ETV Bharat / city

हम ऐसे लड़ेंगे ओमीक्रोन से? हजारीबाग में एक महीने से बंद है RTPCR Test - ओमीक्रोन से लड़ने की तैयारी

झारखंड में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन का खतरा मंडरा रहा है. इधर झारखंड स्वास्थ्य महकमा इससे लोगों को बचाने के लिए तैयारियां पूरी होने का दावा कर रहा है. लेकिन अव्यवस्था इस पर सवाल खड़े कर रहीं हैं. हजारीबाग में एक माह से आरटीपीसीआर टेस्ट तक नहीं हो रहा है. ऐसे में व्यवस्थाओं पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस तरह हम ओमीक्रोन से लड़ेंगे?

rt-pcr-test-closed-in-hazaribag-for-a-month
RTPCR Test बंद है
author img

By

Published : Dec 24, 2021, 7:14 PM IST

Updated : Dec 25, 2021, 8:11 AM IST

हजारीबागः कोरोना का संक्रमण फिर पांव पसार रहा है. झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीज की संख्या में फिर से इजाफा हो रहा है. दूसरी ओर भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के कुल मामले 350 से ज्यादा हो चुके हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि Hazaribag Medical College Hospital के द्वारा किया जा रहा RT PCR टेस्ट पिछले एक महीने से बंद है. क्योंकि कंपनी ने कोरोना टेस्टिंग किट मुहैया नहीं कराया है.

इसे भी पढ़ें- Hazaribag Medical College Hospital में बदइंतजामीं, यहां मोबाइल की रोशनी में होता है इलाज!

हजारीबाग में कोरोना से जंग भगवान भरोसे है. कोई व्यक्ति संक्रमित है या नहीं इसकी जांच के लिए RT PCR Test सबसे विश्वसनीय माना जाता है. हजारीबाग में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संक्रमण के पिछले साल बड़े ही उत्साह के साथ लैब की स्थापना की गयी. यह विश्वास दिलाया गया कि लैब के जरिए हजारीबाग और आसपास के जिले के लोगों का कोरोना जांच में समस्या नहीं आएगी.

जानकारी देते संवाददाता

लेकिन पिछले एक महीने से जिस कंपनी का किट चाहिए वह जांच किट उपलब्ध नहीं करा रही है. जिस कारण हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं हो रहा है. लगभग प्रतिदिन इस लैब से 1500 लोगों का कोरोना टेस्ट होता था. जिसमें हजारीबाग, चतरा, कोडरमा जिला के लोग शामिल थे.

हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट डॉ. विनोद कुमार का कहना है कि समस्या तो जरूर हो रही है फिलहाल हम लोग तो ट्रूनेट से कोविड टेस्ट कर रहे हैं. इसके अलावा एक अन्य कंपनी के साथ एमओयू हुआ है वह एक चलंत लैब है. जिसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ही रखा गया है. उस लैब से भी लोगों का कोरोना टेस्ट करा रहे हैं. फिर भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना टेस्ट नहीं होने से समस्या तो आ रही है.

इसे भी पढ़ें- झारखंड में ओमीक्रोन वेरिएंट को लेकर तैयारी पूरी, रिम्स और सदर अस्पताल में लगाए गए 300 से ज्यादा बेड

एक ओर पूरा कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से लड़ने की तैयारी चल रही है तो दूसरी ओर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किट के कारण कोविड टेस्ट नहीं होना बड़ी लापरवाही कही जा सकती है. जरूरत है सरकार को जल्द से जल्द कोरोना टेस्ट शुरू करवाने की.

हजारीबागः कोरोना का संक्रमण फिर पांव पसार रहा है. झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीज की संख्या में फिर से इजाफा हो रहा है. दूसरी ओर भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के कुल मामले 350 से ज्यादा हो चुके हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि Hazaribag Medical College Hospital के द्वारा किया जा रहा RT PCR टेस्ट पिछले एक महीने से बंद है. क्योंकि कंपनी ने कोरोना टेस्टिंग किट मुहैया नहीं कराया है.

इसे भी पढ़ें- Hazaribag Medical College Hospital में बदइंतजामीं, यहां मोबाइल की रोशनी में होता है इलाज!

हजारीबाग में कोरोना से जंग भगवान भरोसे है. कोई व्यक्ति संक्रमित है या नहीं इसकी जांच के लिए RT PCR Test सबसे विश्वसनीय माना जाता है. हजारीबाग में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संक्रमण के पिछले साल बड़े ही उत्साह के साथ लैब की स्थापना की गयी. यह विश्वास दिलाया गया कि लैब के जरिए हजारीबाग और आसपास के जिले के लोगों का कोरोना जांच में समस्या नहीं आएगी.

जानकारी देते संवाददाता

लेकिन पिछले एक महीने से जिस कंपनी का किट चाहिए वह जांच किट उपलब्ध नहीं करा रही है. जिस कारण हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं हो रहा है. लगभग प्रतिदिन इस लैब से 1500 लोगों का कोरोना टेस्ट होता था. जिसमें हजारीबाग, चतरा, कोडरमा जिला के लोग शामिल थे.

हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट डॉ. विनोद कुमार का कहना है कि समस्या तो जरूर हो रही है फिलहाल हम लोग तो ट्रूनेट से कोविड टेस्ट कर रहे हैं. इसके अलावा एक अन्य कंपनी के साथ एमओयू हुआ है वह एक चलंत लैब है. जिसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ही रखा गया है. उस लैब से भी लोगों का कोरोना टेस्ट करा रहे हैं. फिर भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना टेस्ट नहीं होने से समस्या तो आ रही है.

इसे भी पढ़ें- झारखंड में ओमीक्रोन वेरिएंट को लेकर तैयारी पूरी, रिम्स और सदर अस्पताल में लगाए गए 300 से ज्यादा बेड

एक ओर पूरा कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से लड़ने की तैयारी चल रही है तो दूसरी ओर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किट के कारण कोविड टेस्ट नहीं होना बड़ी लापरवाही कही जा सकती है. जरूरत है सरकार को जल्द से जल्द कोरोना टेस्ट शुरू करवाने की.

Last Updated : Dec 25, 2021, 8:11 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.