हजारीबाग: जिले में रामनवमी हरेक साल धूमधाम से मनाया जाता है. रामनवमी जुलूस में लाखों की संख्या में राम भक्त सड़क पर उतरते हैं और लगभग 10 किलोमीटर लंबा जुलूस निकाला जाता है. इतने भव्य रामनवमी को लेकर हजारीबाग में सुरक्षा की भी खास व्यवस्था प्रशासन के द्वारा किया जाता है. इस साल भी हजारीबाग में रामनवमी के दौरान कोई चूक न हो इसकी तैयारी में प्रशासन लगा हुआ है. इसी को लेकर जिला के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा जुलूस मार्ग का निरीक्षण किया गया है.
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रामनवमी जुलूस मार्ग का निरीक्षण: हजारीबाग में रामनवमी जुलूस मार्ग के निरीक्षण में उपायुक्त नैंसी सहाय, पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे समेत जिले के सभी वरीय पदाधिकारी, डीएसपी और थाना प्रभारी मौजूद रहे. इस दौरान जुलूस मार्ग में पड़ने वाले तमाम प्वाइंट का निरीक्षण किया गया. इसके साथ ही अधिकारियों को कई दिशा निर्देश भी जारी किए गए. रामनवमी के दौरान कोई लुपहोल न हो इसका पूरा ख्याल रखा गया.
बिजली व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश: निरीक्षण के दौरान हजारीबाग में बिजली पोल पर लटके हुए बिजली के तार को हटाने का निर्देश दिया गया. वरीय पदाधिकारियों ने इस दौरान स्थानीय लोगों से भी बात कर जुलूस मार्ग में क्या क्या सुविधा दिया जाए ये जानने की कोशिश की. हजारीबाग एसपी के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के तमाम पहलुओं पर भी इस दौरान निरीक्षण किया गया. सीसीटीवी कैमरे से पूरे हजारीबाग को आच्छादित किया गया है. निरीक्षण के दौरान महा समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे और उन्होंने बताया कि हजारीबाग का जुलूस बेहद बड़ा होता है .जिसमें लाखों लोगों की उपस्थिति होती है. गांव से भी झांकी शहर पहुंचता हैं. ऐसे में पेयजल शौचालय की व्यवस्था भी होनी चाहिए. जुलूस मार्ग झंडा चौक से होते हुए बड़ा अखाड़ा ,महावीर अस्थान, ग्वाल टोली और फिर जामा मस्जिद रोड तक निर्धारित है. पूरे प्वाइंट पर वरीय पदाधिकारियों के द्वारा निरीक्षण किया गया.
रामनवमी जुलूस का समय: बता दें कि सरकार के द्वारा जुलूस के समय में बड़ा परिवर्तन किया गया है. पहले जहां सरकार ने जुलूस के लिए शाम 6 बजे तक का ही समय निर्धारित किया था वहीं अब इसे बढ़ाकर रात 10 बजे तत कर दिया गया है. ऐसे में जिला प्रशासन के सामने यह चुनौती होगी कि वह सरकार के निर्धारित समय के अंदर जुलूस समाप्त करें.