हजारीबाग: जिले के टाउन रेलवे स्टेशन के दिन अब बदलने वाले हैं. हजारीबाग के लोगों को लंबी दूरी की ट्रेन सेवा बहुत जल्द मिल सकती है. इसके लिए प्रयास शुरू हो चुका है. वर्तमान समय में यह रेलवे स्टेशन सिर्फ कोयला ढुलाई के लिए ही जाना जाता रहा.
हजारीबाग के लोग पिछले 5 सालों से लंबी दूरी की ट्रेन की मांग कर रहे हैं. इसके लिए स्थानीय लोगों ने आंदोलन भी किया और रेल विस्तार समिति भी बनाई. जिसके बैनर तले पैदल मार्च से लेकर ज्ञापन सौंपने तक का काम किया. इन तमाम कोशिशों ने रंग लाया है हजारीबाग से पटना जाने के लिए एक ट्रेन भी मिली लेकिन उसका समय बेहद खराब होने के कारण उपयोगिता साबित नहीं हुई. वहीं, दो पैसेंजर ट्रेन हजारीबाग से कोडरमा के लिए चलती है. ऐसे में लोगों का कहना है कि यह रेलवे स्टेशन सिर्फ दिखावे के लिए रह गया है. लोगों का कहना है कि जब पीएम मोदी ने इस रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया था तो उम्मीद लगाई जा रही थी कि हजारीबाग को कई ट्रेन मिलेंगी. लेकिन अब यहां के लोगों का कहना है कि स्टेशन देखकर ऐसा लगता है कि उनके साथ मजाक किया गया है. यहां से सिर्फ और सिर्फ कोयले की ढुलाई ही होती है.
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हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने आश्वासन दिया है कि हजारीबाग से लंबी दूरी की ट्रेन गुजरेगी. जिसका लाभ यहां के लोगों को मिलेगा. उनका यह भी कहना है कि एक राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन हजारीबाग होते हुए जाएगी जिसका यहां स्टॉपेज भी रहेगा. इस बात को लेकर रेल मंत्री से भी बातचीत की गई है. वहीं अन्य लंबी दूरी की ट्रेन भी हजारीबाग को जल्द ही मिलेगी.
वर्तमान समय में विभिन्न ऊर्जा संयंत्र को हजारीबाग रेलवे स्टेशन से कोयला भेजा जा रहा है. जिससे रेलवे को अच्छी आमदनी भी हो रही है. लेकिन रेलवे स्टेशन जिस उद्देश्य से यहां बनाया गया था वह पूरा नहीं हो रहा है. जहां एक ओर जयंत सिन्हा ने कहा है कि जल्द से जल्द लंबी दूरी की ट्रेन हजारीबाग को मिलने वाली है. तो वहीं यहां के लोगों का कहना है कि यह सिर्फ जुमला है.