हजारीबागः कोरोना संक्रमण के दौरान लोग अपने आसपास किसी अनजान व्यक्ति को भटकने तक नहीं दे रहे हैं. आलम यह है कि मदद भी देना हो तो दूरी बना कर दे रहे हैं. ऐसे में चौपारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने मिसाल कायम किया है. दरअसल जिले में एक विक्षिप्त व्यक्ति जो कूड़े में पड़ा था, उसे उठाकर अपने क्लीनिक लाया और उसे नहलाया, कपड़े दिए और फिर उसका इलाज शुरू किया.
मामले में बताया जा रहा कि जीटी रोड किनारे चौपारण ब्लॉक मोड़ के पास 3-4 दिनों से एक विक्षिप्त कचरे के बीच पड़ा हुआ था. इसकी सूचना चौपारण आपदा प्रबंध के सदस्यों ने डॉ धीरज कुमार को मिली. जिसके बाद डॉ धीरज ने स्वास्थकर्मी रणधीर कुमार, अशोक और श्रवण राम के साथ मौके पर पहुंच कर विक्षिप्त को उठाकर अस्पताल ले आए. वहां उसे स्नान कराकर साफ कपड़ा पहनाया, उसके बाद नास्ता भी कराया.
ये भी पढ़ें- कोरोना का खौफ: श्मशान घाट जाने के लिए मृतक को नहीं मिला 4 कंधा, भाई और मामा ने ठेले पर ढोया शव
डॉक्टरों ने इस तरह कि मदद कर स्वास्थ्यकर्मियों ने समाज में अलग संदेश दिया है. इस संबंध में डॉ धीरज कुमार ने कहा कि सुबह एक व्यक्ति ने फोन कर इस व्यक्ति की स्तिथि के बारे में बताया था. जिसके बाद एंबुलेंस और स्वास्थयकर्मियों के साथ पहुंचा और उसे कचरे के बीच से उठाकर हॉस्पिटल लाया गया. डॉक्टर ने कहा की खाने की कमी की वजह से व्यक्ति के शरीर में खून की कमी है. 2 से 3 दिनो में स्तिथि में सुधार हो जायेगा. फिलहाल उसे हॉस्पिटल में ही रख कर उसका इलाज किया जा रहा हैं.