हजारीबाग: अब झारखंड में ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा योजना की तरह शहर में भी मुख्यमंत्री श्रमिक योजना की शुरुआत की गई है. जिसमें नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले कुशल और अकुशल मजदूरों को रोजगार दिया जा रहा है. वर्तमान समय में 105 मजदूरों को रोजगार देकर उन्हें काम से जोड़ा जा रहा है. इसमें नगर निगम के अलावा अन्य विभाग में चलने वाली योजनाओं में उन्हें लगाया जाएगा. वर्तमान समय में हजारीबाग की झील पर कई मजदूरों को काम करते देखा जा सकता है.
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हजारीबाग झील अपनी सुंदरता के कारण आसपास के जिलों में जाना जाता है. एक ही जगह 5 जल स्रोत के कारण यह आकर्षण का केंद्र है. लेकिन रखरखाव के अभाव के कारण झील की स्थिति बेहद खराब हो गई है. खरपतवार और जलकुंभी इतने फैल गए हैं कि झील का पानी नहीं दिखता है.
ऐसे में झील की सफाई करने की जिम्मेदारी मजदूरों को दी गयी है. ये वैसे मजदूर हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री श्रमिक योजना के तहत कार्य दिया गया है. मनरेगा की जैसी दूसरी योजना मुख्यमंत्री श्रमिक योजना के नाम से झारखंड में इन दिनों चलायी जा रही है, जिसका उद्देश्य नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले कुशल और अकुशल मजदूरों को रोजगार देना है. वर्तमान समय में इस योजना के तहत लगभग 105 मजदूरों को रोजगार दिया गया है.
हजारीबाग नगर निगम के नगर आयुक्त माधवी मिश्रा भी ऐसे मजदूरों से अपील कर रही हैं कि अगर मजदूरों के पास रोजगार नहीं है तो वो नगर निगम कार्यालय पहुंचे, उनका हाथोंहाथ जॉब कार्ड बनाया जाएगा और फिर उन्हें काम पर लगाया जाएगा, जिससे बेरोजगारी का दंश झेल रहे मजदूरों को मुख्यधारा में लाया जा सके. मजदूरों को नगर निगम के अलावा अन्य विभाग में चल रहे कार्य में भी लगाया जाएगा. इस बाबत श्रम विभाग की ओर से निर्धारित मजदूरी उन्हें दी जाएगी जो उनके सीधे अकाउंट में आएगी.
नगर निगम अकुशल मजदूरों को संगठित कर रोजगार देने का कार्य कर रही है. जिसका फायदा उन्हें मजदूरी के रूप में हो रहा है तो दूसरा फायदा हजारीबाग वासियों को स्वच्छ सुंदर झील वापस अपने स्वरूप में लौट पाएगा.