हजारीबाग: जिले में एक संदिग्ध कोरोना मरीज की मौत इलाज के दौरान हो गई. मरीज 4 दिन पहले दिल्ली से हजारीबाग एंबुलेंस से पहुंची थी. बताया जा रहा है कि वह दिल्ली में ही बीमार थी. हजारीबाग आने के बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था.
हजारीबाग फॉरेस्ट ट्रेनिंग सेंटर मे बने में बने आइसोलेशन वार्ड में इलाजरत संदिग्ध कोरोना मरीज की मौत हो गई. मृतक मरीज के बारे में बताया जा रहा है कि वह दिल्ली से हजारीबाग एंबुलेंस से आई थी. दिल्ली में ही उसकी तबीयत खराब बताई जा रही थी. जो मधुमेह रोग से ग्रसित थी, उसे 4 दिन पहले ही दिल्ली से गांव लाया गया था. गांव के लोगों ने उसे जांच के लिए अस्पताल भेजा. जहां से उसे आइसोलेशन सेंटर शिफ्ट किया गया था. मृतक अपने पूरे परिवार के साथ हजारीबाग आई थी. उसके साथ उसका बेटा, बेटी और दामाद हैं. तीनों अभी फॉरेस्ट ट्रेनिंग सेंटर में बने आइसोलेशन सेंटर में इलाज करवा रहे हैं. मृतक हजारीबाग के कटकमसांडी थाना अंतर्गत पबरा गांव की रहने वाली है. जिसकी उम्र लगभग 75 वर्ष बताई जा रही है.
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सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी आइसोलेशन सेंटर पहुंचे हैं. एहतियात के तौर पर किसी भी व्यक्ति को अंदर प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जा रही है. स्वयं हजारीबाग की एसडीओ मेघा भारद्वाज इस मामले को देख रही है. जानकारी के अनुसार मृतक का सैंपल टेस्ट के लिए रांची भेजा गया है, अब जिला प्रशासन रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है. रिपोर्ट अगर पॉजिटिव आता है तो अलग नियम है, अगर निगेटिव आया तो शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा. वहीं मृतक के परिजन भी आइसोलेशन सेंटर पहुंचे हैं.यह दूसरा मामला है जब आइसोलेशन में रखा मरीज की मौत हुई है. पहले मरीज की मौत के बाद रिजल्ट नेगेटिव आया था और शव परिजनों को सौंप दिया गया था .अब इस मामले को लेकर भी जिला प्रशासन ने नियमसंगत काम करने की बात कही है.