हजारीबागः जिला का बानादाग कोल साइडिंग काफी चर्चा में है. पिछले दिनों इसी साइडिंग पर विरोध-प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज भी किया गया था. ऐसे में जिला प्रशासन और ग्रामीणों के बीच समझौता हुआ था, जिसमें कई मांग ग्रामीणों की ओर से रखा गया था. इसी को लेकर मंगलवार को उपायुक्त, एनटीपीसी और ग्रामीणों के बीच बैठक की गयी और कई मुद्दों पर सहमति भी बनी है. बैठक को लेकर ग्रामीण और उस आंदोलन में सक्रिय समाजसेवी, मुखिया ने इस बैठक को सकारात्मक बताया.
इसे भी पढ़ें- हजारीबाग में ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव, लाठीचार्ज
हजारीबाग बानादाग कोल साइडिंग के मामला का पटाक्षेप करने की कोशिश की जा रही है. इस कोल साइडिंग में प्रदूषण और स्थानीय लोगों को नौकरी देने समेत कई मांग को लेकर पिछले कई सालों से विरोध हो रहा है. पिछले महीने लगभग 5 दिनों तक कोयला परिचालन आंदोलन के कारण ठप था. पुलिस प्रशासन को सख्ती बरतते हुए लाठीचार्ज करना पड़ा और ग्रामीण समेत पुलिसकर्मी घायल भी हुए थे. यही नहीं समाजसेवी मुन्ना सिंह को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा भेज दिया था.
लाठीचार्ज होने के बाद प्रशासन की ओर से रैयत और आंदोलनकारियों को भरोसा दिलाया गया था कि उनकी जायज मांगें पूरी की जाएंगी. इसी को लेकर मंगलवार को उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद और एनटीपीसी के पदाधिकारियों के साथ आंदोलनकारी और रैयतों के साथ बैठक की गयी. इस बैठक में एनटीपीसी ने अपनी दलील रखी और उपायुक्त ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि उनकी जो भी मांगें हैं वो पूरी कर ली जाएंगी.
जिसमें वर्तमान समय में जमीन अधिग्रहण, फसल मुआवजा, जिस सड़क से कोयला ढुलाई होता है वह सड़क का उपयोग नहीं करना. प्रभावित लोगों का पहचान पत्र बनना औक रोजगार का सृजन करना मुख्य है. ऐसे में मुन्ना सिंह ने भी विश्वास दिलाया कि अब लगता है कि जो आंदोलन हम लोगों ने किया था वह मुकाम तक पहुंच रहा है. दूसरी ओर पंचायत के मुखिया उदय साहू जिनके नेतृत्व में यह पूरा आंदोलन हुआ था, उन्होंने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वार्ता सकारात्मक हुई है और उम्मीद जताई कि वादा पूरा किया जाएगा. इस पूरे आंदोलन में जिला परिषद सदस्य प्रियंका कुमारी भी काफी सक्रिय थीं. उन्होंने भी खुशी जाहिर की और कहा है कि हमारी मांग पूरी होने जा रही है ऐसे में यह हमारी जीत है.