हजारीबागः Hazaribag Medical College Hospital में आरटी पीसीआर टेस्ट पिछले 3 महीने से बंद है. 24 दिसंबर को यह खबर ईटीवी भारत ने बहुत ही प्रमुखता के साथ दिखाया था. साथ ही साथ 3 जनवरी को भी यह बताया था कि लैब टेक्नीशियन को वेतन नहीं मिल रहा है. इस खबर को लेकर हजारीबाग सदर विधायक ने संज्ञान लिया है और अब वह मंत्री से बात भी करने जा रहे हैं.
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ईटीवी भारत की खबर का असर
ईटीवी भारत ने 24 दिसंबर और 3 जनवरी को बेहद ही प्रमुखता के साथ हजारीबाग में बंद पड़े लैब के बारे में खबर प्रकाशित की थी. यह बात आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गयी. आलम यह रहा कि विधायक ने मंगलवार को यह मामला बैठक में उठाया है और वस्तुस्थिति की जानकारी ली. इतना ही नहीं सदर विधायक मनीष जयसवाल ने स्वास्थ्य मंत्री को फोन भी लगाया. लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई. विधायक मनीष जायसवाल ने आश्वस्त किया है कि अब वह सरकार लेवल से इस समस्या का समाधान को लेकर वार्ता करेंगे और बहुत जल्द ही यह लैब शुरू हो जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि विधायक फंड से ही यह लैब बनाया गया है. अब हम लोग ही इसे जल्द से जल्द शुरू करवाने की कोशिश भी करेंगे.
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में आरटी पीसीआर टेस्ट पिछले 3 महीने से बंद है. साथ ही साथ यहां काम कर रहे लैब टेक्नीशियन को वेतन भी नहीं मिल रहा है. यही नहीं जब झारखंड में कोरोना विस्फोट हुआ है और सूबे के 3 महत्वपूर्ण RT PCR Testing Lab बंद पड़े हैं. जिसमें शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हजारीबाग, पलामू मेडिकल कॉलेज और दुमका मेडिकल कॉलेज को कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लैब संचालित किया गया था. लेकिन किट उपलब्ध नहीं होने के कारण टेस्ट होना बंद हो गया है. तीनों लैब में काम करने वाले टेक्नीशियन को भी वेतन नहीं मिल रहा है. तीन करोड़ रुपया लैब टेक्नीशियन का बकाया है. वेतन नहीं मिलने के कारण अब वह काफी परेशान है.
इन लैब के बंद होने के कारण हजारीबाग में आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं हो पा रहा है. जांच सैंपल लेकर रांची इटकी भेजा जा रहा है. जहां से रिजल्ट आने में विलंब भी हो रही है. ऐसे में संक्रमण बढ़ने का भी खतरा बढ़ता जा रहा है.