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25 लाख की नौकरी छोड़, अनुराग आनंद ने Startup से स्टार्ट किया ऑर्गेनिक ऑयल बिजनेस

स्टार्टअप की मदद से हजारीबाग के अनुराग आनंद शुद्ध ऑर्गेनिक तेल का व्यवसाय कर रहे हैं. 10 से अधिक देशों में नौकरी की, 25 लाख का सालाना वेतन छोड़ दिया. अब घर आकर उन्होंने समाज को शुद्ध और उच्च क्वालिटी का स्वास्थ्यवर्धक सामान उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खुद को इस काम में लगा दिया.

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हजारीबाग के अनुराग आनंद
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Published : Dec 6, 2021, 3:23 PM IST

Updated : Dec 6, 2021, 11:02 PM IST

हजारीबागः मौजूदा दशक Startup in India का दशक साबित होने जा रहा है. देश में स्टार्टअप की संख्या तो तेजी से बढ़ रही है. नई पीढ़ी प्रयोग करने और फेल होने से नहीं डरती. हमारी इकोनॉमी जिस तरह से बढ़ रही है, उससे अगले वर्षों में भी यूनिकॉर्न की संख्या और वैल्यूएशन में भारी बढ़त की उम्मीद है. ईटीवी भारत आज आपको एक ऐसे युवक से मिलाने जा रहा है. जिसने स्टार्टअप के जरिए अपना व्यवसाय शुरू किया और अब इतिहास रचने की कोशिश में जुट गया है.

इसे भी पढ़ें- BBA चाय वाला! स्टार्टअप छोटा पर हौसले की उड़ान बड़ी

अनुराग आनंद हजारीबाग का रहने वाला है. जिसने 10 से अधिक देशों में जाकर नौकरी की, जिसका वेतन 25 लाख रुपया सालाना था. लेकिन अनुराग ने कुछ अलग करने की ठानी. उन्होंने सोचा कि क्यों ना अब दूसरों को रोजगार दिया जाए. इसी सोच के साथ शुरू कर डाला हजारीबाग में एक ऐसा व्यवसाय, जो आने वाले समय में ग्रोइंग इंडस्ट्री के रूप में देखा जा रहा है. आम बोलचाल की भाषा में जब कोई व्यक्ति कुछ काम नहीं करता है तो घर वाले बोलते हैं कि क्या तेल बेचोगे. आज हम आपको एक ऐसे ही युवक से मिलवा रहे हैं जिन्होंने तेल बेचने का व्यवसाय शुरू किया है. लेकिन उनका व्यवसाय बेहद खास है. वो ऑर्गेनिक सरसों का तेल Wooden Cold Pressed Oil उपलब्ध करा रहे हैं.

देखें स्पेशल स्टोरी

हजारीबाग के कालीबाड़ी रोड में अनुराग आनंद का अपना पैतृक आवास है. अनुराग आनंद ने हजारीबाग के अनद्दा स्कूल से पढ़ाई की, बीकॉम हजारीबाग से ही हुई. उच्च शिक्षा के लिए एमबीए पुणे से डिग्री ली और अमेरिकन कंपनी में काम करना शुरू किया. कड़ी लगन और मेहनत से उन्होंने मुकाम भी पाया, अमेरिका में जाकर नौकरी की. अनुराग की काबिलियत को देखते हुए कंपनी ने पूरे यूरोपीय देशों में जाकर काम करने का मौका दिया. इस दौरान लंदन, फ्रांस, पोलैंड, जर्मनी, दुबई, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क में जाकर कंपनी को बुलंदी दिलायी. अनुराग की मेहनत से उसका वेतन 25 लाख रुपया सालाना हो गया. वो 17 साल तक घर से बाहर रहा और लगभग 5 साल तक विदेश के कई देशों में जाकर नौकरी की.

इसी दौरान उनकी मां को कैंसर हो गया. कैंसर के इलाज में वह कई डॉक्टरों के पास गया. उसे पता चला कि खराब खानपान के कारण उनकी मां इस लाइलाज बीमारी का शिकार हुई हैं. उसी वक्त अनुराग ने सोचा कि वो समाज को High Quality Health Care Products उपलब्ध कराएंगे. अनुराग ने इसको लेकर शोध प्रारंभ किया. रिसर्च के बाद पता चला कि तेल वर्तमान समय में बीमारी का बहुत बड़ा कारण बन रहा है. इस कारण तेल का व्यवसाय करने का मन बनाया. अनुराग ने रांची, पुणे, हैदराबाद, नासिक जाकर ऑर्गेनिक खेती की ट्रेनिंग ली और हजारीबाग में घर से अपना व्यवसाय शुरू किया.

अनुराग आनंद ने स्टार्टअप के जरिए अपने घर में ही ऑर्गेनिक लकड़ी घानी से सरसों तेल का उत्पादन शुरू किया. अनुराग बताते हैं कि इस तेल को बहुत कम तापमान पर तैयार किया जाता है. कम तापमान में तैयार होने के कारण तेल में मौजूद पोषक तत्व बने रहते हैं और जो शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद है. लकड़ी घानी तेल को पहले कोल्हू से तैयार किया जाता था. जिसमें पशु को बांधकर चक्की चलती थी और उसमें बीज डालकर तेल निकाला जाता था. लेकिन वर्तमान समय में सिर्फ बैल हट गया है लेकिन लकड़ी की घानी से ही तेल निकाल कर बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है. इसे Cold Pressed Oil भी कहा जाता है. जिसमें बबूल की लकड़ी से बीज में तेल निकलता है, जिसमें किसी भी तरह का रसायन मिक्स नहीं है.

इसे भी पढ़ें- शाैक काे बनाया करियर, आज लाखाें में हाे रही कमाई

वर्तमान समय में लगभग प्रतिदिन 30 से 40 लीटर तेल वो बेच रहे हैं. अनुराग का कहना है कि आने वाले 1 महीने में यह सारे ऑनलाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध होगा. लोगों को तेल के बारे में बताने के लिए सोशल साइट की मदद ली जाएगी. जिससे अधिक से अधिक लोग इसका उपयोग कर सकें. अनुराग का कहना है कि वर्तमान समय में यह तेल मंहगी जरूर है लेकिन स्वास्थ्य के काफी लाभदायक है. अनुराग कहते हैं कि हजारीबाग में ही उनके पास जमीन है. जहां वो ऑर्गेनिक तरीके से सरसों की खेती शुरू कर रहे हैं. अब अपने ही सरसों से तेल निकालकर शुद्ध रूप से उसे बाजार में उपलब्ध कराएंगे, जिसमें किसी भी तरह की मिलावट नहीं होगी. यह तेल शत-प्रतिशत स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा.

अनुराग के पास सिर्फ सरसों तेल का लगभग 5 क्वालिटी है. पीली सरसों, लाल सरसों से अलग-अलग तरह से तेल निकाला जा रहा है. यही नहीं मूंगफली का तेल भी उनके द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है. अनुराग कहते हैं कि हम सभी लोग बाजार में अच्छी रकम देने के बावजूद खराब सामान ले रहे हैं. ऐसे में मेरा एक छोटा-सा प्रयास है कि लोगों को शुद्ध सामान उपलब्ध कराया जाए. उनका कहना है कि 25 लाख रुपए तक का वेतन छोड़कर तेल बेचने का काम को चुनौती के रूप में काम करना शुरू किया है. वो चाहते हैं कि आने वाले दिनों में इस व्यवसाय के जरिए वो इलाके के लोगों को रोजगार दे सकें, जिससे उनका घर चले और शुद्ध और स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके.

अनुराग को स्टार्टअप शुरू किए हुए कुछ ही महीने हुए हैं. लेकिन जो भी ग्राहक उनकी दुकान से एक बार तेल ले गए हैं, वो बार-बार उनके ही पास से तेल खरीदना पसंद करते हैं. ग्राहकों का कहना है कि उन्हें काफी खुशी है कि नौजवान युवक के प्रयास से आम लोगों को शुद्ध सरसों का तेल मिल रहा है. यह तेल हृदय रोग, कोलैस्ट्रॉल को कम करने, त्वचा के लिए फायदेमंद, हड्डियों से जुड़ी समस्याओं से आराम पहुंचाने का काम करता है. इस तेल से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है, अस्थमा की रोकथाम भी होती है. ऐसे में सभी लोगों का प्रयास होना चाहिए कि इन्हें प्रोत्साहित किया जाए तो हम अपने से छोटे से प्रयास से कर भी रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- इंजीनियरिंग छोड़ अपनाया दुनिया का सबसे स्वादिष्ट व्यापार, देशभर में हो रहा मशहूर

अनुराग आनंद के पिता कहते हैं कि मेरा बेटा बहुत ही कम समय में काफी ऊंचाई पाया, देश विदेश में जाकर नौकरी की. लेकिन हर एक व्यक्ति को एक ना एक दिन अपने गांव अपने शहर लौटना ही पड़ता है. मेरा बेटा समय से पहले लौटा और कुछ ऐसा सेवा समाज के लिए कर रहा है, जिसकी जरूरत वर्तमान समय में सबसे अधिक है. उन्होंने कहा कि वो अपने पुत्र के इस काम के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं.

अनुराग आनंद युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रहे हैं. आने वाला 10 साल Food and Health Industry का होगा. ऐसे में अनुराग आनंद ने बहुत ही सोच विचार और रिसर्च करने के बाद अपना व्यवसाय शुरू किया है. उनके इस कदम को सफलता मिले इसकी कामना हम भी करते हैं.

हजारीबागः मौजूदा दशक Startup in India का दशक साबित होने जा रहा है. देश में स्टार्टअप की संख्या तो तेजी से बढ़ रही है. नई पीढ़ी प्रयोग करने और फेल होने से नहीं डरती. हमारी इकोनॉमी जिस तरह से बढ़ रही है, उससे अगले वर्षों में भी यूनिकॉर्न की संख्या और वैल्यूएशन में भारी बढ़त की उम्मीद है. ईटीवी भारत आज आपको एक ऐसे युवक से मिलाने जा रहा है. जिसने स्टार्टअप के जरिए अपना व्यवसाय शुरू किया और अब इतिहास रचने की कोशिश में जुट गया है.

इसे भी पढ़ें- BBA चाय वाला! स्टार्टअप छोटा पर हौसले की उड़ान बड़ी

अनुराग आनंद हजारीबाग का रहने वाला है. जिसने 10 से अधिक देशों में जाकर नौकरी की, जिसका वेतन 25 लाख रुपया सालाना था. लेकिन अनुराग ने कुछ अलग करने की ठानी. उन्होंने सोचा कि क्यों ना अब दूसरों को रोजगार दिया जाए. इसी सोच के साथ शुरू कर डाला हजारीबाग में एक ऐसा व्यवसाय, जो आने वाले समय में ग्रोइंग इंडस्ट्री के रूप में देखा जा रहा है. आम बोलचाल की भाषा में जब कोई व्यक्ति कुछ काम नहीं करता है तो घर वाले बोलते हैं कि क्या तेल बेचोगे. आज हम आपको एक ऐसे ही युवक से मिलवा रहे हैं जिन्होंने तेल बेचने का व्यवसाय शुरू किया है. लेकिन उनका व्यवसाय बेहद खास है. वो ऑर्गेनिक सरसों का तेल Wooden Cold Pressed Oil उपलब्ध करा रहे हैं.

देखें स्पेशल स्टोरी

हजारीबाग के कालीबाड़ी रोड में अनुराग आनंद का अपना पैतृक आवास है. अनुराग आनंद ने हजारीबाग के अनद्दा स्कूल से पढ़ाई की, बीकॉम हजारीबाग से ही हुई. उच्च शिक्षा के लिए एमबीए पुणे से डिग्री ली और अमेरिकन कंपनी में काम करना शुरू किया. कड़ी लगन और मेहनत से उन्होंने मुकाम भी पाया, अमेरिका में जाकर नौकरी की. अनुराग की काबिलियत को देखते हुए कंपनी ने पूरे यूरोपीय देशों में जाकर काम करने का मौका दिया. इस दौरान लंदन, फ्रांस, पोलैंड, जर्मनी, दुबई, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क में जाकर कंपनी को बुलंदी दिलायी. अनुराग की मेहनत से उसका वेतन 25 लाख रुपया सालाना हो गया. वो 17 साल तक घर से बाहर रहा और लगभग 5 साल तक विदेश के कई देशों में जाकर नौकरी की.

इसी दौरान उनकी मां को कैंसर हो गया. कैंसर के इलाज में वह कई डॉक्टरों के पास गया. उसे पता चला कि खराब खानपान के कारण उनकी मां इस लाइलाज बीमारी का शिकार हुई हैं. उसी वक्त अनुराग ने सोचा कि वो समाज को High Quality Health Care Products उपलब्ध कराएंगे. अनुराग ने इसको लेकर शोध प्रारंभ किया. रिसर्च के बाद पता चला कि तेल वर्तमान समय में बीमारी का बहुत बड़ा कारण बन रहा है. इस कारण तेल का व्यवसाय करने का मन बनाया. अनुराग ने रांची, पुणे, हैदराबाद, नासिक जाकर ऑर्गेनिक खेती की ट्रेनिंग ली और हजारीबाग में घर से अपना व्यवसाय शुरू किया.

अनुराग आनंद ने स्टार्टअप के जरिए अपने घर में ही ऑर्गेनिक लकड़ी घानी से सरसों तेल का उत्पादन शुरू किया. अनुराग बताते हैं कि इस तेल को बहुत कम तापमान पर तैयार किया जाता है. कम तापमान में तैयार होने के कारण तेल में मौजूद पोषक तत्व बने रहते हैं और जो शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद है. लकड़ी घानी तेल को पहले कोल्हू से तैयार किया जाता था. जिसमें पशु को बांधकर चक्की चलती थी और उसमें बीज डालकर तेल निकाला जाता था. लेकिन वर्तमान समय में सिर्फ बैल हट गया है लेकिन लकड़ी की घानी से ही तेल निकाल कर बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है. इसे Cold Pressed Oil भी कहा जाता है. जिसमें बबूल की लकड़ी से बीज में तेल निकलता है, जिसमें किसी भी तरह का रसायन मिक्स नहीं है.

इसे भी पढ़ें- शाैक काे बनाया करियर, आज लाखाें में हाे रही कमाई

वर्तमान समय में लगभग प्रतिदिन 30 से 40 लीटर तेल वो बेच रहे हैं. अनुराग का कहना है कि आने वाले 1 महीने में यह सारे ऑनलाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध होगा. लोगों को तेल के बारे में बताने के लिए सोशल साइट की मदद ली जाएगी. जिससे अधिक से अधिक लोग इसका उपयोग कर सकें. अनुराग का कहना है कि वर्तमान समय में यह तेल मंहगी जरूर है लेकिन स्वास्थ्य के काफी लाभदायक है. अनुराग कहते हैं कि हजारीबाग में ही उनके पास जमीन है. जहां वो ऑर्गेनिक तरीके से सरसों की खेती शुरू कर रहे हैं. अब अपने ही सरसों से तेल निकालकर शुद्ध रूप से उसे बाजार में उपलब्ध कराएंगे, जिसमें किसी भी तरह की मिलावट नहीं होगी. यह तेल शत-प्रतिशत स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा.

अनुराग के पास सिर्फ सरसों तेल का लगभग 5 क्वालिटी है. पीली सरसों, लाल सरसों से अलग-अलग तरह से तेल निकाला जा रहा है. यही नहीं मूंगफली का तेल भी उनके द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है. अनुराग कहते हैं कि हम सभी लोग बाजार में अच्छी रकम देने के बावजूद खराब सामान ले रहे हैं. ऐसे में मेरा एक छोटा-सा प्रयास है कि लोगों को शुद्ध सामान उपलब्ध कराया जाए. उनका कहना है कि 25 लाख रुपए तक का वेतन छोड़कर तेल बेचने का काम को चुनौती के रूप में काम करना शुरू किया है. वो चाहते हैं कि आने वाले दिनों में इस व्यवसाय के जरिए वो इलाके के लोगों को रोजगार दे सकें, जिससे उनका घर चले और शुद्ध और स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके.

अनुराग को स्टार्टअप शुरू किए हुए कुछ ही महीने हुए हैं. लेकिन जो भी ग्राहक उनकी दुकान से एक बार तेल ले गए हैं, वो बार-बार उनके ही पास से तेल खरीदना पसंद करते हैं. ग्राहकों का कहना है कि उन्हें काफी खुशी है कि नौजवान युवक के प्रयास से आम लोगों को शुद्ध सरसों का तेल मिल रहा है. यह तेल हृदय रोग, कोलैस्ट्रॉल को कम करने, त्वचा के लिए फायदेमंद, हड्डियों से जुड़ी समस्याओं से आराम पहुंचाने का काम करता है. इस तेल से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है, अस्थमा की रोकथाम भी होती है. ऐसे में सभी लोगों का प्रयास होना चाहिए कि इन्हें प्रोत्साहित किया जाए तो हम अपने से छोटे से प्रयास से कर भी रहे हैं.

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अनुराग आनंद के पिता कहते हैं कि मेरा बेटा बहुत ही कम समय में काफी ऊंचाई पाया, देश विदेश में जाकर नौकरी की. लेकिन हर एक व्यक्ति को एक ना एक दिन अपने गांव अपने शहर लौटना ही पड़ता है. मेरा बेटा समय से पहले लौटा और कुछ ऐसा सेवा समाज के लिए कर रहा है, जिसकी जरूरत वर्तमान समय में सबसे अधिक है. उन्होंने कहा कि वो अपने पुत्र के इस काम के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं.

अनुराग आनंद युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रहे हैं. आने वाला 10 साल Food and Health Industry का होगा. ऐसे में अनुराग आनंद ने बहुत ही सोच विचार और रिसर्च करने के बाद अपना व्यवसाय शुरू किया है. उनके इस कदम को सफलता मिले इसकी कामना हम भी करते हैं.

Last Updated : Dec 6, 2021, 11:02 PM IST
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