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विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कॉलेजों में नहीं होगी इंटर की पढ़ाई, UGC के निर्देश पर लिया फैसला

हजारीबाग में विनोबा भावे विश्वविद्यालय ने सूचना जारी करते हुए बताया कि इसके कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई नहीं होगी. यूजीसी के निर्देश पर विश्वविद्यालय ने यह फैसला लिया है.

Intermediate studies will not be conducted in Vinoba Bhave University colleges
विनोबा भावे विश्वविद्यालय
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Published : Aug 11, 2020, 3:06 PM IST

हजारीबागः विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के अंगीभूत कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई नहीं होगी. विश्वविद्यालय ने इस आशय पर अधिसूचना भी जारी कर दी है. कहा जाए तो अब छात्रों का मैट्रिक के बाद कॉलेजों में पढ़ने का सपना पूरा नहीं हो पाएगा. यूजीसी के निर्देश के आलोक में विश्वविद्यालय ने यह फैसला लिया है.

देखें पूरी खबर

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यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन ने पूर्व में ही स्नातक कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई को बंद करने का निर्देश दिया था. उसमें कहा गया था कि स्नातक के शिक्षक इंटर की क्लास नहीं लेंगे. इसके लिए कॉलेज अलग से शिक्षक रख सकते हैं. हजारीबाग में पिछले शैक्षणिक सत्र में संत कोलंबा और केबी विमेंस कॉलेज में इंटर विज्ञान की पढ़ाई बंद कर दी थी. इस बार विमेंस कॉलेज में इंटर आर्टस कि पढ़ाई भी बंद करने की घोषणा की है. विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव ने जानकारी दी है कि अगर हम कॉलेज में इंटर की पढ़ाई बंद नहीं करेंगे तो इसका बुरा असर विश्वविद्यालय प्रबंधन पर पड़ेगा. यहां तक कि कॉलेज और महाविद्यालय की मान्यता भी रद्द हो सकती है. ऐसे में यह आदेश निर्गत किया गया है.

विश्वविद्यालय के अंगीभुत कॉलेजों की संख्या 12 है, जिसमें हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, रामगढ़, गिरिडीह, देवघर और चाईबासा के कॉलेज आते हैं. ऐसे में आदेश निर्गत करने के बाद कॉलेजों में इंटर की शिक्षा नहीं होगी. अगर हजारीबाग की बात की जाए तो 38 सरकारी प्लस टू स्कूल यहां संचालित हैं. वहीं, शहर में कई ऐसे शिक्षण संस्थान हैं जो बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर इंटर की पढ़ाई करने वाले कॉलेज चला रहे हैं. ऐसे में छात्रों के लिए यह जरूरी है कि जब वे एडमिशन लेने के लिए जाए तो वह कॉलेज को ठीक से जांच लें.

हजारीबागः विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के अंगीभूत कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई नहीं होगी. विश्वविद्यालय ने इस आशय पर अधिसूचना भी जारी कर दी है. कहा जाए तो अब छात्रों का मैट्रिक के बाद कॉलेजों में पढ़ने का सपना पूरा नहीं हो पाएगा. यूजीसी के निर्देश के आलोक में विश्वविद्यालय ने यह फैसला लिया है.

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यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन ने पूर्व में ही स्नातक कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई को बंद करने का निर्देश दिया था. उसमें कहा गया था कि स्नातक के शिक्षक इंटर की क्लास नहीं लेंगे. इसके लिए कॉलेज अलग से शिक्षक रख सकते हैं. हजारीबाग में पिछले शैक्षणिक सत्र में संत कोलंबा और केबी विमेंस कॉलेज में इंटर विज्ञान की पढ़ाई बंद कर दी थी. इस बार विमेंस कॉलेज में इंटर आर्टस कि पढ़ाई भी बंद करने की घोषणा की है. विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव ने जानकारी दी है कि अगर हम कॉलेज में इंटर की पढ़ाई बंद नहीं करेंगे तो इसका बुरा असर विश्वविद्यालय प्रबंधन पर पड़ेगा. यहां तक कि कॉलेज और महाविद्यालय की मान्यता भी रद्द हो सकती है. ऐसे में यह आदेश निर्गत किया गया है.

विश्वविद्यालय के अंगीभुत कॉलेजों की संख्या 12 है, जिसमें हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, रामगढ़, गिरिडीह, देवघर और चाईबासा के कॉलेज आते हैं. ऐसे में आदेश निर्गत करने के बाद कॉलेजों में इंटर की शिक्षा नहीं होगी. अगर हजारीबाग की बात की जाए तो 38 सरकारी प्लस टू स्कूल यहां संचालित हैं. वहीं, शहर में कई ऐसे शिक्षण संस्थान हैं जो बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर इंटर की पढ़ाई करने वाले कॉलेज चला रहे हैं. ऐसे में छात्रों के लिए यह जरूरी है कि जब वे एडमिशन लेने के लिए जाए तो वह कॉलेज को ठीक से जांच लें.

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