हजारीबागः प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण सिंगल यूज प्लास्टिक बन कर उभरा है. इस समस्या को दूर करने के लिए हजारीबाग में बड़ा प्रयास नगर निगम की ओर से चल रहा है. जहां निगम एक ओर प्लास्टिक कम से कम उपयोग करने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही है तो दूसरी ओर विकल्प भी चुन कर सामने ला रहा है.
सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए हजारीबाग नगर निगम इन दिनों लोगों को जागरूक कर रही है. साथ ही साथ वैसे प्रतिष्ठान जो सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग कर रहे हैं उनके ऊपर कार्रवाई भी किया जा रही है. नगर निगम की सिटी प्लानर कुमार कृष्णन इसे लेकर बड़ा अभियान नगर निगम क्षेत्र में चला रही हैं.
उनका कहना है कि पहले उन्होंने लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक उपयोग नहीं करने के लिए प्रेरित किया जिससे काफी अच्छे परिणाम सामने आए हैं, लेकिन दूसरी ओर कई ऐसे प्रतिष्ठान हैं जो गुपचुप तरीके से सिंगल यूज प्लास्टिक का व्यवसाय कर रहे हैं और उपयोग भी, अब उन पर नकेल कसने के लिए छापेमारी की जा रही है और फाइनल लगाया जा रहा है.
कुमार कृष्णन ने ये भी कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के साथ-साथ थर्माकोल भी प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है. जिसका उपयोग एक बार किया जाता है और वह नष्ट भी नहीं होता है. ऐसे में वह कोशिश कर रहे हैं कि उस व्यापार पर भी रोक लगाई जाए. उन्होंने कहा कि इस बाबत भी हम लोगों को सफलता मिली है. अब हम लोग हजारीबाग के विभिन्न महिला सहायता समूह को प्रेरित कर रहे हैं कि वह प्लास्टिक का उपयोग कम करने के लिए काम करें.
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विकल्प के तौर पर महिलाओं को संगठित कर थैला बनाने का ट्रेनिंग दिया जा रहा है. कागज के प्लेट के अलावा पत्ते से बनी थाली इस्तेमाल करने की नसीहत दे रहे हैं ताकि वह एक बड़ा विकल्प बनकर सामने आए. उनका यह भी कहना है कि हम लोगों ने शहर के कई जगह में बैनर पोस्टर भी लगाए हैं जो लोगों को जागरूक कर रहा है. हमारा पहला उद्देश्य ही है कि हजारीबाग शहर को प्लास्टिक मुक्त किया जा सके.