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मोटर व्हीकल संशोधन एक्ट के बाद जागरूक हो रहे लोग, प्रदूषण जांच केंद्र में दिख रही लंबी कतार

मोटर व्हीकल संशोधन एक्ट के बाद हजारीबाग में अब लगो पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेने के लिए तत्परता दिखा रहे हैं. यही वजह है कि प्रदूषण जांच केंद्रों पर लोगों की लंबी कतार दिख रही है.

पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेने पहुंचे चालक
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Published : Sep 10, 2019, 4:42 PM IST

हजारीबाग: मोटर व्हीकल संशोधित कानून लागू होने के बाद लोग अब नियम का पालन करने के लिए विवश हो गए हैं. इसी क्रम में पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनाने वालों की होड़ मची हुई है. वाहन का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट ना होने पर भारी जुर्माना लगाया जा रहा है. यही वजह है कि शहर के प्रदूषण जांच केंद्र के बाहर सुबह से ही लोगों की लंबी कतार लग जाती है.

देखें पूरी खबर


जानकारी के अनुसार, सिर्फ 50 रुपए में मिलने वाले पॉल्यूशन सर्टिफिकेट के नहीं रहने से लोगों को दस हजार तक का चालान भरना पड़ रहा है. इसलिए पॉल्यूशन पेपर बनाने वालों की होड़ मची हुई है. उपभोक्ताओं का कहना है पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेने के लिए 4 से 5 घंटे तक का समय लग रहा है, क्योंकि सरकार ने जो नियम बनाए हैं वह काफी सख्त हैं. पॉल्यूशन पेपर नहीं रहने पर दस हजार तक का फाइन भरना पड़ेगा. इसलिए लोग छुट्टी के दिन पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेने प्रदूषण जांच केंद्र पहुंचे.

ये भी देखें- हजारीबाग में निकाला गया मोहर्रम का जुलूस, DC और SP ने लिया सुरक्षा का जायजा


वहीं, कुछ उपभोक्ताओं का कहना है कि शहर में एकमात्र प्रदूषण जांच केंद्र होने के कारण भी काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. सरकार को इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है, साथ ही साथ प्रदूषण जांच घर में किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं है. न बैठने की व्यवस्था है और न ही पानी पीने की. जिससे बुजुर्ग लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.


प्रदूषण जांच केंद्र के संचालक का कहना है कि पहले इक्का-दुक्का लोग जांच के लिए पहुंचे थे. लेकिन नियम सख्त होने के बाद एक दिन में 400 से 500 लोग सर्टिफिकेट बनवा रहे हैं. जिस प्रकार से अब दोपहिया और चार पहिया वाहन चालक प्रदूषण जांच केंद्र पॉल्यूशन पेपर लेने के लिए पहुंच रहे हैं यह भले ही फाइन का खौफ हो लेकिन इसका फायदा भी आम जनता को मिलेगी.

हजारीबाग: मोटर व्हीकल संशोधित कानून लागू होने के बाद लोग अब नियम का पालन करने के लिए विवश हो गए हैं. इसी क्रम में पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनाने वालों की होड़ मची हुई है. वाहन का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट ना होने पर भारी जुर्माना लगाया जा रहा है. यही वजह है कि शहर के प्रदूषण जांच केंद्र के बाहर सुबह से ही लोगों की लंबी कतार लग जाती है.

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जानकारी के अनुसार, सिर्फ 50 रुपए में मिलने वाले पॉल्यूशन सर्टिफिकेट के नहीं रहने से लोगों को दस हजार तक का चालान भरना पड़ रहा है. इसलिए पॉल्यूशन पेपर बनाने वालों की होड़ मची हुई है. उपभोक्ताओं का कहना है पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेने के लिए 4 से 5 घंटे तक का समय लग रहा है, क्योंकि सरकार ने जो नियम बनाए हैं वह काफी सख्त हैं. पॉल्यूशन पेपर नहीं रहने पर दस हजार तक का फाइन भरना पड़ेगा. इसलिए लोग छुट्टी के दिन पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेने प्रदूषण जांच केंद्र पहुंचे.

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वहीं, कुछ उपभोक्ताओं का कहना है कि शहर में एकमात्र प्रदूषण जांच केंद्र होने के कारण भी काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. सरकार को इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है, साथ ही साथ प्रदूषण जांच घर में किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं है. न बैठने की व्यवस्था है और न ही पानी पीने की. जिससे बुजुर्ग लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.


प्रदूषण जांच केंद्र के संचालक का कहना है कि पहले इक्का-दुक्का लोग जांच के लिए पहुंचे थे. लेकिन नियम सख्त होने के बाद एक दिन में 400 से 500 लोग सर्टिफिकेट बनवा रहे हैं. जिस प्रकार से अब दोपहिया और चार पहिया वाहन चालक प्रदूषण जांच केंद्र पॉल्यूशन पेपर लेने के लिए पहुंच रहे हैं यह भले ही फाइन का खौफ हो लेकिन इसका फायदा भी आम जनता को मिलेगी.

Intro:नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद लोक शक्ति से नियम का पालन कर रहे हैं। इस बीच पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनाने वालों की होड़ मची हुई है ।वाहन का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट ना होने पर भारी जुर्माना लगाया जा रहा है। हजारीबाग के कारगिल पेट्रोल पंप में सुबह से ही लंबी कतार प्रदूषण जांच केंद्र में देखने को मिल रही है। लोग अपने दोपहिया और चार पहिया वाहन लेकर पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लेने पहुंच रहे हैं।


Body:महज ₹50 में मिलने वाले पॉल्यूशन सर्टिफिकेट के नहीं रहने से लोगों को ₹10000 तक का चलाना भरना पड़ रहा है। इसलिए पोलूशन पेपर बनाने वालों की होड़ मची है। यह आलम सिर्फ देश के बड़े शहरों में भी नहीं छोटे शहरों में भी प्रदूषण जांच केंद्र में भी लंबी कतार देखने को मिल रही है ।

हजारीबाग के कारगिल पेट्रोल पंप के निकट सैकड़ों की संख्या में सुबह से लोग पोलूशन सर्टिफिकेट लेने के लिए लाइन में खड़े नजर आ रहे हैं। उपभोक्ताओं का कहना है सर्टिफिकेट लेने के लिए 4 से 5 घंटे तक का समय लग रहा है। क्योंकि सरकार ने जो नियम बनाए हैं वह काफी सख्त हैं। अगर पोलूशन पेपर नहीं रहने पर ₹10000 तक का फाइन है। इसलिए हम लोग छुट्टी के दिन पोलूशन सर्टिफिकेट लेने यहां पर पहुंच रहे हैं।

कुछ उपभोक्ताओं का कहना है कि शहर में एकमात्र प्रदूषण जांच केंद्र होने के कारण भी काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही साथ प्रदूषण जांच घर में किसी भी तरह की व्यवस्था में बैठने या पानी पीने की है। जिससे बुजुर्ग लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।तो दूसरी और प्रदूषण जांच केंद्र के संचालक का कहना है कि पहले इक्का-दुक्का लोग जांच के लिए पहुंचे थे। लेकिन नियम सख्त होने के बाद 1 दिन में 400 से 500 लोग सर्टिफिकेट बनवा रहे हैं।

byte.... राजीव जैन उपभोक्ता सफेद शर्ट में
byte.... राजकुमार महाजन स्टेप सेट में उपभोक्ता
byte..... रंजीत कुमार संचालक लाल शर्ट में


Conclusion:जिस प्रकार से अब दोपहिया और चार पहिया वाहन चालक प्रदूषण जांच केंद्र पोलूशन पेपर लेने के लिए पहुंच रहे हैं यह भले ही फाइन का खौफ हो लेकिन इसका फायदा भी आम जनता को मिलेगी
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