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आपका रक्तदान बचा सकता है कई जिंदगियां, हजारीबाग में थैलेसीमिया से खून की कमी

हजारीबाग में बढ़ते थैलेसीमिया मरीजों के चलते खून की हो गई है. इसको लेकर लोगों ने रक्तदान किया है.

हजारीबाग में लोगों ने किया रक्तदान
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Published : Jul 4, 2019, 4:27 PM IST

हजारीबाग: जिले में अपना भारत बैनर तले युवाओं ने रक्तदान किया. रेड क्रॉस सोसायटी की ओर से तमाम सुविधाएं मुहैया कराई गई. दरअसल, हजारीबाग में थैलेसीमिया के लगभग 125 मरीज हैं, जिन्हें खून की हमेशा आवश्यकता पड़ती है. समय पर खून नहीं मिलने के कारण उनकी जान भी जा सकती है. ऐसे में हजारीबाग के ब्लड बैंक में खून की खासी कमी रहती है.

वीडियो में देखें पूरी खबर

इसको लेकर युवा अधिवक्ता विकास कुमार के नेतृत्व में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है, एक यूनिट ब्लड देने से शरीर में कुछ कमी नहीं होती है. हालांकि जिसे दान दिया जाता है, उसकी जान बच जाती है. इस कारण युवाओं को बढ़-चढ़कर रक्तदान करना चाहिए. उन्होंने हजारीबाग की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि सदर अस्पताल में ब्लड की कमी है.

वहीं, सदर अस्पताल में सेवा दे रहे समाजसेवी निर्मल जैन का कहना है कि हमारे पास हमेशा थैलेसीमिया और गर्भवती महिलाओं के लिए उनके परिजन ब्लड लेने आते हैं. सदर अस्पताल में रक्तदान करने वालों की संख्या घटी है. इस कारण पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं रहता है. ऐसे में अपना भारत के बैनर तले युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

हजारीबाग: जिले में अपना भारत बैनर तले युवाओं ने रक्तदान किया. रेड क्रॉस सोसायटी की ओर से तमाम सुविधाएं मुहैया कराई गई. दरअसल, हजारीबाग में थैलेसीमिया के लगभग 125 मरीज हैं, जिन्हें खून की हमेशा आवश्यकता पड़ती है. समय पर खून नहीं मिलने के कारण उनकी जान भी जा सकती है. ऐसे में हजारीबाग के ब्लड बैंक में खून की खासी कमी रहती है.

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इसको लेकर युवा अधिवक्ता विकास कुमार के नेतृत्व में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है, एक यूनिट ब्लड देने से शरीर में कुछ कमी नहीं होती है. हालांकि जिसे दान दिया जाता है, उसकी जान बच जाती है. इस कारण युवाओं को बढ़-चढ़कर रक्तदान करना चाहिए. उन्होंने हजारीबाग की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि सदर अस्पताल में ब्लड की कमी है.

वहीं, सदर अस्पताल में सेवा दे रहे समाजसेवी निर्मल जैन का कहना है कि हमारे पास हमेशा थैलेसीमिया और गर्भवती महिलाओं के लिए उनके परिजन ब्लड लेने आते हैं. सदर अस्पताल में रक्तदान करने वालों की संख्या घटी है. इस कारण पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं रहता है. ऐसे में अपना भारत के बैनर तले युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

Intro:हजारीबाग सदर अस्पताल ब्लड बैंक में रक्त की कमी है। इसे देखते हुए अब हजारीबाग की युवा सामने आ रहे हैं, ताकि सदर अस्पताल में ब्लड की कमी ना हो।


Body:हजारीबाग में अपना भारत बैनर के तले युवाओं ने अपनी इच्छा से रक्तदान किया। रेड क्रॉस सोसायटी की ओर से तमाम सुविधा की गई थी। जहां सुबह के 11:00 बजे से ही युवक कतार में खड़े होकर रक्तदान किया। दरअसल हजारीबाग में थैलेसीमिया के लगभग 125 मरीज है। जिन्हें रक्त की हमेशा आवश्यकता पड़ती है ।समय पर खून नहीं मिलने के कारण उनकी जान भी जा सकती है ।ऐसे में हजारीबाग में ब्लड बैंक में ब्लड की घोर कमी रहती है। इसे देखते हुए युवा अधिवक्ता विकास कुमार के नेतृत्व में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है, एक यूनिट ब्लड देने से शरीर में कुछ कमी नहीं होती है। लेकिन जिसे दान दिया जाता है उसकी जान बच जाती है। इस कारण युवाओं को बढ़-चढ़कर दान करना चाहिए। उन्होंने हजारीबाग की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि सदर अस्पताल में ब्लड की कमी है।

वहीं समाजसेवी जो सदर अस्पताल में सेवा दे रहे निर्मल जैन का कहना है कि हमारे पास हमेशा थैलेसीमिया और गर्भवती महिलाओं के लिए उनके परिजन ब्लड लेने आते हैं। सदर अस्पताल में रक्तदान करने वालों की संख्या घटी है। इस कारण पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं रहती। ऐसे में अपना भारत के बैनर तले युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जिससे सदर अस्पताल ब्लड बैंक को बल मिलेगा उन्होंने आम जनता से अपील भी किया है कि हर एक 3 महीने पर रख दान करें ताकि आपका रक्त किसी मरीज का जान बचा सकता है।

byte.... विकास कुमार आयोजक रक्तदान शिविर
byte.... निर्मल जैन समाजसेवी



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