हजारीबागः कोरोना का संक्रमण फिर पांव पसार रहा है. झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीज की संख्या में फिर से इजाफा हो रहा है. दूसरी ओर भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के कुल मामले 350 से ज्यादा हो चुके हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि Hazaribag Medical College Hospital के द्वारा किया जा रहा RT PCR टेस्ट पिछले एक महीने से बंद है. क्योंकि कंपनी ने कोरोना टेस्टिंग किट मुहैया नहीं कराया है.
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हजारीबाग में कोरोना से जंग भगवान भरोसे है. कोई व्यक्ति संक्रमित है या नहीं इसकी जांच के लिए RT PCR Test सबसे विश्वसनीय माना जाता है. हजारीबाग में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संक्रमण के पिछले साल बड़े ही उत्साह के साथ लैब की स्थापना की गयी. यह विश्वास दिलाया गया कि लैब के जरिए हजारीबाग और आसपास के जिले के लोगों का कोरोना जांच में समस्या नहीं आएगी.
लेकिन पिछले एक महीने से जिस कंपनी का किट चाहिए वह जांच किट उपलब्ध नहीं करा रही है. जिस कारण हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं हो रहा है. लगभग प्रतिदिन इस लैब से 1500 लोगों का कोरोना टेस्ट होता था. जिसमें हजारीबाग, चतरा, कोडरमा जिला के लोग शामिल थे.
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट डॉ. विनोद कुमार का कहना है कि समस्या तो जरूर हो रही है फिलहाल हम लोग तो ट्रूनेट से कोविड टेस्ट कर रहे हैं. इसके अलावा एक अन्य कंपनी के साथ एमओयू हुआ है वह एक चलंत लैब है. जिसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ही रखा गया है. उस लैब से भी लोगों का कोरोना टेस्ट करा रहे हैं. फिर भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना टेस्ट नहीं होने से समस्या तो आ रही है.
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एक ओर पूरा कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से लड़ने की तैयारी चल रही है तो दूसरी ओर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किट के कारण कोविड टेस्ट नहीं होना बड़ी लापरवाही कही जा सकती है. जरूरत है सरकार को जल्द से जल्द कोरोना टेस्ट शुरू करवाने की.