हजारीबाग: सात समुंदर पार नाइजीरिया के 35 सदस्य टीम झारखंड के हजारीबाग पहुंची. दरअसल, नाइजीरिया से आई टीम ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन का अवलोकन करने के लिए पहुंची है. उनके साथ कई एजेंसी के अधिकारी भी मौजूद रहे. जिसमें प्रमुख वर्ल्ड बैंक यूनिसेफ के डब्ल्यूएचओ के अधिकारी थे.
हजारीबाग में आगामी 3 दिनों तक विदेश से आए मेहमान स्वच्छ भारत अभियान की जानकारी और क्षेत्र भ्रमण कर इसका अवलोकन करेंगे. जिसे अपने देश में उतारने की कोशिश करेंगे. जिला प्रशासन के द्वारा नाइजीरिया से आए अधिकारी का जोरदार स्वागत परिषद भवन में किया गया. जहां मेहमान दल के स्वागत के लिए झारखंड का पारंपारिक कला की प्रस्तुति की गई. उनके स्वागत में छऊ नृत्य नाटिका और पारंपरिक नागपुरी लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया, साथ ही साथ महात्मा गांधी के प्रिय भजन का आयोजन किया गया.
अधिकारियों की टीम ने यहां कि संस्कृति का लुफ्त लिया और रात का डिनर किया. आगामी दो दिनों तक हजारीबाग में 3 प्रखंडों के 4 पंचायत में जाकर खुले में शौच से मुक्त के लिए किए गए प्रयास और जनभागीदारी की जानकारी लेंगे और शौचालय निर्माण, व्यवहार परिवर्तन को लेकर भी चर्चा करेंगे.
इस दौरान नाइजीरिया की टीम गांव के लोगों से बात करेगें और मुखिया से जानकारी ली जाएगी कि आखिर उन्होंने किस तरह से ग्रामीणों का व्यवहार परिवर्तन किया. टीम के द्वारा मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का जायजा लिया जाएगा. साथ ही पंचायत में एक भवन का उद्घाटन किया जाएगा. दल के द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था का भी अवलोकन किया जाएगा.
पहले विश्व में खुले में शौच करने वालो देश के रैंकिंग में भारत आगे था. लेकिन 2 अक्टूबर 2014 से स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई और इस में अप्रत्याशित बदलाव आया. नाइजीरिया से आए टीम से बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि हजारीबाग के लोग काफी अच्छे हैं और यहां की संस्कृति का जोड़ नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि नाइजीरिया की भी संस्कृति है और भारत की संस्कृति है दोनों की सांस्कृतिक काफी पुरानी है. उन्होंने कहा कि वह हजारीबाग से जो भी सिख कर जाएंगे, वह अपने देश में धरातल पर उतारने की कोशिश करेंगे.