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हजारीबाग के चौपारण स्थित सीएचसी में डॉक्टर की लापरवाही का मामला, मरीज के परिजनों ने जमकर किया हंगामा - Community Health Center at Chauparan Hazaribagh

हजारीबाग के चौपारण स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की लापरवाही उन्हीं पर भारी पड़ गई. दरअसल, इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे मरीज के परिजनों ने जब डॉक्टर को ड्यूटी से नदारद पाया तो जमकर हंगामा किया.

Doctor negligence case in community health center of hazaribagh
डॉक्टर से बहस करते परिजन
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Published : Dec 16, 2019, 11:28 PM IST

हजारीबागः जिले के चौपारण एनएच दो के किनारे स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर अपनी ड्यूटी के समय नदारद मिले. मरीज के परिजनों का कहना है कि डॉक्टर लगभग 1 घंटे से अस्पताल से गायब थे. इस मौके पर मरीजों ने खूब हंगामा किया.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-JMM ने चौथे चरण के मतदान के बाद किया दावा- BJP को छह सीट भी आना मुश्किल

गौरतलब है कि एक दो साल की बच्ची ने अपनी नाक में पेंसिल घुसा लिया था जिसके बाद उसके परिजन उसे लेकर आनन-फानन में सीएचसी पहुंचे पर उन्हें डॉक्टर नहीं मिले. मरीज के परिजनों ने बताया कि सीएचसी के डॉक्टर धीरज कुमार को उन्होंने फोन कर आने को कहा जिसके बाद डॉक्टर लगभग 45 मिनट के बाद सीएचसी पहुंचे. जिसके बाद डॉक्टर ने मरीज को देखते ही हजारीबाग रेफर कर दिया.

वहीं, परिजनों ने प्राइवेट डॉक्टर की मदद से बच्ची की नाक से पेंसिल निकलवा लिया. ऐसे में परिजनों ने सीएचसी के डॉक्टर धीरज पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि जब एक आरएमपी डॉक्टर नाक से पेंसिल निकाल सकता है तो धीरज कुमार तो एमबीबीएस डॉक्टर हैं.

यह पूरा मामला जिले के सीएचसी के बिगड़ी स्वास्थ्य प्रणाली पर रौशनी डालता है कि कैसे यहां के डॉक्टर अपने काम में अनियमितता बरतते हैं. हालांकि एनएच दो पर स्तिथ यह सीएचसी कई मायनों में खास है. चौपारण के बाद सरकारी अस्पताल सीधा 32 किलोमीटर के बाद बाराचट्टी में है. ऐसे में इस स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की लापरवाही मतलब कई लोगों की जान से खेलना होगा. गौरतलब है कि इस प्रकार के आरोप डॉक्टर धीरज कुमार पर पहले भी कई दफा लग चुके हैं. ऐसे में जरूरत है की सरकार इस स्वास्थ्य केंद्र पर कड़ी निगरानी रखे.

हजारीबागः जिले के चौपारण एनएच दो के किनारे स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर अपनी ड्यूटी के समय नदारद मिले. मरीज के परिजनों का कहना है कि डॉक्टर लगभग 1 घंटे से अस्पताल से गायब थे. इस मौके पर मरीजों ने खूब हंगामा किया.

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गौरतलब है कि एक दो साल की बच्ची ने अपनी नाक में पेंसिल घुसा लिया था जिसके बाद उसके परिजन उसे लेकर आनन-फानन में सीएचसी पहुंचे पर उन्हें डॉक्टर नहीं मिले. मरीज के परिजनों ने बताया कि सीएचसी के डॉक्टर धीरज कुमार को उन्होंने फोन कर आने को कहा जिसके बाद डॉक्टर लगभग 45 मिनट के बाद सीएचसी पहुंचे. जिसके बाद डॉक्टर ने मरीज को देखते ही हजारीबाग रेफर कर दिया.

वहीं, परिजनों ने प्राइवेट डॉक्टर की मदद से बच्ची की नाक से पेंसिल निकलवा लिया. ऐसे में परिजनों ने सीएचसी के डॉक्टर धीरज पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि जब एक आरएमपी डॉक्टर नाक से पेंसिल निकाल सकता है तो धीरज कुमार तो एमबीबीएस डॉक्टर हैं.

यह पूरा मामला जिले के सीएचसी के बिगड़ी स्वास्थ्य प्रणाली पर रौशनी डालता है कि कैसे यहां के डॉक्टर अपने काम में अनियमितता बरतते हैं. हालांकि एनएच दो पर स्तिथ यह सीएचसी कई मायनों में खास है. चौपारण के बाद सरकारी अस्पताल सीधा 32 किलोमीटर के बाद बाराचट्टी में है. ऐसे में इस स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की लापरवाही मतलब कई लोगों की जान से खेलना होगा. गौरतलब है कि इस प्रकार के आरोप डॉक्टर धीरज कुमार पर पहले भी कई दफा लग चुके हैं. ऐसे में जरूरत है की सरकार इस स्वास्थ्य केंद्र पर कड़ी निगरानी रखे.

Intro:हजारीबाग जिले के चौपारण एनएच दो के किनारे स्तिथ सीएचसी यानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की लापरवाही उन्ही पर भारी पड़ गई मरीज के परिजनों ने जम कर हो हल्ला काटा जिसके बाद मरीज को डॉक्टर ने छोटी सी परेशानी के लिए हजारीबाग रेफर कर दिया


Body:पूरा मामला यह है की सोमवार को शाम में एक दो वर्सिये बच्चे ने अपने नाक में पेंसिल घुसा लिया जिसके बाद उसके परिजन उसे लेकर आनन फानन में चौपारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया जहाँ डॉक्टर नदारत थे लगभग 45 मिनट के बाद परिजनों ने ड्यूटी डॉक्टर धीरज कुमार को फोन कर आने को कहा जिसके बाद डॉक्टर लगभग 45 मिनट के बाद सीएचसी पहुचे डॉक्टर को देखते ही मरीज के परिजनों ने डॉ धीरज कुमार को जम कर लताड़ लगाई छील बिलाये डॉक्टर ने बच्चे को तो देखा लेकिन उसे देखते ही हजारीबाग रेफर कर दिया जिसके बाद मरीज के परिजन ने प्राइवेट डाक्टर से बच्चे के नाक से पेंसिल निकलवा लिया l मरीज के परिजनों ने डॉक्टर धीरज कुमार पर काम मे अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए बताया की जब एक आरएमपी डॉक्टर नाक से पेंसिल निकाल सकता है तो धीरज कुमार तो एमबीबीएस डॉक्टर है वो क्यो नही
बाइट 2 बाइट
परिजन
डॉ धीरज कुमार


Conclusion:एनएच दो पर स्तिथ यह सीएचसी कई मायनों में खास है चौपारण के बाद सरकारी हॉस्पिटल सीधा 32 किलोमीटर के बाद बाराचट्टी में है और चौपारण का दनुआ घाटी ऑक्सीडेंटल जोन के रूप में जाना जाता है ऐसे में इस स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की लापरवाही मतलब कई लोगो के जान से खेलना होगा l वैसे इस प्रकार के आरोप डॉक्टर धीरज कुमार पर पहले भी कई दफा लग चुका है ऐसे में जरूरत है की सरकार इस स्वास्थ्य केंद्र पर कड़ी निगरानी रखे l
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