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मॉब लिंचिंग रोकने के लिए चला अभियान, अधिकारी के साथ लोगों को किया जा रहा जागरूक

झारखंड में बढ़ते मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार की ओर से एक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान अधिकारी और आम जनता को जागरूक किया जा रहा है.

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Published : Jul 16, 2019, 4:53 PM IST

मॉब लिंचिंग रोकने के लिए लोगों को किया गया जागरूक

हजारीबाग: मॉब लिंचिंग की घटनाएं इन दिनों एक बड़ी समस्या बनकर झारखंड सरकार के सामने आई है. इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय और सरकार की ओर से सभी जिले के एसपी और डीसी को इस बाबत सतर्क रखने का आदेश दिया गया है. इसे देखते हुए अब हजारीबाग पुलिस विभिन्न थानों में जाकर समाज के गणमान्य लोगों के साथ बैठक कर उन्हें जागरूक करने का कोशिश कर रही है.

देखें पूरी खबर

मॉब लिंचिंग की घटनाएं हजारीबाग में न हो इसे लेकर अब पुलिस आम जनता के पास पहुंच रही है. इस दौरान प्रशासन जनता को बताने की कोशिश कर रहा है कि कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथों में ना ले. अगर कोई व्यक्ति किसी को मारता है या फिर कानून तोड़ने का प्रयास करता है, तो यह सही नहीं है.

ये भी पढ़ें- साइबर अपराधियों के ठिकाने पर ATS का छापा, गिरफ्तार हुए 12 संदिग्ध

पुलिस के अधिकारी समाज के गणमान्य लोगों के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठनों के सदस्यों को भी कानून की जानकारी दे रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का साफ तौर से कहना है कि किसी भी व्यक्ति को कानून तोड़ने का अधिकार नहीं है. अगर कहीं कोई अपराधी या चोर घर में घुसता है या कानून तोड़ता है तो उसे पकड़कर पुलिस के हवाले करें. उसके साथ मारपीट या फिर सजा देने का अधिकार आम जनता को नहीं है.

वहीं, हजारीबाग पुलिस का कहना है कि अगर आम जनता कानून को अपने हाथ में लेती है तो उस व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी में कड़े प्रावधान हैं. इसे देखते हुए कोई भी व्यक्ति भीड़ का हिस्सा न बने, अगर कहीं बात सामने आती है तो तुरंत पुलिस को फोन करें.

हजारीबाग: मॉब लिंचिंग की घटनाएं इन दिनों एक बड़ी समस्या बनकर झारखंड सरकार के सामने आई है. इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय और सरकार की ओर से सभी जिले के एसपी और डीसी को इस बाबत सतर्क रखने का आदेश दिया गया है. इसे देखते हुए अब हजारीबाग पुलिस विभिन्न थानों में जाकर समाज के गणमान्य लोगों के साथ बैठक कर उन्हें जागरूक करने का कोशिश कर रही है.

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मॉब लिंचिंग की घटनाएं हजारीबाग में न हो इसे लेकर अब पुलिस आम जनता के पास पहुंच रही है. इस दौरान प्रशासन जनता को बताने की कोशिश कर रहा है कि कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथों में ना ले. अगर कोई व्यक्ति किसी को मारता है या फिर कानून तोड़ने का प्रयास करता है, तो यह सही नहीं है.

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पुलिस के अधिकारी समाज के गणमान्य लोगों के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठनों के सदस्यों को भी कानून की जानकारी दे रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का साफ तौर से कहना है कि किसी भी व्यक्ति को कानून तोड़ने का अधिकार नहीं है. अगर कहीं कोई अपराधी या चोर घर में घुसता है या कानून तोड़ता है तो उसे पकड़कर पुलिस के हवाले करें. उसके साथ मारपीट या फिर सजा देने का अधिकार आम जनता को नहीं है.

वहीं, हजारीबाग पुलिस का कहना है कि अगर आम जनता कानून को अपने हाथ में लेती है तो उस व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी में कड़े प्रावधान हैं. इसे देखते हुए कोई भी व्यक्ति भीड़ का हिस्सा न बने, अगर कहीं बात सामने आती है तो तुरंत पुलिस को फोन करें.

Intro:मॉब लिंचिंग इन दिनों एक बड़ी समस्या बनकर झारखंड सरकार के सामने आई है। इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय और सरकार की ओर से सभी जिले के एसपी और डीसी को इस बाबत सतर्क रखने का आदेश दिया गया है। इसे देखते हुए अब हजारीबाग पुलिस विभिन्न थानों में जाकर समाज के गणमान्य लोगों के साथ बैठक कर उन्हें जागरूक करने का प्रयास कर रही है। साथ ही साथ उन्हें यह भी कह रही है कि वह अपने आसपास के लोगों को जागरूक करें।


Body:मॉब लिंचिंग की घटनाएं हजारीबाग में ना हो इसे लेकर अब पुलिस आम जनता के पास पहुंच रही है। प्रशासन जनता को बताने की कोशिश कर रही है कोई भी व्यक्ति कानून अपने हाथों में ना लें। अगर कोई व्यक्ति किसी को मारता है या फिर कानून तोड़ने का प्रयास करता है तो यह सही नहीं है ।पुलिस के अधिकारी समाज के गणमान्य लोगों के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठनों के सदस्यों को भी कानून की जानकारी दे रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का साफ तौर से कहना है कि किसी भी व्यक्ति को कानून तोड़ने का अधिकार नहीं है। अगर कहीं कोई अपराधी या चोर घर में घुसता है या कानून तोड़ता है तो उसे पकड़कर पुलिस के हवाले करे। उसके साथ मारपीट या फिर सजा देने का अधिकार आम जनता को नहीं है। हजारीबाग पुलिस का कहना है कि अगर आम जनता कानून को अपने हाथ में लेती है तो उस व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी में कड़े प्रावधान है ।इसे देखते हुए कोई भी व्यक्ति भीड़ का हिस्सा ना बने। अगर कहीं बात सामने आती है तो तुरंत पुलिस को फोन करें।

byte.... कमल किशोर डीएसपी हजारीबाग


Conclusion:जिस तरह से पुलिस अब जनता के पास पहुंच कर उसे समझाने की कोशिश कर रही है। ऐसे में आम जनता को भी पुलिस की बात समझनी चाहिए ।साथ ही साथ एक जिम्मेवार नागरिक की हैसियत से अगर कोई कानून तोड़ रहा है तो उसकी जानकारी प्रशासन को देनी चाहिए।
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