हजारीबागः हर रोज कई ऐसी खबरें आ रही हैं, जो समाज को झकझोर दे रही है. घटना से लोग परेशान भी हैं और चिंतित भी. लेकिन किस्मत का लिखा मानकर लोग इसे स्वीकार भी कर रहे हैं. हजारीबाग के टाटीझरिया प्रखंड के झरपै निवासी कौलेश्वर महतो की पुत्री प्रियंका पर दुखों का पहाड़ टूटा और कोरोना ने उनकी जिंदगी में तूफान ला दिया.
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28 अप्रैल को प्रियंका की शादी हजारीबाग के ही मुफस्सिल थाना अंतर्गत हुटपा निवासी अनिल महतो से धूमधाम के साथ हुई. लेकिन गुरुवार को कोरोना की वजह से प्रियंका के पति अनिल महतो की मौत हो गई. शादी के पहले अनिल महतो को कोविड के लक्षण थे. लेकिन उसने नजरअंदाज कर शादी का कार्यक्रम संपन्न किया. नतीजा ये हुआ कि उसकी मौत इलाज के दौरान हो गई. जो सपना प्रियंका ने देखा था, वह सपना टूट कर बिखर गया. उसके सारे अरमान चकनाचूर हो गए. अगर कहा जाए तो एक छोटी-सी लापरवाही के कारण एक लड़की का जीवन हमेशा के लिए तबाह हो गया.
ईटीवी भारत की अपील
घटना हम लोगों को यह सीख देता है कि अगर कोविड-19 क्षण है तो तुरंत इलाज करवाएं. नजरअंदाज करने पर बड़ी घटना घट सकती है. जिससे पूरा परिवार बिखर सकता है. ऐसे में ईटीवी भारत भी हर एक व्यक्ति से अपील करता है कि जब भी कोरोना के लक्षण या संक्रमण दिखे तो अविलंब डॉक्टर से मिलें, दवा लें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आइसोलेशन में चले जाएं.