हजारीबागः जिले के चौपारण एनएच दो के किनारे स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर अपनी ड्यूटी के समय नदारद मिले. मरीज के परिजनों का कहना है कि डॉक्टर लगभग 1 घंटे से अस्पताल से गायब थे. इस मौके पर मरीजों ने खूब हंगामा किया.
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गौरतलब है कि एक दो साल की बच्ची ने अपनी नाक में पेंसिल घुसा लिया था जिसके बाद उसके परिजन उसे लेकर आनन-फानन में सीएचसी पहुंचे पर उन्हें डॉक्टर नहीं मिले. मरीज के परिजनों ने बताया कि सीएचसी के डॉक्टर धीरज कुमार को उन्होंने फोन कर आने को कहा जिसके बाद डॉक्टर लगभग 45 मिनट के बाद सीएचसी पहुंचे. जिसके बाद डॉक्टर ने मरीज को देखते ही हजारीबाग रेफर कर दिया.
वहीं, परिजनों ने प्राइवेट डॉक्टर की मदद से बच्ची की नाक से पेंसिल निकलवा लिया. ऐसे में परिजनों ने सीएचसी के डॉक्टर धीरज पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि जब एक आरएमपी डॉक्टर नाक से पेंसिल निकाल सकता है तो धीरज कुमार तो एमबीबीएस डॉक्टर हैं.
यह पूरा मामला जिले के सीएचसी के बिगड़ी स्वास्थ्य प्रणाली पर रौशनी डालता है कि कैसे यहां के डॉक्टर अपने काम में अनियमितता बरतते हैं. हालांकि एनएच दो पर स्तिथ यह सीएचसी कई मायनों में खास है. चौपारण के बाद सरकारी अस्पताल सीधा 32 किलोमीटर के बाद बाराचट्टी में है. ऐसे में इस स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की लापरवाही मतलब कई लोगों की जान से खेलना होगा. गौरतलब है कि इस प्रकार के आरोप डॉक्टर धीरज कुमार पर पहले भी कई दफा लग चुके हैं. ऐसे में जरूरत है की सरकार इस स्वास्थ्य केंद्र पर कड़ी निगरानी रखे.