हजारीबाग: शहर में जहां सब्जी की बिक्री होती है वहां अब हजारीबाग नगर निगम की ओर से नया बाजार बनवाया जा रहा है. इसे लेकर किसानों को वहां से हटा दिया गया है और उनके लिए किसी भी तरह की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है. जहां वो सब्जी बेच सकें. इस कारण से किसान मेन रोड पर सड़क के किनारे सब्जी बेचने को मजबूर हैं. जिससे आम जनता के साथ-साथ राहगीर को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सब्जी बेचने के कारण जाम की स्थिति भी बन गई है. अब किसान अपनी समस्या को लेकर आंदोलन करने के मूड में हैं.
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किसान आज के समय में राजनीतिक दलों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है. किसान को अन्नदाता कहा जाता है. लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि किसान आज के समय में सबसे अधिक परेशान हैं. हजारीबाग शहर के बीचोबीच कालीबाड़ी रोड में पिछले 20 सालों से किसान सब्जी बेचते आ रहे हैं. लेकिन अब वहां नगर निगम ने दुकान बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है. कहा जा रहा है कि इसमें किसानों को भी जगह दी जाएगी. लेकिन फिलहाल किसानों को वहां से हटा दिया गया. ऐसे में वे अब मेन रोड झंडा चौक के पास ही सड़क के किनारे सब्जी बेचने को मजबूर हैं. यहां लगभग 20 से 25 गांव के किसान प्रत्येक दिन सब्जी लेकर पहुंचते हैं.
किसानों को हो रही परेशानी
सड़क पर सब्जी की दुकान लगने से ट्रैफिक की समस्या भी उत्पन्न हो गई है. वहीं जिनके घर या प्रतिष्ठान के सामने किसान दुकान लगाते हैं, वो लोग भी उन्हें परेशान करते हैं. किसानों का कहना है कि कभी-कभी तो सब्जी सड़क पर ही लोग फेक देते हैं. ऐसे में हम लोगों को भारी नुकसान हो रहा है. किसानों का कहना है हमारे बारे में सोचने वाला कोई नहीं है. जनप्रतिनिधि या फिर प्रशासनिक पदाधिकारी किसी ने भी इस मामले में संज्ञान नहीं लिया. हमारे ऊपर जुल्म हो रहा है. जब भी राजनीति की बात की जाती है तो किसान का बात अवश्य होती है. लेकिन किसान कैसे अपना उत्पाद बेचे इसके लिए किसी को चिंता नहीं है.
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किसानों ने दी चेतावनी
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि यह दुर्भाग्य है कि किसान सड़क किनारे सब्जी बेचने को मजबूर हैं. जहां कड़कड़ाती धूप और बे मौसम बरसात से भी किसान परेशान हो रहे हैं. ऐसे में किसानों का कहना है कि 3 दिनों के अंदर हमारा समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम शहर में सब्जी ही नहीं बेचेंगे.