गिरिडीह: मानसून की पहली बारिश कई इलाकों में लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. लगातार हो रही बारिश के कारण महेशमुंडा रेलवे स्टेशन के पास गिरिडीह-जामताड़ा मार्ग पर बने अंडर पास में पानी भर गया है और आवागमन पूरी तरह प्रभावित है. यहां अंडरपास में सड़क पर लगभग 5 फिट तक पानी जमा है, जिस कारण राहगीरों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.
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अंडरपास में पानी, ट्रैक से आ जा रहे लोग
स्थिति ऐसी बनी हुई है कि अंडरपास और सड़क के दोनों ओर जलजमाव के कारण आवागमन बाधित है. ऐसे में जरूरी कामों के लिए लोग रेलवे ट्रैक को पार कर आने-जाने के लिए मजबूर हैं. ट्रैक पर ट्रेन का परिचालन भी शुरू हो गया है. जिससे किसी अनहोनी की आशंका भी बनी हुई है. स्थानीय लोगों और राहगीरों का कहना है कि आवागमन बाधित होने से उन्हें काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने बताया कि जल जमाव के कारण कई बार यहां दुर्घटना भी हो चुकी है.
जल जमाव की समस्यारेलवे अंडरपास(Railway Under Pass) बनने के बाद जल जमाव की समस्या यहां लगातार होती आई है. थोड़ी बारिश के बाद भी अंडर पास में जल का जमाव हो जाता है. कई बार स्थानीय लोगों ने इस समस्या के समाधान को लेकर आवाज भी उठाई है. स्थानीय विधायक डॉ. सरफराज अहमद की अगुवाई में लोगों ने सड़क जाम कर बीते दिनों व्यवस्था में सुधार की मांग की थी. उस समय आसनसोल रेल डीआरएम से विधायक की वार्ता के बाद जल्द रेलवे अंडर पास(Railway Under Pass) में जल जमाव की समस्या के समाधान का आश्वासन रेल अधिकारियों ने दिया था लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल रेलवे ने नहीं की है. इसके कारण मूसलाधार बारिश के बाद अंडर पास तालाब में तब्दील हो चुका है.
तालाब से सटे होने के कारण बनी रहती है समस्यारेलवे अंडर पास(Railway Under Pass) के दूसरी ओर एक बड़ा तालाब है. तालाब से बिल्कुल सटे हुए अंडरपास का निर्माण रेलवे ने कराया है लेकिन अंडर पास की ऊंचाई कम होने और सड़क के ज्यादा नीचे हो जाने के कारण यहां शुरू से ही जल जमाव होता रहा है. लोगों ने बताया कि रेल प्रबंधन की ओर से तालाब में मछली पालन का काम भी कराया जाता है. मछली तालाब से बाहर नहीं निकले इस वजह से जाल लगा दिया गया है. जिस कारण पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. अहम सवाल यह कि आखिर क्यों नहीं रेलवे अंडरपास निर्माण के समय पानी की निकासी का ध्यान रखा गया ताकि सड़क पर जल जमाव के कारण यातयात प्रभावित नहीं हो.
इस संबंध में आसनसोल रेल डिवीजन के डीएम अमरीश मोहन से फोन पर बात करने पर उन्होंने कहा कि त्रुटि कहां हुई है, उसकी जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि रेलवे के अधिकारी स्थल का निरीक्षण पहुंचेंगे और जल्द ही जल जमाव की समस्या से लोगों को निजात दिलाया जाएगा.