हजारीबाग: जिले के श्रीनिवास सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट में कोविड-19 स्टैंडर्ड विधि यानी RT-PCR से जांच की जाएगी. श्रीनिवास सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट को आईसीएमआर से मंजूरी मिल गई है. इस लैब को झारखंड सरकार ने भी मान्यता दे दी है. इस लैब का उद्घाटन झारखंड सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता ने किया है. वहीं ब्लड बैंक में प्लाज्मा एफेसिस भी शुरू किया गया है, जिसके तहत कोई व्यक्ति अगर कोविड-19 संक्रमण से ठीक हो गया है और पूरी तरह से स्वस्थ है, तो वह प्लाज्मा दान करके दूसरे मरीज को भी बचाया जा सकता है.
राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हम लोगों के लिए एक उपलब्धि है. अब निजी स्तर पर भी जांच हो पाएगी और इसका लाभ हर एक व्यक्ति को मिलेगा. जरूरत है इसे सहयोग देने की. उन्होंने यह भी कहा कि आंकड़े पर हमारी सरकार नहीं जाती है. आंकड़े बढ़ेंगे भी और घटेगी. लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है रिकवरी रेट. पूरे देश भर की तुलना की जाए. तो हमारे राज्य का रिकवरी रेट अधिक है और मोटिलिटी रेट काम है. यह लैब भविष्य में राज्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा.
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स्वास्थ्य मंत्री ने ICMR से किया निवेदन
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने आईसीएमआर से निवेदन भी किया है कि अधिक से अधिक लैब बनाने के लिए स्वीकृति दें. ताकि राज्यभर में लैब की संख्या बढ़ सके और इसका फायदा आम जनता को मिले.