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प्रशांत प्रभा की गिरफ्तारी से भाकपा माओवादियों को लगा तगड़ा झटका, पुलिस को मिले संगठन के अहम राज

नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के हार्डकोर नक्सली प्रशांत, प्रभा और सुधीर पुलिस की गिरफ्त में हैं. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि पुलिस ने नहीं की है लेकिन इन तीनों की गिरफ्तारी से नक्सली संगठन को तगड़ा झटका लगा है.

three naxalites arrested of CPI Maoist in giridih
तीन नक्सली गिरफ्तार
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Published : Dec 27, 2020, 6:59 AM IST

Updated : Dec 27, 2020, 7:33 AM IST

गिरिडीह: वर्ष 2020 के अंत में गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ को नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ बहुत ही महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है. पुलिस और सुरक्षा बलों ने भाकपा माओवादी संगठन के पांच से छह नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है. जिन नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनमें 10 लाख का इनामी भाकपा माओवादी जोनल कमेटी मेंबर प्रशांत मांझी उर्फ छोटका मुर्मू, 10 लाख की इनामी प्रभा उर्फ जया (प्रशांत की पत्नी) के अलावा एक अन्य सुधीर किस्कू शामिल है.

देखें पूरी खबर

सुधीर पर भी 10 लाख का इनाम बताया जा रहा है. इन नक्सलियों के पास से एके 47, इंसास और एसएलआर मिलने की भी बात कही जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार प्रशांत, प्रभा और सुधीर की गिरफ्तारी से नक्सली संगठन को तगड़ा झटका लगा है. इन तीन नक्सलियों के अलावा जिन तीन-चार नक्सलियों को पकड़ने की बात कही जा रही है उनमें टेसफुली का छोटेलाल, रंजीत टुडू भी बताया जा रहा है.

ये भी पढ़ें-परख और उम्मीदः जामताड़ा की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई सरकार, ना हुआ विकास-ना मिला रोजगार

संगठन के संदर्भ में मिली है महत्वपूर्ण जानकारी

जानकारी के अनुसार गिरफ्तारी के बाद पुलिसिया पूछताछ में प्रशांत, प्रभा और सुधीर समेत अन्य नक्सलियों ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है. इस जानकारी के बाद पुलिस की एक टीम संथाल परगना इलाके में भी गयी और वहां भी कुछ स्थानों पर सर्च अभियान चलाया. यहां पर नक्सली संगठन के खिलाफ अहम सुराग पुलिस के हाथ लगा है. इस इलाके से हथियार मिलने की बात कही जा रही है.

संगठन मजबूती को लेकर हुई थी बैठक

पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि प्रशांत, प्रभा के साथ जो तीसरा इनामी नक्सली सुधीर पकड़ा गया है ये लोग संगठन के अन्य सदस्यों के साथ पारसनाथ की तराई के एक गांव में महत्वपूर्ण बैठक की थी. इस बैठक में क्षेत्र में संगठन को मजबूत करने और लोगों को जोड़ने पर चर्चा भी हुई थी. इस बैठक में कई बड़े नक्सली भी शामिल थे.

एसपी बलिहार की हत्या का आरोपी है सुधीर

दरअसल, दुमका में ताला मरांडी के मारे जाने के बाद सुधीर किस्कू ही कमान संभाले हुए थे. सुधीर की गिरफ्तारी से संथाल के इलाके में भी नक्सलियों को तगड़ी चोट लगी है. एसपी अमरजीत बलिहार की हत्या में भी सुधीर शामिल था. ताला मरांडी के मारे जाने के बाद सुधीर के साथ-साथ प्रशांत भी संथाल परगना की कमान संभाले हुए था.

बड़े नक्सलियों का गढ़ है पारसनाथ

पारसनाथ इलाका भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के बड़े नक्सलियों का गढ़ है. इस क्षेत्र में ही एक करोड़ का इनामी मिसिर बेसरा, एक करोड़ का इनामी अनल उर्फ पतिराम, एक करोड़ का इनामी प्रयाग उर्फ विवेक के अलावा कुख्यात नक्सली और 25 लाख के इनामी अजय महतो उर्फ टाइगर, करुण समेत जोनल, सब जोनल समेत कई छोटे बड़े नक्सली नेताओं का घर भी है. इतने बड़े बड़े नेताओं का गृह क्षेत्र होने के बाद भी पिछले कुछ वर्षों से पुलिस सीआरपीएफ की दबिश के कारण नक्सली बैकफुट पर थे. यही कारण है अपने सेफ जोन में ही खुद असुरक्षित महसूस कर रहे नक्सली इलाके में अपनी पैठ को मजबूत करने के लिए बैठक कर रहे थे.

कैंप पर हमले के बाद पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई

इन नक्सलियों की गिरफ्तारी गिरिडीह एसपी अमित रेणू की तत्परता से संभव हो सकी. दरअसल, नक्सलियों पर लगाम लगाने के लिए पारसनाथ के तराई वाले इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ का कैंप बनाया जा रहा है. इसकी शुरुआत 25 लाख के इनामी नक्सली अजय महतो के गांव से शुरू की गयी और यहां पर सीआरपीएफ का अस्थायी कैंप भी बना दिया गया. इसके बाद आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह और सीआरपीएफ के आईजी गिरिडीह पहुंचे और पारसनाथ के तराई में जगह-जगह कैंप बनाने की योजना तैयार की गई.

हालांकि, इस योजना के साथ ही क्षेत्र में पुलिस कैंप का विरोध शुरू हो गया. ग्रामीण कैंप के लिए जमीन देने की तैयार नहीं होने लगे. इसी कड़ी में बुधवार को पर्वतपुर में बैठक हुई यहां भी कैंप का विरोध किया गया. पर्वतपुर में सभा के बाद ग्रामीण देर शाम को पांडेयडीह के अस्थायी कैंप के अलावा पर्वतपुर के निर्माणाधीन कैंप में जा घुसे और तोड़फोड़ कर डाली. इसकी जानकारी डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर के अलावा एसपी को मिली. बुधवार की रात को ही एसपी अमित, एएसपी गुलशन तिर्की के अलावा सीआरपीएफ के अधिकारी पहुंचे और क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया गया. इस अभियान के दौरान ही एक दर्जन संदिग्ध पकड़े गए. इनसे पूछताछ शुरू हुई और सर्च अभियान चलता रहा. इसी अभियान के दौरान प्रशांत समेत अन्य नक्सलियों को पकड़ा गया. नक्सलियों की गिरफ्तारी की पुलिस ने अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.

हमला मामला में भी एफआईआर

दूसरी ओर बुधवार को पांडेयडीह स्थित सीआरपीएफ के अस्थायी कैंप पर हमला मामले में 24 ग्रामीणों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. जिनपर एफआईआर दर्ज हुआ है उनमें बिरुलाल, दीपक महतो, अमीन मरांडी, जयराम, सुनील किस्कू, दिनेश मुर्मू, ताज हसन मुख्य रूप से शामिल हैं.

गिरिडीह: वर्ष 2020 के अंत में गिरिडीह पुलिस और सीआरपीएफ को नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ बहुत ही महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है. पुलिस और सुरक्षा बलों ने भाकपा माओवादी संगठन के पांच से छह नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है. जिन नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनमें 10 लाख का इनामी भाकपा माओवादी जोनल कमेटी मेंबर प्रशांत मांझी उर्फ छोटका मुर्मू, 10 लाख की इनामी प्रभा उर्फ जया (प्रशांत की पत्नी) के अलावा एक अन्य सुधीर किस्कू शामिल है.

देखें पूरी खबर

सुधीर पर भी 10 लाख का इनाम बताया जा रहा है. इन नक्सलियों के पास से एके 47, इंसास और एसएलआर मिलने की भी बात कही जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार प्रशांत, प्रभा और सुधीर की गिरफ्तारी से नक्सली संगठन को तगड़ा झटका लगा है. इन तीन नक्सलियों के अलावा जिन तीन-चार नक्सलियों को पकड़ने की बात कही जा रही है उनमें टेसफुली का छोटेलाल, रंजीत टुडू भी बताया जा रहा है.

ये भी पढ़ें-परख और उम्मीदः जामताड़ा की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई सरकार, ना हुआ विकास-ना मिला रोजगार

संगठन के संदर्भ में मिली है महत्वपूर्ण जानकारी

जानकारी के अनुसार गिरफ्तारी के बाद पुलिसिया पूछताछ में प्रशांत, प्रभा और सुधीर समेत अन्य नक्सलियों ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है. इस जानकारी के बाद पुलिस की एक टीम संथाल परगना इलाके में भी गयी और वहां भी कुछ स्थानों पर सर्च अभियान चलाया. यहां पर नक्सली संगठन के खिलाफ अहम सुराग पुलिस के हाथ लगा है. इस इलाके से हथियार मिलने की बात कही जा रही है.

संगठन मजबूती को लेकर हुई थी बैठक

पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि प्रशांत, प्रभा के साथ जो तीसरा इनामी नक्सली सुधीर पकड़ा गया है ये लोग संगठन के अन्य सदस्यों के साथ पारसनाथ की तराई के एक गांव में महत्वपूर्ण बैठक की थी. इस बैठक में क्षेत्र में संगठन को मजबूत करने और लोगों को जोड़ने पर चर्चा भी हुई थी. इस बैठक में कई बड़े नक्सली भी शामिल थे.

एसपी बलिहार की हत्या का आरोपी है सुधीर

दरअसल, दुमका में ताला मरांडी के मारे जाने के बाद सुधीर किस्कू ही कमान संभाले हुए थे. सुधीर की गिरफ्तारी से संथाल के इलाके में भी नक्सलियों को तगड़ी चोट लगी है. एसपी अमरजीत बलिहार की हत्या में भी सुधीर शामिल था. ताला मरांडी के मारे जाने के बाद सुधीर के साथ-साथ प्रशांत भी संथाल परगना की कमान संभाले हुए था.

बड़े नक्सलियों का गढ़ है पारसनाथ

पारसनाथ इलाका भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के बड़े नक्सलियों का गढ़ है. इस क्षेत्र में ही एक करोड़ का इनामी मिसिर बेसरा, एक करोड़ का इनामी अनल उर्फ पतिराम, एक करोड़ का इनामी प्रयाग उर्फ विवेक के अलावा कुख्यात नक्सली और 25 लाख के इनामी अजय महतो उर्फ टाइगर, करुण समेत जोनल, सब जोनल समेत कई छोटे बड़े नक्सली नेताओं का घर भी है. इतने बड़े बड़े नेताओं का गृह क्षेत्र होने के बाद भी पिछले कुछ वर्षों से पुलिस सीआरपीएफ की दबिश के कारण नक्सली बैकफुट पर थे. यही कारण है अपने सेफ जोन में ही खुद असुरक्षित महसूस कर रहे नक्सली इलाके में अपनी पैठ को मजबूत करने के लिए बैठक कर रहे थे.

कैंप पर हमले के बाद पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई

इन नक्सलियों की गिरफ्तारी गिरिडीह एसपी अमित रेणू की तत्परता से संभव हो सकी. दरअसल, नक्सलियों पर लगाम लगाने के लिए पारसनाथ के तराई वाले इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ का कैंप बनाया जा रहा है. इसकी शुरुआत 25 लाख के इनामी नक्सली अजय महतो के गांव से शुरू की गयी और यहां पर सीआरपीएफ का अस्थायी कैंप भी बना दिया गया. इसके बाद आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह और सीआरपीएफ के आईजी गिरिडीह पहुंचे और पारसनाथ के तराई में जगह-जगह कैंप बनाने की योजना तैयार की गई.

हालांकि, इस योजना के साथ ही क्षेत्र में पुलिस कैंप का विरोध शुरू हो गया. ग्रामीण कैंप के लिए जमीन देने की तैयार नहीं होने लगे. इसी कड़ी में बुधवार को पर्वतपुर में बैठक हुई यहां भी कैंप का विरोध किया गया. पर्वतपुर में सभा के बाद ग्रामीण देर शाम को पांडेयडीह के अस्थायी कैंप के अलावा पर्वतपुर के निर्माणाधीन कैंप में जा घुसे और तोड़फोड़ कर डाली. इसकी जानकारी डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर के अलावा एसपी को मिली. बुधवार की रात को ही एसपी अमित, एएसपी गुलशन तिर्की के अलावा सीआरपीएफ के अधिकारी पहुंचे और क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया गया. इस अभियान के दौरान ही एक दर्जन संदिग्ध पकड़े गए. इनसे पूछताछ शुरू हुई और सर्च अभियान चलता रहा. इसी अभियान के दौरान प्रशांत समेत अन्य नक्सलियों को पकड़ा गया. नक्सलियों की गिरफ्तारी की पुलिस ने अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.

हमला मामला में भी एफआईआर

दूसरी ओर बुधवार को पांडेयडीह स्थित सीआरपीएफ के अस्थायी कैंप पर हमला मामले में 24 ग्रामीणों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. जिनपर एफआईआर दर्ज हुआ है उनमें बिरुलाल, दीपक महतो, अमीन मरांडी, जयराम, सुनील किस्कू, दिनेश मुर्मू, ताज हसन मुख्य रूप से शामिल हैं.

Last Updated : Dec 27, 2020, 7:33 AM IST
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