हजारीबाग: मॉब लिंचिंग की घटनाएं इन दिनों एक बड़ी समस्या बनकर झारखंड सरकार के सामने आई है. इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय और सरकार की ओर से सभी जिले के एसपी और डीसी को इस बाबत सतर्क रखने का आदेश दिया गया है. इसे देखते हुए अब हजारीबाग पुलिस विभिन्न थानों में जाकर समाज के गणमान्य लोगों के साथ बैठक कर उन्हें जागरूक करने का कोशिश कर रही है.
मॉब लिंचिंग की घटनाएं हजारीबाग में न हो इसे लेकर अब पुलिस आम जनता के पास पहुंच रही है. इस दौरान प्रशासन जनता को बताने की कोशिश कर रहा है कि कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथों में ना ले. अगर कोई व्यक्ति किसी को मारता है या फिर कानून तोड़ने का प्रयास करता है, तो यह सही नहीं है.
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पुलिस के अधिकारी समाज के गणमान्य लोगों के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठनों के सदस्यों को भी कानून की जानकारी दे रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का साफ तौर से कहना है कि किसी भी व्यक्ति को कानून तोड़ने का अधिकार नहीं है. अगर कहीं कोई अपराधी या चोर घर में घुसता है या कानून तोड़ता है तो उसे पकड़कर पुलिस के हवाले करें. उसके साथ मारपीट या फिर सजा देने का अधिकार आम जनता को नहीं है.
वहीं, हजारीबाग पुलिस का कहना है कि अगर आम जनता कानून को अपने हाथ में लेती है तो उस व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी में कड़े प्रावधान हैं. इसे देखते हुए कोई भी व्यक्ति भीड़ का हिस्सा न बने, अगर कहीं बात सामने आती है तो तुरंत पुलिस को फोन करें.