हजारीबाग: जिले में अपना भारत बैनर तले युवाओं ने रक्तदान किया. रेड क्रॉस सोसायटी की ओर से तमाम सुविधाएं मुहैया कराई गई. दरअसल, हजारीबाग में थैलेसीमिया के लगभग 125 मरीज हैं, जिन्हें खून की हमेशा आवश्यकता पड़ती है. समय पर खून नहीं मिलने के कारण उनकी जान भी जा सकती है. ऐसे में हजारीबाग के ब्लड बैंक में खून की खासी कमी रहती है.
इसको लेकर युवा अधिवक्ता विकास कुमार के नेतृत्व में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है, एक यूनिट ब्लड देने से शरीर में कुछ कमी नहीं होती है. हालांकि जिसे दान दिया जाता है, उसकी जान बच जाती है. इस कारण युवाओं को बढ़-चढ़कर रक्तदान करना चाहिए. उन्होंने हजारीबाग की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि सदर अस्पताल में ब्लड की कमी है.
वहीं, सदर अस्पताल में सेवा दे रहे समाजसेवी निर्मल जैन का कहना है कि हमारे पास हमेशा थैलेसीमिया और गर्भवती महिलाओं के लिए उनके परिजन ब्लड लेने आते हैं. सदर अस्पताल में रक्तदान करने वालों की संख्या घटी है. इस कारण पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं रहता है. ऐसे में अपना भारत के बैनर तले युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.