हजारीबाग: चौपारण थाना में पदस्थापित एसआई प्रदीप कुमार और अन्य पुलिस बल पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर मृतक क्षक्कण भुइयां की पत्नी ने थाना में आवेदन दिया है. इस संबंध में जानकारी देते हुए थाना प्रभारी बिनोद तिर्की ने बताया कि बबीता देवी आवेदन दिया है. आवेदन में लगाए गए आरोप की गहन जांच की जा रही है. वरीय पदाधिकारियों के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. आवेदन में प्रतिलिपि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार भारत सरकार, डीजीपी झारखंड, एसपी हजारीबाग और डीएसपी बरही के नाम का उल्लेख किया गया है.
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क्या है आरोप
थाना में दिए गए आवेदन में बबीता देवी ने लिखा गया है कि वह 29 अप्रैल को लगभग 5:30 बजे शाम अपने घर से पति के साथ शादी में शामिल होने के लिए कोयली (मानगढ़) जा रही थी. साथ में देवर शंकर भुईयां, पिता जेठु भुईयां भी जा रहे थे. इसी बीच ग्राम करमा में माधो यादव के घर के पास चौपारण की तरफ से आ रही थाना की पेट्रोलिंग पुलिस वाहन उनके मोटरसाइकिल के सामने आकर रूकी.
वाहन से थाना में पदस्थापित एसआई प्रदीप कुमार और उनके अन्य सहयोगी क्षकण भुइयां को लाठी-डंडे से मारने लगे, पुलिस के मारने के साथ ही क्षकण भुइयां बेहोश हो गए और घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया. बबीता का कहना है कि उनके पति की मौत पिटाई के कारण हुई है. इसलिए संबंधित पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए कानुनी कार्रवाई की जाय.
डीएसपी ने जांच टीम गठित किया
उक्त घटना पर संज्ञान लेते हुए डीएसपी नाजिर अख्तर ने घटना को लेकर तुरंत जांच टीम गठित कर मामले में निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं. जांच टीम में सर्किल इंस्पेक्टर रोहित कुमार सिंह और चौपारण थाना प्रभारी बिनोद तिर्की को संयुक्त रूप से सुचना का सत्यापन करते हुए प्राप्त तथ्यों से संबंधित एक विस्तृत जांच प्रतिवेदन 24 घंटे में सौंपने का आदेश दिया गया है. साथ ही इस पर जांच भी शुरू कर दिया गया है.
5 घंटे बाद पहुंचा था प्रशासन
घटना 29 अप्रैल को शाम 5:30 बजे के बाद से ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ लगनी शुरु हो गयी थी. पत्नी और अन्य परिजन रोते-बिलखते पुलिस की बर्बरता पूर्ण रवैये के खिलाफ आक्रोशित थे और कार्रवाई की मांग को लेकर शव के साथ घटनास्थल पर बैठे रहे, लेकिन 5:30 बजे शाम से रात 11:00 बजे तक घटनास्थल पर जाकर कोई जनप्रतिनिध या प्रशासन के लोग उनकी सुध लेने नहीं आया. सभी लोग इस घटना में 'दो गज की दुरी-मास्क है जरूरी' नियम का सख्ती से पालन करते रहे. रात लगभग 11:15 बजे पुलिस प्रशासन घटनास्थल पर पहुंच कर मामला शांत कराते हुए शव को कब्जे में लेकर थाना पहुंचे. सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया गया है.
विधायक ने किया आर्थिक सहयोग
मृतक के प्रति शोक व्यक्त करते और घटना की निंदा करते हुए विधायक सह निवेदन समिति सभापति उमा शंकर अकेला ने सुबह थाना पहुंचकर शोकाकुल परिजनों को सांत्वना दी. इसके साथ ही दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने की बात थाना प्रभारी से कही. वहीं, विधायक ने मृतक के दाह संस्कार करने के नाम पर पत्नी को आर्थिक सहयोग भी किया है.