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अब आकाशवाणी से होगी गरीब बच्चों की पढ़ाई, छात्रों में उत्साह - हजारीबाग में गरीब बच्चों के लिए रेडियो

कोरोना महामारी के चलते स्कूल लंबे समय से बंद हैं. ऐसे में बच्चों की शिक्षा पर व्यापक असर पड़ रहा है. आर्थिक रूप से संपन्न अभिभावक तो अपने बच्चे को स्मार्टफोन के जरिए पढ़ाई करवा रहे हैं. लेकिन गरीब को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में हजारीबाग के सुदूरवर्ती हरिजन मोहल्ले में लायंस क्लब ने इन छात्रों की परेशानी दूर करने की कोशिश की है. लायंस क्लब ने बच्चों को मुफ्त में रेडियो मुहैया कराए हैं.

lions club distributed 25 radio sets for poor children in hazaribag
लायंस क्लब ने बांटे रेडियो सेट
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Published : Jul 18, 2021, 1:35 PM IST

Updated : Jul 18, 2021, 2:01 PM IST

हजारीबाग: कोरोना संक्रमण के दौरान सबसे बुरा प्रभाव स्कूली छात्रों पर पड़ा है. स्कूल के बाहर ताला लटका है. ऐसे में पढ़ाई कैसे हो यह चुनौती से कम नहीं है. वैसे माता-पिता जो सक्षम हैं. उन्होंने तो अपने बच्चे को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए स्मार्ट फोन दे दिया लेकिन गरीब का बच्चा कैसे पढ़ेगा यह बड़ा सवाल है. ऐसे में अब झारखंड सरकार ने रेडियो के जरिए पढ़ाई कराने की तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन इसमें भी समस्या है कि छात्रों के पास रेडियो नहीं है.

ये भी पढ़ें- लातेहार के गांवों में रेडियो के सहारे पढ़ाई, टूट रहे सपनों को फिर लगे पंख


रेडियो से बच्चे कर पाएंगे पढ़ाई
हजारीबाग के सुदूरवर्ती गोदखर गांव के हरिजन टोला में लगभग 100 बच्चे रहते हैं. यहां लोग बेहद गरीब हैं. इसे देखते हुए लायंस क्लब ने 25 रेडियो सेट बच्चों के बीच में बांटा है ताकि बच्चे पढ़ पाए. लायंस क्लब के सदस्य बताते हैं कि स्मार्टफोन और लैपटॉप के अभाव में शिक्षा से गरीब छात्र-छात्राएं वंचित हो गए थे. ऐसे में सरकार ने यह अच्छा कदम उठाया है. इसका लाभ छात्रों को भी मिलेगा. इससे पढ़ाई भी बच्चे कर पाएंगे और देश दुनिया की जानकारी भी उन्हें मिल पाएगी. रेडियो का साइड इफेक्ट भी नहीं है. इसे देखते हुए तय किया है कि हम लोग ग्रामीण इलाके में जो बेहद गरीब बच्चे हैं, उन्हें रेडियो मुफ्त में मुहैया कराएंगे. जिन्हें भी इस सुविधा का लाभ चाहिए वह हमसे संपर्क स्थापित कर सकता हैं.

देखें पूरी खबर
रेडियो से बच्चों को मिलेगी मददआकाशवाणी हजारीबाग के पदाधिकारी भी कहते हैं कि रेडियो से हम लोग कम्युनिटी के बीच में पहुंच सकते हैं. एक रेडियो से कई बच्चे एक साथ पढ़ाई कर सकते हैं. यह एक बहुत ही अच्छा कदम झारखंड सरकार ने उठाया है. रेडियो खरीदने में खर्च भी अधिक नहीं होता है. अगर स्मार्टफोन से तुलना किया जाए तो बहुत ही सस्ता भी है. ऐसे में बच्चों को पढ़ाई में यह कदम मदद करेगा.

ये भी पढ़ें- रेडियो और दूरदर्शन के जरिए झारखंड में पढ़ाने का दावा, ETV BHARAT की पड़ताल में जानिए सच


स्टोरी बेस्ड दी जाएगी शिक्षा
इचाक प्रखंड के समग्र शिक्षा ब्लॉक प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. वंदना श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग यूनिसेफ और चाइल्ड केयर की ओर से कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, जो 28 जून से शुरू होगा. उन्होंने चिंता जाहिर की कि इस महामारी के दौरान मात्र 30% बच्चे तक ही ऑनलाइन शिक्षा लेकर पहुंच पाए हैं. ऐसे में रेडियो के जरिए अधिक से अधिक बच्चों तक पहुंचा जा सकता है. बच्चों को सुबह 9:20 से 9.30 और शाम को 5:50 से 6:00 तक स्टोरी बेस्ड शिक्षा दी जाएगी.

lions club distributed 25 radio sets for poor children in hazaribag
लायंस क्लब
रेडियो पाकर छात्र-छात्राएं हैं खुशरेडियो पाकर छात्र-छात्राएं भी बेहद खुश हैं. छात्राओं का कहना है कि हम लोग दसवीं में पढ़ते हैं लेकिन हमारे घर में स्मार्टफोन नहीं है. इस कारण ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो पा रही थी. घर में टीवी भी नहीं है हम लोग पड़ोस में जाकर देखते है. लेकिन अब हम लोगों को रेडियो मिल गया है. इसलिए हम लोग शिक्षा भी प्राप्त कर सकेंगे और देश दुनिया की जानकारी भी हमें मिलेगी.

हजारीबाग: कोरोना संक्रमण के दौरान सबसे बुरा प्रभाव स्कूली छात्रों पर पड़ा है. स्कूल के बाहर ताला लटका है. ऐसे में पढ़ाई कैसे हो यह चुनौती से कम नहीं है. वैसे माता-पिता जो सक्षम हैं. उन्होंने तो अपने बच्चे को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए स्मार्ट फोन दे दिया लेकिन गरीब का बच्चा कैसे पढ़ेगा यह बड़ा सवाल है. ऐसे में अब झारखंड सरकार ने रेडियो के जरिए पढ़ाई कराने की तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन इसमें भी समस्या है कि छात्रों के पास रेडियो नहीं है.

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रेडियो से बच्चे कर पाएंगे पढ़ाई
हजारीबाग के सुदूरवर्ती गोदखर गांव के हरिजन टोला में लगभग 100 बच्चे रहते हैं. यहां लोग बेहद गरीब हैं. इसे देखते हुए लायंस क्लब ने 25 रेडियो सेट बच्चों के बीच में बांटा है ताकि बच्चे पढ़ पाए. लायंस क्लब के सदस्य बताते हैं कि स्मार्टफोन और लैपटॉप के अभाव में शिक्षा से गरीब छात्र-छात्राएं वंचित हो गए थे. ऐसे में सरकार ने यह अच्छा कदम उठाया है. इसका लाभ छात्रों को भी मिलेगा. इससे पढ़ाई भी बच्चे कर पाएंगे और देश दुनिया की जानकारी भी उन्हें मिल पाएगी. रेडियो का साइड इफेक्ट भी नहीं है. इसे देखते हुए तय किया है कि हम लोग ग्रामीण इलाके में जो बेहद गरीब बच्चे हैं, उन्हें रेडियो मुफ्त में मुहैया कराएंगे. जिन्हें भी इस सुविधा का लाभ चाहिए वह हमसे संपर्क स्थापित कर सकता हैं.

देखें पूरी खबर
रेडियो से बच्चों को मिलेगी मददआकाशवाणी हजारीबाग के पदाधिकारी भी कहते हैं कि रेडियो से हम लोग कम्युनिटी के बीच में पहुंच सकते हैं. एक रेडियो से कई बच्चे एक साथ पढ़ाई कर सकते हैं. यह एक बहुत ही अच्छा कदम झारखंड सरकार ने उठाया है. रेडियो खरीदने में खर्च भी अधिक नहीं होता है. अगर स्मार्टफोन से तुलना किया जाए तो बहुत ही सस्ता भी है. ऐसे में बच्चों को पढ़ाई में यह कदम मदद करेगा.

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स्टोरी बेस्ड दी जाएगी शिक्षा
इचाक प्रखंड के समग्र शिक्षा ब्लॉक प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. वंदना श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग यूनिसेफ और चाइल्ड केयर की ओर से कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, जो 28 जून से शुरू होगा. उन्होंने चिंता जाहिर की कि इस महामारी के दौरान मात्र 30% बच्चे तक ही ऑनलाइन शिक्षा लेकर पहुंच पाए हैं. ऐसे में रेडियो के जरिए अधिक से अधिक बच्चों तक पहुंचा जा सकता है. बच्चों को सुबह 9:20 से 9.30 और शाम को 5:50 से 6:00 तक स्टोरी बेस्ड शिक्षा दी जाएगी.

lions club distributed 25 radio sets for poor children in hazaribag
लायंस क्लब
रेडियो पाकर छात्र-छात्राएं हैं खुशरेडियो पाकर छात्र-छात्राएं भी बेहद खुश हैं. छात्राओं का कहना है कि हम लोग दसवीं में पढ़ते हैं लेकिन हमारे घर में स्मार्टफोन नहीं है. इस कारण ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो पा रही थी. घर में टीवी भी नहीं है हम लोग पड़ोस में जाकर देखते है. लेकिन अब हम लोगों को रेडियो मिल गया है. इसलिए हम लोग शिक्षा भी प्राप्त कर सकेंगे और देश दुनिया की जानकारी भी हमें मिलेगी.
Last Updated : Jul 18, 2021, 2:01 PM IST
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