हजारीबाग: झारखंड राजस्व और भूमि सुधार विभाग ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के साथ साझेदारी में अपना ऑनलाइन पोर्टल झारभूमि स्थापित किया है. वेबसाइट का उद्देश्य खास तौर पर राज्य के निवासियों को अभिलेखों की जानकारी देना है. लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि पूरे राज्य भर में इन दिनों ऑनलाइन पोर्टल झारभूमि का हाल बेहाल है. इस कारण हजारों फाइल लंबित हैं.
झारखंड सरकार झारभूमि सेवा से लोगों की परेशानी कर करना चाहती है. इस पोर्टल से झारखंड में जमीन की जानकारी ऑनलाइन प्राप्त की जा सकती है. इस पोर्टल के जरिए ऑनलाइन म्यूटेशन, शुद्धि पत्र समेत अन्य काम होते हैं. इस साइड में रजिस्टर 2 भी आसान नियम पालन करते हुए देखा जा सकता है. लेकिन अब झारभूमि का हाल बेहाल है और व्यवसायिक तरीके से काम नहीं कर रहा है. जिस कारण सैकड़ों फाइल लंबित पड़े हैं. सूचना के अधिकार के तहत काम करने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट भी कहते हैं कि झारभूमि साइट काम नहीं करने से कई समस्याएं सामने आ रहीं हैं. सरकार के राष्ट्रीय भूमि अभिलेख आधुनिकरण कार्यक्रम के तहत भूमि रिकॉर्ड को डिजिटल किया गया. लेकिन यह प्लेटफॉर्म मैं हमेशा किसी न किसी तरह की समस्या रहती है.
ये भी पढ़ें: मसानजोर डैम की जमीन पर भू-माफियाओं की नजर, खुले आम हो रही है अवैध बिक्री
हजारीबाग सदर अंचल में सेवा देने वाले अंचल पदाधिकारी भी बताते हैं कि पिछले कई दिनों से झारभूमि साइट काम नहीं कर रहा है. जिसके कारण लोगों को समस्या हो रही है. समस्या सिर्फ एक अंचल की नहीं है बल्कि पूरे राज्यभर की है. सरकार समस्या का निदान करने के लिए प्रयासरत भी है. साइट काम नहीं करने के कारण कई दस्तावेज पेंडिंग पड़े हैं. साइट के ठीक से काम नहीं करने के कारण सरकार की महत्वपूर्ण सेवा इन दिनों प्रभावित है. जिसके कारण आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. तो दूसरी ओर सैकड़ों फाइलें दफ्तर पर ही धूल फांक रही हैं.