हजारीबागः जिले में दो सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है. पहली घटना विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र की है, वहीं दूसरी दारू थाना क्षेत्र की है. पहली घटना में विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र में पीड़िता की मौत हो गई है. वहीं दूसरी दारू थाना क्षेत्र घटित घटना में पीड़िता का इलाज हजारीबाग शेख बिहारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है.
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हजारीबाग के बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के गोमिया मार्ग पर स्थित बोरवा पानी पुल के पास एक आदिवासी महिला का शव पुलिस ने बरामद किया है. मृतका के पति ने पुलिस के सामने बयान दिया है कि तीन अपराधी मेरी पत्नी का अपहरण कर जंगल ले गए और दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर दी. शव नाला में छुपा कर तीनों अपराधी फरार हो गए. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है. दिए गए बयान में कहा गया कि 18 सितंबर को दोपहर में लगभग 43 वर्ष की मेरी पत्नी गांव की अन्य महिला, पुरुष के साथ कर्मा डाल का विसर्जन करने के लिए पुल के पास गई थी. मेरा भतीजा भी गया था. शाम होने पर मेरी पत्नी वापस नहीं आई. इस बीच हमारे भतीजे ने जानकारी दी कि एक मोटरसाइकिल पर तीन सवार लोग आकर चाकू की नोंक पर हमें भगा दिया और चाची को कंधे पर उठाकर जंगल ले गए. उसके बाद हम लोगों को शव मिला है.
दारू थाना क्षेत्र में दलित नाबालिग लड़की के साथ 5 लोगों के सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है. पीड़िता का इलाज शेख बिहारी मेडिकल कॉलेज में कराया जा रहा है. इस संबंध में युवती द्वारा महिला थाना में दिए गए लिखित आवेदन पर मामला दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है. जिनपर आरोप लग रहा है वे अरविंद, दीपक, विनोद उर्फ जुबला मिथिलेश व एक अन्य हैं. आवेदन के अनुसार घटना 17 सितंबर की है. युवती शौच के लिए निकली थी तो 5 लड़के जो नशे की हालत में लड़की को उठा अपने बाइक पर बैठा कर ले गए और रात भर सामूहिक दुष्कर्म किया. गांव में कर्मा उत्सव एवं ऑर्केस्ट्रा होने के कारण घर वालों ने ध्यान नहीं दिया. जब घर आने के बाद पीड़िता की तबीयत खराब होने लगी, तब घर वालों को पीड़िता ने घटना के बारे में बताया. घर के लोगों ने घटना की जानकारी अपने दलित समाज में दी. जिसके बाद महिला थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई गई है. घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए अभियान तेज कर दिया है.