हजारीबाग: जिले में जमीन विवाद कोई नई बात नहीं है. आए दिन ऐस मामलों को लेकर खबरें सामने आती रहती है. लेकिन यही विवाद जब दो नेताओं के बीच हो जाए और नौबत पुलिस तक पहुंच जाए तो ये खास हो जाता है. पूरा मामला हजारीबाग सदर प्रखंड के मरहंद गांव का है जहां 15 एकड़ जमीन को लेकर विधायक अंबा प्रसाद और पूर्व विधायक मनोज यादव के समर्थक इजहार अंसारी के बीच विवाद हो गया है. विधायक अंबा प्रसाद और उनके समर्थकों पर इजहार अंसारी ने जमीन कब्जा करने और गेट तोड़ने का आरोप लगाया है.
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क्या है पूरा मामला
इजहार अंसारी के मुताबिक 20 साल पहले जब वे लोग विवादित जमीन पर बाउंड्री करा रहे थे तब किसी ने उस पर दावा नहीं किया. लेकिन अब उस पर दावा ठोका जा रहा है. इजहार अंसारी ने विधायक अंबा प्रसाद पर दबंगई करने का आरोप लगाया.
अंबा प्रसाद का आरोपों से इंकार
इस पूरे घटना पर बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद का कहना है कि बाउंड्री तोडने में उनकी कोई भूमिका नहीं है. यह बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कुछ रैयत हमारे पास मदद के लिए आए थे और बताया था कि हमारा जमीन कुछ दबंग राजनेताओं के द्वारा कब्जा कर लिया गया है. ऐसे में मैंने उन्हें न्याय दिलाने की उम्मीद दिलाई थी. आज बड़कागांव से हजारीबाग लौटने के दौरान मुझे फोन आया और मैं घटनास्थल पर पहुंची हूं. मेरे ही द्वारा पदाधिकारियों को जानकारी दी गई. वहीं उन्होंने कहा कि अगर यह जमीन स्थानीय ग्रामीण रैयतों का है तो उन्हें दिया जाए. अगर वे गलत जानकारी दे रहे हैं तो उन पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए.
घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी
घटना की जानकारी मिलने और विवाद ना बढ़ जाए इसे देखते हुए बड़कागांव डीएसपी अमित कुमार सिंह दल बल के साथ घटनास्थल पर मौजूद रहे. थाना प्रभारी एवं अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किया गया. उन्होंने कहा कि जमीन को लेकर विवाद हुआ है पूरा मामले की जांच की जाएगी और उसके बाद कार्रवाई की जाएगी.