरे स्कूलों में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है उन्हें वापस उनके स्कूल में लाया जाए.

School Students movement
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Published : Jul 2, 2022, 5:01 PM IST

Updated : Jul 2, 2022, 5:10 PM IST

हजारीबाग: जिले के सुदूरवर्ती इलाके आंगो थाना क्षेत्र के उत्क्रमित उच्च विद्यालय के छात्र-छात्रा अब आंदोलन की राह पर हैं. छात्रों ने सड़क किनारे श्रृंखला बनाकर सरकार से अपने शिक्षकों की वापसे के लिए अपील की है. इसके अलावा जिला प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया है. दरअसल स्कूल के छात्र चाहते हैं कि उनके पुराने शिक्षक वापस किए जाए जो प्रतिनियुक्ति में दूसरे स्कूल भेजे गए हैं.

ये भी पढ़ें: आवासीय स्कूल की रेलिंग फांद कर तीन बच्चे पहुंचे यूपी, कई दिनों से कर रहे थे सभी प्लानिंग

हजारीबाग के छात्र-छात्राएं इन दिनों पूरे राज्य भर में परचम लहरा लहरा रहे हैं. छात्रों को अगर शिक्षक नहीं मिल रहे हैं तो वे आंदोलन भी कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ हजारीबाग के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र आंगो में देखने को मिल रहा है. यहां छात्रों ने शिक्षकों को वापस अपने स्कूल में बुलाने की प्रशासन से मांग की है. दरअसल उत्क्रमित उच्च विद्यालय में कुल 19 शिक्षक पढ़ाते थे. जिनमें 3 शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति में दूसरे स्कूल में भेज दिया गया. जिनमें अंग्रेजी की शिक्षिका ममता कुमारी को चरही, केमेस्ट्री टीचर अर्चना मिश्रा को इंदिरा गांधी बालिका उच्च विद्यालय, गणित के शिक्षक रंजीत कुमार को हजारीबाग गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल में भेजा गया है.

देखें वीडियो

छात्रों का कहना है कि अंग्रेजी, रसायन शास्त्र और गणित की पढ़ाई स्कूल में अच्छी तरीके से नहीं हो रही है. इस कारण शिक्षकों को पुनः स्कूल भेजना चाहिए. छात्रों का कहना है कि अगर शिक्षक नहीं आएंगे तो वे भी स्कूल में नहीं पढ़ेंगे. छात्रों ने श्रृंखला बनाकर शिक्षकों की वापसी के लिए नारे भी लगाए. इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं सड़क पर दिखीं. छात्रों का यह भी कहना है कि अगर शिक्षक नहीं आएंगे तो स्कूल को ही बंद कर दिया जाए. विरोध में अभिभावकों का भी समर्थन छात्रों को मिला. अभिभावक भी चाहते हैं कि अच्छे शिक्षक गांव में आकर बच्चों को शिक्षा दें.

इस मामले को लेकर क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल हजारीबाग पुष्पा कुजूर ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है और जांच की जा रही है. उनका यह भी कहना है कि आंगो उत्क्रमित विद्यालय में 19 शिक्षक शिक्षिका थे उनमें से 3 शिक्षक शिक्षिकाओं प्रतिनियुक्ति के आधार पर दूसरे स्कूल भेजा गया है. ये वैसे स्कूल है जहां शिक्षकों की कमी थी. लेकिन अंगों उत्क्रमित विद्यालय के छात्र छातओं ने विरोध क्यों दर्ज किया है इसके पीछे का कारण क्या है इसे लेकर जांच की जा रही है.

हजारीबाग: जिले के सुदूरवर्ती इलाके आंगो थाना क्षेत्र के उत्क्रमित उच्च विद्यालय के छात्र-छात्रा अब आंदोलन की राह पर हैं. छात्रों ने सड़क किनारे श्रृंखला बनाकर सरकार से अपने शिक्षकों की वापसे के लिए अपील की है. इसके अलावा जिला प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया है. दरअसल स्कूल के छात्र चाहते हैं कि उनके पुराने शिक्षक वापस किए जाए जो प्रतिनियुक्ति में दूसरे स्कूल भेजे गए हैं.

ये भी पढ़ें: आवासीय स्कूल की रेलिंग फांद कर तीन बच्चे पहुंचे यूपी, कई दिनों से कर रहे थे सभी प्लानिंग

हजारीबाग के छात्र-छात्राएं इन दिनों पूरे राज्य भर में परचम लहरा लहरा रहे हैं. छात्रों को अगर शिक्षक नहीं मिल रहे हैं तो वे आंदोलन भी कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ हजारीबाग के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र आंगो में देखने को मिल रहा है. यहां छात्रों ने शिक्षकों को वापस अपने स्कूल में बुलाने की प्रशासन से मांग की है. दरअसल उत्क्रमित उच्च विद्यालय में कुल 19 शिक्षक पढ़ाते थे. जिनमें 3 शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति में दूसरे स्कूल में भेज दिया गया. जिनमें अंग्रेजी की शिक्षिका ममता कुमारी को चरही, केमेस्ट्री टीचर अर्चना मिश्रा को इंदिरा गांधी बालिका उच्च विद्यालय, गणित के शिक्षक रंजीत कुमार को हजारीबाग गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल में भेजा गया है.

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छात्रों का कहना है कि अंग्रेजी, रसायन शास्त्र और गणित की पढ़ाई स्कूल में अच्छी तरीके से नहीं हो रही है. इस कारण शिक्षकों को पुनः स्कूल भेजना चाहिए. छात्रों का कहना है कि अगर शिक्षक नहीं आएंगे तो वे भी स्कूल में नहीं पढ़ेंगे. छात्रों ने श्रृंखला बनाकर शिक्षकों की वापसी के लिए नारे भी लगाए. इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं सड़क पर दिखीं. छात्रों का यह भी कहना है कि अगर शिक्षक नहीं आएंगे तो स्कूल को ही बंद कर दिया जाए. विरोध में अभिभावकों का भी समर्थन छात्रों को मिला. अभिभावक भी चाहते हैं कि अच्छे शिक्षक गांव में आकर बच्चों को शिक्षा दें.

इस मामले को लेकर क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल हजारीबाग पुष्पा कुजूर ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है और जांच की जा रही है. उनका यह भी कहना है कि आंगो उत्क्रमित विद्यालय में 19 शिक्षक शिक्षिका थे उनमें से 3 शिक्षक शिक्षिकाओं प्रतिनियुक्ति के आधार पर दूसरे स्कूल भेजा गया है. ये वैसे स्कूल है जहां शिक्षकों की कमी थी. लेकिन अंगों उत्क्रमित विद्यालय के छात्र छातओं ने विरोध क्यों दर्ज किया है इसके पीछे का कारण क्या है इसे लेकर जांच की जा रही है.

Last Updated : Jul 2, 2022, 5:10 PM IST
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