हजारीबागः हजारीबाग नगर निगम क्षेत्र में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने 7 दिनों का लॉकडाउन किया है. जिसका व्यापक असर सड़कों पर देखने को मिल रहा है, प्रतिष्ठान बंद हैं. 'कोरोना को हराना है तो घर पर ही रहना है' इसी उद्देश्य के साथ हजारीबाग नगर निगम क्षेत्र में सात दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है. बुधवार से अगले 7 दिनों तक लॉकडाउन रहेगा. पहले दिन हजारीबाग में लॉकडाउन का व्यापक असर देखने को मिल रहा है.
हजारीबाग में विगत 1 सप्ताह से संक्रमण तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है. शहर के रिहायशी इलाकों में भी इसने अपना पैर फैलाया है. आलम यह है कि हजारीबाग उपायुक्त के घर में भी कोरोना ने दस्तक दिया है. इसके बाद जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है. लॉकडाउन को प्रभावी करने के लिए मजिस्ट्रेट की बहाली भी की गई है. ऐसे में हजारीबाग शहर के कई चौक-चौराहों पर मजिस्ट्रेट देखे जा रहे हैं. जो लोगों से अपील भी कर रहे हैं और उन्हें समझा भी रहे हैं. लेकिन मजिस्ट्रेट जिन्हें तैनात किया गया है उनका भी कहना है कि हजारीबाग के लोग नियम का पालन नहीं कर रहे हैं और सड़कों पर उतर रहे हैं. जिसका खामियाजा यहां के लोगों को भुगतना पड़ सकता है. ऐसे में उन्होंने भी आम लोगों से अपील की है कि वह घरों पर हैं और लॉकडाउन के नियम का पालन करें.
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हजारीबाग के स्थानीय लोगों का कहना है कि लॉकडाउन शहर के लिए बेहद जरूरी है. लेकिन इस लॉकडाउन के कारण जीवन प्रभावित हो रहा है और इससे व्यापार में भी नुकसान हो रहा है. वहीं कृष्णा कुमार का कहना है कि हजारीबाग शहर के लिए यह बेहद जरूरी कदम था. प्रशासन को यह कदम पहले उठाने की जरूरत थी. उन्होंने कहा कि हमलोगों का व्यवसाय भले ही प्रभावित हो रहा है, लेकिन जिला प्रशासन के इस कदम का हम स्वागत करते हैं. जिला प्रशासन आम जनता से अपील कर रही है कि लॉकडाउन के नियम का पालन करें. बेहद जरूरी काम रहे तो ही घर से बाहर निकले. जरूरत है आम लोगों को जिला प्रशासन का सहयोग देने की.