हजारीबाग: बरही विधायक उमाशंकर अकेला के आवास का भूमिहीनों ने घेराव किया. इसके साथ ही उनके मुख्य गेट पर घंटों ताला जड़ कर भूमि के पट्टे की मांग करने लगे. घंटों बाद प्रशाशन को इसकी सूचना मिली. जिसके बाद ही चौपारण अंचलाधिकारी गौरीशंकर प्रसाद मौके पर पहुंचे और भूमिहीनों से बातचीत कर आश्वासन दिया. जिसके बाद लोग वहां से वापस गए. दरअसल, सभी भूमिहीन चौपारण प्रखंड के दैहर गांव के आस-पास के जंगलों में कई सालों से बसे हुए हैं, उन्हें अब तक जमीन का पट्टा तक नहीं मिला है. जिससे उग्र होकर सभी ने विधायक आवास का घेराव किया.
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क्या कहते हैं विधायक
इस संबंध में बरही विधायक सह निवेदन समिति सभापति उमाशंकर अकेला ने बताया कि लोगों की मांग जायज है और घेराव करना इनका अधिकार है. घेराव की सूचना मैंने हजारीबाग उपायुक्त को दी. जिसके बाद बरही डीएसपी ने मुझसे बात भी की लेकिन बरही एसडीओ को सूचना मिलने के बाद भी अब तक उनके कानों में जू तक नहीं रेंगी है.
बरही एसडीओ पर साधा निशाना
उन्होंने बरही एसडीओ पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों की दो पुश्ते दैहर के जंगलों में रहते आये हैं. अगर इन लोगों को पहले ही पट्टा मुहैया करा दिया होता तो आज सभी मेरे आवास का घेराव नहीं करते. उन्होंने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार को बदनाम किया जा रहा है. प्रशासनिक पदाधिकारियों को यह आश्वस्त करना चाहिए कि कब तक लोगों को जमीन का पट्टा मुहैया कराया जाएगा.
क्या कहते हैं सीओ
चौपारण अंचलाधिकारी ने बताया कि सूचना मिलते ही वे विधायक आवास पंहुचे. जहां विधायक और घेराव कर रहे लोगों से बातचीत चल रही थी. पट्टे को लेकर उन्होंने कहा कि अगर लोग योग्य श्रेणी में आते हैं तो उन्हें जरूर पट्टा दिया जाएगा. इनकी समस्या के निराकरण के लिए वे त्वरित काम करेंगे और लोगों को उनका हक मिलेगा.